27 तक बंद रहेगी सुजानपुर-संधोल सड़क

हमीरपुर 23 अप्रैल। बीड़-बगेहड़ा के पास मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य के कारण सुजानपुर-संधोल मुख्य सड़क पर वाहनों की आवाजाही 27 अप्रैल तक बंद की गई है।
इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिलाधीश अमरजीत सिंह ने बताया कि सुजानपुर-संधोल मुख्य सड़क पर बीड़-बगेहड़ा के पास आवश्यक मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य को सुचारू रूप से जारी रखने तथा इसे अतिशीघ्र पूरा करने के लिए इस सड़क पर यातायात 27 अप्रैल तक बंद किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जंगलबैरी से सुजानपुर की ओर आने वाले भारी वाहन बगेहड़ा पुल से समौना सड़क से होते हुए मैहली पुल के पास मुख्य मार्ग तक पहुंच सकते हैं। जबकि, छोटे वाहन बीड़ के नौण से मुड़कर पलाही के पास मुख्य मार्ग तक पहुंच सकते हैं। जंदड़ू से आने वाले वाहन वाया मैहलड़ू होकर मैहली पुल तक आवाजाही कर सकते हैं।
अमरजीत सिंह ने बताया कि संधोल से सुजानपुर आने वाले वाहन जयसिंहपुर होकर भी आवाजाही कर सकते हैं। इसके अलावा हमीरपुर और शिमला के लिए कक्कड़-टौणीदेवी मार्ग को भी वैकल्पिक रूट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। जिलाधीश ने सभी वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है।

===================================

आवश्यक सेवाओं में तैनात कर्मचारी मतदान के लिए भरें 12-डी फार्म
12 मई तक संबंधित सहायक निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंचना चाहिए 12-डी फार्म
प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में पोस्टल बैलेट सेंटर पर मतदान के लिए निर्धारित होंगे 3 दिन

हमीरपुर 23 अप्रैल। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य, परिवहन, अग्निशमन, पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति और अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों को लोकसभा आम चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में मतदान का अवसर प्रदान करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष व्यवस्था की है। ये अधिकारी और कर्मचारी प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र स्तर पर स्थापित होने वाले पोस्टल बैलेट सेंटर (पीबीसी) पर जाकर मतदान कर सकेंगे, लेकिन इसके लिए उन्हें 12-डी फार्म भरना होगा। पीबीसी पर मतदान के लिए उन्हें 3 दिन का समय दिया जाएगा। मंगलवार को आवश्यक सेवाओं से संबंधित विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आवश्यक सेवाओं की श्रेणियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ और एम्बुलेंस सेवाएं, अग्निशमन विभाग के आवश्यक डयूटी कर्मचारी, लंबे रूटों पर तैनात चालक और परिचालक, दुग्ध प्रसंघ और सहकारी समितियों के दूध आपूर्ति सेवा में तैनात कर्मचारी, मान्यता प्राप्त मीडियाकर्मी, पंप ऑपरेटर और टर्नर, इलेक्ट्रीशियन और लाइन-मैन तथा जेल कर्मचारी शामिल हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पीबीसी पर मतदान के लिए इन श्रेणियों के अधिकारियों व कर्मचारियों को फार्म 12-डी भरना होगा और नोडल अधिकारी फार्म के भाग-2 में अपना प्रमाण पत्र भी देंगे। नोडल अधिकारी इसे संबंधित निर्वाचन अधिकारी या सहायक निर्वाचन अधिकारी को प्रेषित करेंगे। यह फार्म चुनाव की अधिसूचना के 5 दिन के भीतर यानि 12 मई तक संबंधित निर्वाचन अधिकारी या सहायक निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंच जाना चाहिए।
अमरजीत सिंह ने बताया कि 12-डी फार्म के माध्यम से आवेदन करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को पीबीसी के पूरे पते, तिथि और समय के बारे में एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा। आवेदन मंजूर होने के बाद उस मतदाता का नाम मतदाता सूची में मार्क हो जाएगा और वह केवल पीबीसी में ही मतदान कर सकेगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने संबंधित विभागों के नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पीबीसी पर मतदान के लिए पात्र अधिकारियों-कर्मचारियों के फार्म जल्द भरवाएं और इन्हें 12 मई तक निर्वाचन अधिकारी या सहायक निर्वाचन अधिकारी तक पहुुंचा दें।
इस अवसर पर निर्वाचन विभाग के तहसीलदार उपेंद्रनाथ शुक्ला ने नोडल अधिकारियों को 12-डी फार्म से संबंधित प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

=================================

‘मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी से मजबूत होता है लोकतंत्र ’

भोरंज 23 अप्रैल। पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) हमीरपुर की ओर से भोरंज उपमंडल के गांव सपलूही में स्थानीय महिलाओं के लिए आयोजित किए जा रहे एक प्रशिक्षण शिविर के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के मतदाता जागरुकता कार्यक्रम ‘स्वीप’ के तहत मंगलवार को एक विशेष जागरुकता सत्र भी आयोजित किया गया।
इस अवसर पर जिला अग्रणी प्रबंधक लक्ष्मी नारायण काजल, आरसेटी के निदेशक अजय कुमार कतना और पंजाब नेशनल बैंक की भरेड़ी शाखा के अधिकारियों ने महिलाओं को मतदान के महत्व से अवगत करवाया। लक्ष्मी नारायण काजल ने कहा कि हमें प्रत्येक निर्वाचन में निर्भय होकर तथा किसी भी तरह के प्रलोभन या झांसे में आए बगैर अपने विवेक के अनुसार ही मतदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी से ही हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती मिलती है। इस जागरुकता सत्र में बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाओं ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।