*सरकार की लापरवाही के कारण लाखों क्विंटल गेहूं व सरसों खराब हो गया है- बजरंग गर्ग
*मंडियों में लगभग 57.50 मेट्रिक टन गेहूं आने के बावजूद उठान सिर्फ ना के बराबर है- बजरंग गर्ग
*सरकार द्वारा गेहूं की खरीद, उठान व भुगतान ना करने पर आढ़तियों व किसानों में बड़ा भारी रोष है- बजरंग गर्ग
*सरकार को अपने वादे के अनुसार गेहूं की तुरंत खरीद, उठान व भुगतान करना चाहिए- बजरंग‌ गर्ग
*गेहूं उठाने में जो भी ठेकेदार लापरवाही बरत रहा है, सरकार को उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए- बजरंग गर्ग
*सरकार को बारिश के कारण गेहूं व सरसों जो खराब हुई है, उसका तुरंत मुआवजा किसानों को देना चाहिए- बजरंग गर्ग
*सरकार को डबल शिफ्ट करके मंडियों से गेहूं का उठान तुरंत करवाना चाहिए- बजरंग‌ गर्ग
हिसार, 24.04.24-- हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने अनाज मंडी में व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण बारिश होने से किसान की लाखों क्विंटल गेहूं व सरसों खराब हो गई है जबकि कल हरियाणा में अनेकों जिलों में तेज हवा के साथ-साथ बारिश के कारण मंडियों में खुले में पड़ा गेहूं व सरसों भीग गया है। इसी प्रकार पहले भी हरियाणा में कई बार बारिश व हल्की बूंदा-बांदी के कारण काफी गेहूं व सरसों खराब हो चुका है जबकि मंडियों में अब तक लगभग 57.50 लाख मैट्रिक टन गेहूं आ चुका है जबकि गेहूं का उठान सिर्फ 30-35 प्रतिशत ही हुआ है जो ना के बराबर है। सरकार द्वारा गेहूं की खरीद, उठान व भुगतान समय पर ना होने के कारण किसान व आढ़तियों में बड़ी भारी नाराजगी है। सरकार को अपने वादे के अनुसार तुरंत प्रभाव से गेहूं की खरीद, उठान व भुगतान करना चाहिए। गेहूं के उठान में जो भी सरकारी ठेकेदार लापरवाही बरत रहा है सरकार को उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को बारिश के कारण जो गेहूं व सरसों खराब हुई है उसका तुरंत मुआवजा किसानों को देना चाहिए। श्री गर्ग ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा 26-27 अप्रैल को हरियाणा में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है और 26-27 अप्रैल को हरियाणा में येलो अलर्ट जारी भी किया गया है। अगर मंडियों से गेहूं व सरसों का तुरंत उठान नहीं हुआ तो खुले में जो लगभग 37 लाख मेट्रिक टन गेहूं पड़ा है वह खराब हो जाएगा। सरकार को डबल शिफ्ट करके तुरंत गेहूं का उठान मंडियों से करना चाहिए।