शिमला:22.03.25-कौंसिल चैम्बर में विधान सभा की कार्यवाही देखने आए अलोक प्रकाश गोयल (ए0पी0जी0) विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं कानून विभाग के छात्र – छात्राएँ तथा राजकीय उच्च विद्यालय शरिया, जिला सिरमौर के छात्र – छात्राओं से अलग- अलग संवाद के दौरान विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने कहा कि हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा लोकतन्त्र है। आज भारत की आबादी एक अरब 40 करोड़ है। आज सबसे ज्यादा युवा हमारे देश में हैं इसलिए भारत को युवाओं का देश भी कहा जाता है। पठानियां ने कहा कि लोक सभा व विधान सभा लोकतन्त्र के सबसे बड़े मन्दिर हैं जहाँ देश के विभिन्न भागों से निर्धारित निर्वाचन क्षेत्रों से लोक सभा तथा विधान सभा में चुनकर आते हैं तथा ये चुने हुए सदस्य लोक सभा व विधान सभा का गठन करते हैं। पठानियां ने कहा कि कानून बनाने का अधिकार केवल चुने हुए प्रतिनिधियों के पास है अर्थात लोक सभा तथा विधान सभा ही कानून बना सकती है।
पठानियां ने कहा कि हमारी संसदीय प्रणाली संघीय ढाँचे पर आधारित है जिसमें राज्य तथा संघ शामिल हैं। इस अवसर पर छात्रों ने विधान सभा अध्यक्ष से कई प्रश्न भी पूछे जिसका उन्होने सिलसिलेवार जवाब दिया। इस अवसर पर कुछ पत्रकारों से बात करते हुए पठानियां ने कहा कि जिस तरह छात्र – छात्राएँ तथा युवा सदन की कार्यवाही देखने के लिए आकर्षित हो रहे हैं तथा हर रोज 100 के करीब विद्यार्थी यहाँ सदन की कार्यवाही देखने आ रहे हैं यह लोकतान्त्रिक प्रणाली की मजबूती का सबब है तथा युवाओं का इस प्रणाली में अटूट विश्वास है।
पठानियां ने कहा जिस तरह बाल सत्र में बच्चों ने अपना अभिनय एक मुख्यमंत्री, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर तथा मन्त्रीपरिषद के सदस्य के रूप में किया वह अविस्मरणीय तथा आश्चर्यचकित करने वाला था क्योंकि जिन ज्वलंत विषयों को उन्होने उठाया और उस पर चर्चा उपरान्त समाधान खोजने का प्रयास किया वह अनुकरणीय एवं सराहनीय था। बाल सत्र आयोजन के पीछे कारण था कि सभी इस प्रणाली को जाने, समझें तथा इससे रूबरू हों ताकि इस प्रणाली के महत्व को हर जन तक पहुँचा सकें। विधान सभा अध्यक्ष ने सभी को सदन की कार्यवाही देखने के लिए आमंत्रित किया तथा सभी को अपनी ओर से अनंत शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर उप-मुख्य सचेतक हि0प्र0 सरकार केवल सिंह पठानियां विशेष रूप से उपस्थित थे।
(हरदयाल भारद्वाज)
संयुक्त निदेशक एवं मुख्य प्रवक्ता,
हि0प्र0 विधान सभा।