CHANDIGARH, 04.07.25-चंडीगढ़ में कैब सेवाओं के लिए नई एग्रीगेटर नीति के लागू होने से शहरभर के कैब चालकों में खुशी का माहौल है। चालकों ने प्रशासक गुलाबचंद कटारिया का विशेष धन्यवाद करते हुए कहा कि यह निर्णय लंबे संघर्ष और संवाद का परिणाम है।

कैब यूनियन अध्यक्ष अमनदीप सिंह, जिन्होंने पूर्व में 17 दिन तक भूख हड़ताल की, और संयोजक सुमित छाबड़ा, जिन्होंने बीते 5 वर्षों से नीति के लिए संघर्ष और कागजी कार्रवाई में अग्रणी भूमिका निभाई, को विशेष रूप से सराहा गया।

ऑटो यूनियन अध्यक्ष अनिल कुमार, तथा पूर्व मेयर व भाजपा नेता अरुण सूद के सहयोगात्मक प्रयासों की भी प्रशंसा की गई। सूद के हस्तक्षेप से नीति में तेज़ी आई और उन्होंने कैब चालकों की मांगों को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया।

प्रमुख लाभ:
• चालकों को मिलेगा कुल किराए का 80% हिस्सा
• कंपनियों के लिए चंडीगढ़ में रजिस्टर्ड कार्यालय अनिवार्य
• 6 लाख का हेल्थ और 10 लाख का टर्म इंश्योरेंस
• न्यूनतम किराया 3 किमी तय
• निजी वाहनों का व्यावसायिक उपयोग प्रतिबंधित
• ‘गैर-भेदभाव नीति’ लागू
• KYC आधारित राइड पूलिंग से सुरक्षा सुनिश्चित
• AI टूरिस्ट परमिट वाहनों को मिलेगा संरक्षण
• एक दिन में 12 घंटे से अधिक ड्राइविंग पर रोक

कैब यूनियन संयोजक सुमित छाबड़ा ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है — नीति के पूर्ण क्रियान्वयन और शेष सुधारों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।

ऑटो यूनियन अध्यक्ष अनिल कुमार ने निजी वाहनों को प्लेटफॉर्म से हटाने की माँग दोहराई।

पूर्व मेयर अरुण सूद ने कहा कि छह माह पूर्व किए गए आश्वासन को पूरा होते देखना संतोषजनक है और जल्द ही न्यूनतम किराया दरें भी घोषित होने की उम्मीद है।