सरकार द्वारा पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों पर ज्यादा फीस लगाने से प्रदेश की आम जनता में बड़ा भारी रोष है - बजरंग गर्ग
सरकार द्वारा पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों की फीस बढ़ाने पर आम जनता का मकान व दुकान बनाने का सपना सपना बनकर ही रह जाएगा - बजरंग गर्ग
पीछली सरकार 2014 में केसर, रेती लगभग 7 रूपये फुट थी सरकार की गलत नीतियों के कारण आज 35 रूपये फुट बिक रहा है - बजरंग गर्ग
रायल्टी बढ़ाने से मकान, दुकान व अन्य निर्माण करना पहले से लगभग 25 प्रतिशत मंहगा हो जाएगा - बजरंग गर्ग
सरकार को पत्थर, बजरी, रेत व बालू रेत पर बढ़ाई गई रायल्टी को तुरन्त प्रभाव से वापस लेना चाहिए - बजरंग गर्ग
सरकार की गलत नीतियों से सरिया, सिमेंट, ईट, रेती, बजरी व हर निर्माण सामग्री के दाम पहले से कई गुणा बढ़ोतरी हो गई है - बजरंग गर्ग
हिसार, 04.07.25- - हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने खनन व्यापारी व जनप्रतिनिधी से बातचीत करने के उपरान्त कहा कि सरकार द्वारा पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों पर ज्यादा फीस लगाने से प्रदेश की आम जनता में बड़ा भारी रोष है। सरकार द्वारा पत्थर, बजरी, रेत पर रायल्टी व वाहनों की फीस बढ़ाने पर आम जनता का मकान व दुकान बनाने का सपना सपना बनकर ही रह जाएगा। बजरंग गर्ग ने कहा कि पीछली सरकार 2014 में करेसर, रेती, बजरी लगभग 7 रूपये फुट थी सरकार की गलत नीतियों के कारण आज 35 रूपये फुट बिक रहा है। अभी पत्थर, बजरी, रेता पर रायल्टी 45 रूपये प्रति टन है जिसे बढ़ाकर 100 रूपये प्रति टन कर दिया है बालू रेता की रायल्टी जो 40 रूपये प्रति टन था उसे बढ़ाकर 80 रूपये प्रति टन करना जनता की जेब में डाका डालना है। जबकि चूना व पत्थर पर 150 रूपये प्रति टन रायल्टी करना उचित नहीं है। बजरंग गर्ग ने कहा कि रायल्टी बढ़ाने से मकान, दुकान व अन्य निर्माण करना पहले से लगभग 25 प्रतिशत मंहगा हो जाएगा। गरीब आदमी को रहने के लिए 50 व 100 गज का मकान बनाने में बड़ी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। जबकि सरकार की गलत नीतियों से सरिया, सिमेंट, ईट, रेती, बजरी व हर निर्माण सामग्री के दाम पहले से कई गुणा बढ़ोतरी हो गई है। लगातार रायल्टी व टैक्सों में बढ़ोतरी होने से आम जनता को उसकी दौहरी मार पड़ रही है। बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को पत्थर, बजरी, रेत व बालू रेत पर बढ़ाई गई रायल्टी को तुरन्त प्रभाव से वापस लेना चाहिए। ताकि गरीब व्यक्ति रहने के लिए दो कमरे का मकान बना सकें।