टीबी की जांच को ज्यादा से ज्यादा लोगों के टेस्ट करवाने पर करें फोक्स: डीसी
ग्राम सभा में टीबी उन्मूलन के लिए लोगों को किया जाएगा जागरूक
क्षय रोग निवारण समिति की बैठक में टीबी विजेता किए सम्मानित
धर्मशाला, 22 मार्च। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि क्षय रोग निवारण के लिए टीबी की जांच के टेस्ट करवाने को विशेष प्राथमिकता दें ताकि टीबी के लक्षण वाले रोगियों का समय पर उपचार सुनिश्चित किया जा सके। इसके साथ ही चिकित्सा अधिकारियों को टीबी रोगियों से संपर्क स्थापित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। शनिवार को जोनल अस्पताल धर्मशाला में क्षय रोग निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि टीबी के लक्षण हों या न हों, सभी की एक्स-रे जांच होगी, यदि इसमें संभावित टीबी निकलेगी तो टीबी की पक्की जांच (मॉलिक्यूलर टेस्ट) के लिए उनको भेजा जाएगा। जिनको टीबी निकलेगी उनको टीबी के प्रभावकारी इलाज से जोड़ा जाएगा और जिनको टीबी (या संभावित टीबी) नहीं निकलेगी उनका टीबी से बचने का उपचार (लेटेंट टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी) किया जाएगा।
उन्होंने सभी विभागों को बेहतर आपसी समन्वय के साथ टीबी उन्मूलन के लिए काम करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने इस अभियान के अंतर्गत जनप्रतिनिधियों, युवाओं व विभागीय प्रतिनिधियों द्वारा खुली चर्चा करके टीबी से जुड़ी भ्रान्तियों को दूर करने के निर्देश दिए। उपायुक्त बैरवा ने कहा कि जीपीडीपी के अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों में दस हजार रुपये का प्रावधान किया गया है जिसका उपयोग टीबी जागरूकता से जुड़े गतिविधियों के लिए किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा की बैठकों में भी क्षय रोग निवारण के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मी आम जनमानस को जागरूक करेंगे इस के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा पंचायती राज विभाग को आपसी समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों को भी श्रमिकों के लिए टीबी जागरूकता कैंप के आयोजन के लिए कारगर कदम उठाने के लिए कहा गया है।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने ज्यादा से ज्यादा निक्षय मित्र बनाने के लिए भी आगह किया। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा में 1029 निक्षय मित्रों ने टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों को 11218 पोषण किटें वितरित की हैं जोकि प्रदेश भर में सर्वाधिक हैं। जिला स्वास्थ्य एवं क्षय रोग कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए बताया कि भारत सरकार का 100 दिवसीय टीबी अभियान (7 दिसंबर 2024 से 24 मार्च 2025 तक) चलाया गया जिसमें क्षय रोग निवारण के लिए अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। यह 100 दिवसीय टीबी अभियान अत्यंत अहम रहा है क्योंकि यह उन लोगों तक टीबी सेवाएं पहुँचाने के लिए केंद्रित है जो प्रायः स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में रहते हैं और जिन्हें टीबी की सही जाँच और उचित इलाज नहीं मिल पाता। इस अवसर पर उपायुक्त हेमराज बैरवा ने टीबी विजेता अरूण, नीना, करतार सिंह तथा अंतिमा गुलेरिया को बेहतरीन सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक तथा सभी खंडों के बीएमओ, पंचायती राज विभाग के अधिकारी, स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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29 मार्च से ज्वालाजी में हर प्रकार के हथियारों पर प्रतिबंध: एसडीएम
धर्मशाला, 22 मार्च। श्री ज्वालाजी शक्तिपीठ में 30 मार्च से 7 अप्रैल तक चलने वाले चैत्र नवरात्र मेलों के दृष्टिगत ज्वालामुखी नगर परिषद क्षेत्र में 29 मार्च से 8 अप्रैल तक सभी प्रकार के हथियार और विस्फोटक पदार्थों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। एसडीएम ज्वालामुखी डॉ. संजीव शर्मा ने इस संदर्भ में निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि श्री ज्वालाजी शक्तिपीठ में यात्रियों एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए चैत्र नवरात्र मेलों के दौरान यह निर्णय लिया गया है। एसडीएम ने कहा कि चैत्र नवरात्र सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से बीते इसके लिए हर प्रकार की व्यवस्थाएं की गयी हैं। अतः क्षेत्र के निवासियों एवं आने वाले श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि किसी भी प्रकार के हथियार और असला बारूद को साथ न रखें। प्रशासन द्वारा इस प्रतिबंध का सख्ती से पालन किया जाएगा।
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डीसी की अध्यक्षता में हुई जिला एयरो स्पोर्ट्स नियामक समिति की बैठक
बोले... पैराग्लाइडिंग उड़ान में नियमों की अवहेलना करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाइ
