लोकसभा तथा विस उपचुनाव के लिए पहले दिन कोई नामांकन नहीं
14 मई तक चलेगी नामांकन प्रक्रिया, 11-12 मई को दाखिल नहीं होंगे नामांकन
धर्मशाला, 07 मई। जिला निर्वाचन अधिकारी डीसी हेमराज बैरवा ने बताया कि मंगलवार को नामांकन के पहले दिन कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र तथा धर्मशाला विस उपचुनाव के लिए कोई भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं हुआ है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि नामांकन 14 मई तक दाखिल किए जा सकेंगे। 11 और 12 मई को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण नामांकन दाखिल नहीं होंगे। परन्तु 10 मई को सार्वजनिक अवकाश होने पर भी नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि 15 मई को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी जबकि 17 मई तक नामांकन वापिस लेने की तिथि निर्धारित की गई है इसके साथ ही 01 जून को मतदान होगा जबकि चार जून को मतगणना की जाएगी।
उन्होंने कहा कि नामांकन के लिए उम्मीदवार को केवल तीन गाड़ियों को ही निर्वाचन अधिकारी के प्रवेश द्वार तक आने की अनुमति रहेगी। वहीं नामांकन दाखिल करते समय उम्मीदवार सहित कुल पांच लोग ही निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में उपस्थित हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि नामांकन की प्रत्येक गतिविधि पर सीसीटीवी की नजर रहेगी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को फूल प्रूफ बनाया जाएगा। उन्होंने लोकसभा चुनाव के इच्छुक उम्मीदवारोें से भी आग्रह किया कि वह नामांकन के दौरान चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देेशों की अनुपालना सुनिश्चित करें। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निष्पक्ष तथा पारदर्शी तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं तथा अधिकारियों तथा कर्मचारियों की डयूटी भी लगाई गई है।

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प्रत्याशियों के व्यय पर रखी जाए कड़ी निगरानी: प्रतिभा चैधरी
व्यय निगरानी पर्यवेक्षक ने मीडिया माॅनिटरिंग सेल का किया निरीक्षण
व्यय से संबंधित कोई भी शिकायत उनके मोबाईल नम्बर 85279-88781 पर करें
धर्मशाला, 07 मई। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव के तहत कांगड़ा-चंबा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र तथा धर्मशाला विस उपचुनाव में व्यय निगरानी के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक प्रतिभा चैहान आईआरएस-2011 ने निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव करवाने के लिए पार्टी और प्रत्याशियों के व्यय पर कड़ी नजर रखने निर्देश दिए हैं। इस दौरान व्यय पर्यवेक्षक ने चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार निर्वाचन व्यय निगरानी के लिए किए इंतजामों का निरीक्षण भी किया, व्यय निगरानी पर्यवेक्षक ने मीडिया माॅनिटरिंग सेल का निरीक्षण भी किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में व्यय की सीमा चुनाव आयोग ने 95 लाख निर्धारित की है। इसी सीमा के अन्दर प्रत्याशी को प्रचार में खर्च करना होगा। उन्होंने बताया कि चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही व्यय निगरानी कमेटियांे ने कार्य करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि नामांकन के उपरांत प्रत्याशी द्वारा प्रचार में खर्च की गई धनराशि को उनके चुनावी व्यय में जोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव तथा विस उपचुनाव के दौरान व्यय से संबंधित कोई भी शिकायत उनके मोबाईल नम्बर 85279-88781 पर की जा सकती है।