Bilaspur, 08.02.25-प्रदेश के तकनीकी शिक्षा एवं आवास मंत्री राजेश धर्माणी ने आज फेटी धार स्थित गोदड़िया सिद्ध मंदिर तक अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया और इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की संभावनाओं पर चर्चा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को पर्यटन के केंद्र के रूप में उभारने के लिए एक बड़े पार्क के निर्माण की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
धर्माणी ने वन विभाग के अधिकारियों को पनोह से गोदड़िया सिद्ध होते हुए त्यून किले तक एक पैदल ट्रैक विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यह ट्रैक फोरलेन से जुड़कर पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस लंबे ट्रैक में बीच-बीच में आराम करने के लिए शैड (छायादार स्थल) बनाए जाएंगे, ताकि पर्यटक सुगमता से यात्रा कर सकें और प्रकृति का आनंद ले सकें।
इसके अतिरिक्त, राजेश धर्माणी ने भगेड़ से खरला, खुंगारे, बाग और पनोल होते हुए ओशल जंगल तक एक और पैदल ट्रैक विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को इन दोनों ट्रैक्स के निर्माण कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इन ट्रैक्स के बीच में कुछ रमणीक स्थल और जल स्रोत मौजूद हैं, जहां पर्यटक बैठकर शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
धर्माणी ने कहा कि हमारा उद्देश्य हिमाचल आने वाले पर्यटकों को आकर्षित कर ग्रामीण क्षेत्रों तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करना है, जिससे पर्यटन के लाभ स्थानीय लोगों तक पहुंचे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फोरलेन का वास्तविक लाभ तभी मिलेगा जब हम पर्यटकों को यहां अधिक समय तक रोकने के लिए नई गतिविधियों को शुरू करेंगे।
उन्होंने बताया कि इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए गोविंद सागर झील और इसके आसपास के क्षेत्रों में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियां शुरू की जा रही हैं। हमारा मुख्य लक्ष्य बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से उभारना और इसे प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में स्थापित करना है।