धर्मशाला, 22 मार्च। जिला कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग और उससे संबंधित गतिविधियों का संचालन करने के लिए सबको नियमों का पालन पूरी तरह करना पड़ेगा। जिले में यदि कोई पायलट, ऑपरेटर व एसोसिएशन पैराग्लाडिंग उड़ान से संबंधित नियमों की अवहेलना करते हुए पाया जाता है तो उसपर नियामक समिति द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा तथा नियमानुरूप दंडात्मक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। आज शनिवार को डीसी ऑफिस के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय एयरो स्पोर्ट्स नियामक समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जिला कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।
बकौल डीसी, हमारी पर्यटन गतिविधियों में एयरो स्पोर्ट्स गतिविधियां विशेषकर पैराग्लाइडिंग विश्वभर से पर्यटकों को आकर्षित करती है। इसलिए पैराग्लाइडिंग के संचालन से संबंधित पर्यटकों की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। उपायुक्त ने पैराग्लाइडिंग ऑपरेटरों को निर्देश दिए कि पैराग्लाइडिंग की उड़ाने निर्धारित समय पर ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहुत बार देखने में आया है कि पैराग्लाइडिंग पायलट उड़ान के लिए मनमर्जी करते हैं और निर्धारित समय के अवाला भी उड़ान भरते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पायलट खराब मौसम में भी उड़ान भरते हैं। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पायलट निर्धारित उड़ानों से ज्यादा उड़ान न भर सके।
साईट्स पर तैनात मार्शलों रखें हर गतिविधि पर नजर
उपायुक्त ने कहा कि जिले में पैराग्लाइडिंग साइट्स पर मार्शल की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार मार्शलों की तैनाती आवश्यक है, जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके तथा त्वरित कार्रवाई को अंजाम दिया जा सके। उन्होंने मार्शलों के माध्यम से पैराग्लाइडिंग गतिविधियों पर नज़र रखने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि जो भी ऑपरेटर या पायलट नियमों का उल्लंघन करते हुए लोगों की जान खतरे में डालते हैं, उसके विरुद्ध नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें आर्थिक दंड के अलावा लाइसेंस तक रद्द किए जाएंगे।
स्थानीय स्तर पर भी बने कमेटी
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिस प्रकार जिला स्तरीय नियामक कमेटी बनी है, उसी प्रकार बीड़ और अन्य स्थानों पर स्थानीय नियामक कमेटियों का गठन भी जल्द से जल्द किया जाए। स्थानीय स्तर पर बनने वाली कमेटी में अधिकारियों सहित सभी हितधारकों को सम्मिलित कर मौके पर स्थितियों को रेगुलेट किया जाए। उन्होंने उड़ानों के लिए न्यूनतम और अधिकतम किराया निर्धारित करने के भी निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने साडा के तहत ऑपरेटरों की देनदारियों का ब्योरा तैयार कर अधिकारियों को उन्हें जल्द से जल्द वसूलने के निर्देश भी दिए।
साहसिक पर्यटन का हब बनने की दिशा में कर रहे काम
हेमराज बैरवा ने कहा कि जिले में पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व स्तरीय स्थान उपलब्ध हैं और लोग देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से इसका लुत्फ उठाने के लिए यहां आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने विशेषकर जिले को साहसिक पर्यटन का हब बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को जिले की तमाम पैराग्लाइडिंग साइट के विकास और वहां सुविधाएं बढ़ाने के लिए काम करने को कहा। उपायुक्त ने बैठक में विभिन्न पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन से आए प्रतिनिधियों से भी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए सुझाव मांगे तथा उनको पेश आ रही समस्याओं को जाना।
ये रहे उपस्थित
बैठक में पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विनय धीमान, एसडीएम बैजनाथ डीसी ठाकुर, एसडीएम धर्मशाला संजीव कुमार, डीएफओ राहुल शर्मा, डॉ. अनुराधा तथा जिले भर की पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन अथवा संचालन इकाइयों के प्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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देहरा में 31 मार्च तक बिजली का बिल जमा न करने वालों के कटेंगे कनेक्शन
धर्मशाला, 22 मार्च। विद्युत उपमंडल देहरा के सहायक अभियंता शांति भूषण ने उपमंडल के अधीन आने वाले सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि अपने बिजली के बिल लंबित न रखें और समय से उनका भुगतान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि बिजली के बिल बिजली बोर्ड की वेबसाइट या किसी भी यूपीआई पेमेंट ऐप के माध्यम से ऑनलाइन भी जमा करवाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 31 मार्च तक बिल जमा न करने की स्थिति में बिना आगामी सूचना के नियमानुसार विद्युत कनेक्शन काट दिया जाएगा।