बिलासपुर में गुड गवर्नेंस इंडेक्स पर समीक्षा बैठक आयोजित, अधिकारियों को रचनात्मक और नवाचारपूर्ण विचारों पर काम करने के दिए निर्देश
बिलासपुर, 19 नवंबर 2024-जिला मुख्यालय के बचत भवन में गुड गवर्नेंस इंडेक्स (District Good Governance Index) के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने की। बैठक में जिला के सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने बिलासपुर को गुड गवर्नेंस इंडेक्स में शीर्ष स्थान दिलाने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया और उन संकेतकों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए, जिनमें जिला पिछड़ गया है।
उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि गुड गवर्नेंस इंडेक्स जिले की प्रगति का आईना है और यह शासन की गुणवत्ता को मापने का एक सटीक उपकरण है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह सूचकांक न केवल उनकी जिम्मेदारियों का आकलन करता है, बल्कि विकास की राह में आने वाली चुनौतियों और अवसरों को भी उजागर करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक विभाग को सूचकांक के मापदंडों पर ध्यान केंद्रित करते हुए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना चाहिए।
बैठक में उपायुक्त ने बताया कि महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग जैसे विभागों ने कई क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। हालांकि, उनके प्रयास सूचकांक में सही ढंग से परिलक्षित नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में सुधार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना होगा, ताकि आने वाले समय में बिलासपुर जिला शीर्ष स्थान पर आ सके।
उपायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए कि वे सभी सूचनाओं और डेटा की प्रामाणिकता और सटीकता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गलत या अपूर्ण जानकारी न केवल शासन की प्रक्रिया को बाधित करती है, बल्कि जनता के विश्वास को भी प्रभावित कर सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि गुड गवर्नेंस इंडेक्स के माध्यम से शासन की नीतियों और कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाया जा सकता है। उपायुक्त ने कहा कि यह सूचकांक विभागीय प्रदर्शन की तुलना करने और भविष्य की योजनाओं के लिए आधार तैयार करने में सहायक है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे इसे केवल एक मूल्यांकन प्रणाली न समझें, बल्कि इसे अपने कार्यों को बेहतर बनाने के अवसर के रूप में देखें।
बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी विभागों से अधिक समन्वय और सहयोग के साथ काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सूचकांक में सुधार न केवल जिले की प्रगति को प्रदर्शित करेगा, बल्कि जनता की उम्मीदों को पूरा करने में भी सहायक होगा।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने विभागों को निर्देश दिए कि वे केवल निर्धारित प्रक्रियाओं और मापदंडों तक सीमित न रहें, बल्कि रचनात्मक और नवाचारपूर्ण विचारों पर काम करें। उन्होंने कहा कि हर विभाग को अपने कार्यक्षेत्र में सुधार और बेहतर परिणामों के लिए नई तकनीकों और योजनाओं को अपनाने की पहल करनी चाहिए।
उपायुक्त ने जोर देकर कहा कि प्रशासन में गुड गवर्नेंस केवल एक लक्ष्य नहीं है, बल्कि एक सतत प्रक्रिया है, जिसे रचनात्मक सोच और सक्रिय भागीदारी से ही हासिल किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़ते हुए ऐसे उपाय खोजें, जो जनता की सुविधा और विकास के उद्देश्यों को अधिक प्रभावी ढंग से पूरा कर सकें।
============================================
CM Sukhwinder Sukhu's ‘Apna Vidyalaya’ Initiative Gains Momentum in Bilaspur
Important Meeting Held Under the "Apna Vidyalaya" Program in Bilaspur, DC Selects School, to Visit on November 22
Bilaspur, November 19, 2024:A significant meeting was held in Bilaspur under the chairmanship of Deputy Commissioner (DC) Abid Hussain Sadik to discuss the "Apna Vidyalaya" program launched by Chief Minister Sukhvinder Singh Sukhu. This initiative aims to enhance the quality of education in government schools by encouraging administrative officers to adopt a school of their choice. The focus is on fostering collaborative partnerships to create a supportive and effective educational environment.
During the meeting, the DC announced that he has adopted the Boys' School in Bilaspur city. He assured that all possible support would be provided to improve the school’s educational standards and infrastructure. The DC further shared that he would personally visit the school on November 22 to assess its needs. He urged other officers to actively participate in this initiative by adopting schools as soon as possible and contributing to their development.
The "Apna Vidyalaya" program includes several efforts aimed at improving school standards. Adopted schools will receive career counseling and guidance for students, extra classes to help them prepare for exams, and remedial teaching to address academic weaknesses. Additionally, officers will work to strengthen the schools’ infrastructure and address other critical needs in coordination with the administration.
The DC clarified that the primary objective of the program is to enhance the quality of education without interfering with the school environment. He emphasized that the initiative is based on collaboration, benefiting not only the schools but also the broader community. He also stressed the importance of coordinated efforts among all departments to ensure the program’s effective implementation.
All officials present at the meeting expressed their commitment to making the "Apna Vidyalaya" program a success. They described it as a revolutionary initiative to bring significant improvements to the education sector and pledged their full support. The program is expected to uplift students’ academic performance and prepare them for meaningful contributions to society, thereby fostering a robust and empowered education system.