पालमपुर, 22 नवम्बर। खुम्ब विकास परियोजना पालमपुर में बिलासपुर जिले के 40 किसानों के लिए आयोजित पाँच दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण शिविर शनिवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस समापन समारोह में चौधरी सरवन कुमार कृषि महाविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. विनोद शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
डॉ. विनोद शर्मा ने प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले जिला बिलासपुर के चार विकासखंडों के 40 किसानों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ ही उन्हें एक विस्तृत मशरूम प्रशिक्षण पुस्तिका भी वितरित की। उन्होंने किसानों को उनके सफल प्रशिक्षण के लिए बधाई दी और इस ज्ञान को व्यवहार में लाकर अपनी आय बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के लिए मशरूम उत्पादन भी आजीविका का बेहतर विकल्प है उन्होंने कहा कि मशरूम की खेती को किसान स्वरोजगार के रूप में अपना सकते हैं। उन्होंने किसानों से एकीकृत खेती को अपनाकर अजीविका को सुदृढ करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर मशरूम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के विषय वाद विशेषज्ञ (खुम्ब) डॉ. हितेंद्र पटियाल ने प्रोजेक्ट की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद से अब तक मशरूम उत्पादन पर 200 प्रशिक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें प्रदेश भर के लगभग 9000 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है। यह आंकड़ा हिमाचल प्रदेश में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्शाता है।
शिविर के दौरान किसानों को मशरूम की विभिन्न किस्मों के उत्पादन की आधुनिक तकनीकों, प्रबंधन और विपणन की जानकारी दी गई। साथ ही किसानों ने प्रशिक्षण के अनुभव भी साझा किए।
कार्यक्रम में उद्यान विकास अधिकारी पालमपुर डॉ. राजेश पटियाल, उद्यान विकास अधिकारी (प्रशिक्षण) डॉ. हितेश ठाकुर, उद्यान विकास अधिकारी बिलासपुर अजय कौंडल ने भी किसानों को विभागीय योजनाओं से भी अवगत कराया।