चण्डीगढ़-05.05.24 : सेक्टर 20 स्थित प्राचीन श्री गुग्गा माड़ी हनुमान मन्दिर के सामने रामलीला मैदान में आयोजित श्रीमद् रामचरितमानस (रामायण) रामकथा दिव्य महोत्सव के पांचवें दिन कथा व्यास विश्वविख्यात सन्त रमेश भाई शुक्ला ने प्रवचन के दौरान कहा कि श्री राम जी की भक्ति गंगा की धारा की तरह है। मानव शरीर नौका है और गंगा भक्ति है। जो भगवान के प्रति अपनी आस्था एवं भक्ति रखता है। श्री राम उसी नौका में सवार होते हैं। केवट के दो भाव दिखाई देते हैं एक उसकी भक्ति लोभ रहित थी और दूसरा उसे कोई भय नहीं था। जो राम की भक्ति करता है। उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। जो व्यक्ति माया और अहंकार को भस्म कर देता है उसे ईश्वर की प्राप्ति होती है

प्राचीन श्री गुग्गा माड़ी मंदिर चैरिटेबल ट्रस्ट, सैक्टर-20 सी, चण्डीगढ़ द्वारा स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, सेक्टर 30 के सौजन्य से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। 31 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया।