बहाव सिंचाई योजना कोठी बताला - ज्योरा मूहल का निर्माण कार्य पूर्ण, किसानों को समर्पित
बिलासपुर, 15 फरवरी – श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र में कृषि विभाग, हिमाचल प्रदेश की फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना (JICA) चरण-2 के अंतर्गत बहाव सिंचाई योजना कोठी बताला - ज्योरा मूहल का निर्माण कार्य पूरा कर इसे किसानों को समर्पित किया गया। इस योजना के रखरखाव की जिम्मेदारी कृषक विकास एसोसिएशन बहाव सिंचाई योजना कोठी बताला - ज्योरा को सौंपी गई है।
इस परियोजना से 65 किसान परिवारों की 11.90 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी, जिससे क्षेत्र में फसलों की उत्पादकता बढ़ेगी। इस योजना पर 34.83 लाख rupees व्यय किए गए हैं।
इस अवसर पर JICA परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान, मुख्य परियोजना सलाहकार बलजीत सिंह संधु, विवाद विशेषज्ञ डॉ. मशुलता, खंड परियोजना प्रबंधक डॉ. देवेंद्र सांख्यान, कृषि…
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जिला स्तरीय जन शिकायत निवारण समिति की बैठक 21 फरवरी को आयोजित होगी
बिलासपुर, 15 फरवरी 2025 – जिला स्तरीय जन शिकायत निवारण समिति की बैठक 21 फरवरी 2025 को प्रातः 11:30 बजे उपायुक्त कार्यालय के बचत भवन में आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता तकनीकी शिक्षा, नगर एवं ग्राम योजना तथा आवास मंत्री, हिमाचल प्रदेश, राजेश धर्माणी करेंगे।
यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर डॉ. निधि पटेल ने दी। उन्होंने बताया कि इस बैठक में जिले से संबंधित विभिन्न जन शिकायतों के निवारण हेतु विस्तृत चर्चा की जाएगी। बैठक में प्राप्त शिकायतों के आधार पर आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे, जिससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली को अधिक प्रभावी और उत्तरदायी बनाया जा सके।
बैठक के लिए मदें भेजने की समय सीमा निर्धारित
अतिरिक्त उपायुक्त ने समिति के सभी गैर-सरकारी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे 18 फरवरी 2025 सांय 4:00 बजे तक चर्चा हेतु मदों का मसौदा इस कार्यालय को प्रेषित करें, ताकि उन्हें एजेंडा में सम्मिलित किया जा सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक सदस्य अधिकतम दो ही मदें इस कार्यालय को भेज सकते हैं।
बैठक में भागीदारी हेतु अनुरोध
सभी गैर-सरकारी सदस्यों से अनुरोध किया गया है कि वे निर्धारित तिथि, समय और स्थान पर बैठक में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें, ताकि जिले से संबंधित मुद्दों पर प्रभावी निर्णय लिए जा सकें और प्रशासन व जनता के बीच समन्वय को और अधिक सशक्त किया जा सके।
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विश्व कुष्ठ रोग अभियान
BILASPUR, 15.02.25-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग खंड झडूता के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर परविंदर सिंह के आदेशानुसार आईसी ब्यूरो झडूता द्वारा विश्व कुष्ठ रोग अभियान का आयोजन ग्राम पंचायत रोहल के अंतर्गत नंग्ओ के पूल कंस्ट्रक्शन मे कार्यरत प्रवासी मजदूरों के बीच आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता इंजीनियर शुभम द्वारा की गई,उपस्थित सभी लोगों को कुष्ठ रोग निवारण हेतु प्रतिज्ञा दिलाई गई।इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग से स्वास्थ्य शिक्षक दीप कुमार उपस्थित हुए। स्वास्थ्य शिक्षक ने कहा कि भारत में 30 जनवरी का दिन महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के साथ ही यह दिवस महात्मा गांधी के कुष्ठ रोगियों के प्रति प्रेम, सदभाव, एवम कुष्ठ रोगियों के प्रति समर्पण के रूप में भी मनाया जाता है,उन्होंने कई कुष्ठ रोगियों की सहायता की थी। स्वास्थ्य शिक्षक ने उपस्थित मजदूरो को बताया कि कुष्ठ रोग का मुख्य उद्देश्य कुष्ठ रोग के प्रभाव और उपचार विकल्पों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है एवं समाज में इस रोग के कलंक व भेदभाव को समाप्त करना है। कुष्ठ रोग माइक्रोबैक्टीरिया लेप्रो नामक जीवाणु के कारण होने वाला एक पुराना संक्रामक रोग है। कुष्ठ रोग को हैनसेन रोग के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष का थीम : एकजुट हो जाओ, काम करो, कुष्ठ रोग को समाप्त करो: एक वैश्विक अनिवार्यता। यह रोग लोगों की जागरूकता व एकजुटता से ही समाप्त किया जा सकता है। यह रोग मुख्य रूप से त्वचा ,नसों और शलेशमा झिल्ली को प्रभावित करता है।कुष्ठ रोग के लक्षणों में त्वचा के घाव, सुनता और मांसपेशियों में कमजोरी शामिल है। कुष्ठ रोग संक्रमित व्यक्ति के नाक और मुंह से निकलने वाली बूंद के माध्यम से फैलता है, लेकिन इसके लिए लंबे समय तक संपर्क की आवश्यकता होती है।कुष्ठ रोग का इलाज मल्टी ड्रग्स थेरेपी द्वारा 6 से 12 महीने मे (एमटी) मे किया जाता है जो दुनिया भर में उपलब्ध है। कुष्ठ रोग से जुड़ा कलंक आज भी दुनियाभर के लोगों को प्रभावित करता है।यह विकलांगता को रोकने के लिए शीघ्र निदान और उपचार की आवश्यकता को बढ़ाता है।इस रोग की पहचान सबसे पहले स्पेनिश डॉक्टर फोलोर द्वारा 1954 मे की गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार 2020 में दुनिया भर में कुष्ठ रोगियों के लगभग 130,000 लाख मामले सामने आए थे। वहीं भारत में कुष्ठ रोगों के मामले की प्रसार दर घटकर प्रति 10,000 जनसंख्या पर 0.45 मामले रह गए हैं। 2021-22 के अनुसार भारत में 75,394 मामले सामने आए थे। वहीं हिमाचल की बात करें तो अप्रैल 2021 से 31 जनवरी 2022 तक हिमाचल में 101 मामले दर्ज है, वहीं जिला बिलासपुर में कुष्ठ रोगियों की संख्या चार है, इसलिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम(एनएलईपी) चलाया गया है। इस वर्ष का लक्ष्य शीघ्र पहचान और उपचार की सुविधा बढ़ाना कलंक को कम करना और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाना। भारत सरकार ने 2027 तक" कुष्ठ मुक्त भारत" का लक्ष्य हासिल करना। कार्यक्रम मे आशा सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित रही