CHANDIGARH, 10.12.25-सेक्टर 43 में सरकारी डिस्पेंसरी नहीं होने के कारण स्थानीय निवासियों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें इलाज के लिए दूर-दराज के सेक्टरों की डिस्पेंसरियों में जाना पड़ता है, जिससे न केवल निवासियों को असुविधा होती है, बल्कि अन्य डिस्पेंसरियों में भी मरीजों का बोझ अनावश्यक रूप से बढ़ जाता है।

उपायुक्त महोदय को अवगत कराया कि सेक्टर के भावी विकास योजना में कम्युनिटी सुविधाओं के लिए प्रशासन ने एक स्थान आरक्षित रखा है, जिसे सरकारी डिस्पेंसरी के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। कुछ समय पूर्व मैं इसी मुद्दे पर सेक्टर के प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्य वास्तुकार श्री मेहता जी से भी मिल चुकी हूँ। उन्होंने टाउन प्लानिंग विभाग के श्री परमजीत सिंह को मौके पर भेजकर इस स्थान को चिह्नित करवाया था और अब इसकी आधिकारिक पुष्टि हो चुकी है। प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त को इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा।

उपायुक्त श्री निशांत यादव ने इस प्रस्ताव पर अत्यंत सकारात्मक रुख दिखाया और शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए।

प्रतिनिधि मंडल ने निम्नलिखित अन्य महत्वपूर्ण मांगें भी रखीं:
- सेक्टरों में अवैध रूप से चल रहे पेइंग गेस्ट हाउसों की पुलिस व RWA के संयुक्त अभियान द्वारा सत्यापन करवाने की मांग।
- सेक्टर 34, 35 और 43 में खाली पड़ी सरकारी जमीनों के चारों ओर सुरक्षा फेंसिंग लगाने की मांग।

उपायुक्त महोदय ने सभी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।

प्रतिनिधि मंडल में श्री राजेश राय, श्री विक्रम चोपड़ा, श्री एम.एस. भल्ला, श्री अशोक पराशर, श्री नरेश सलवान, श्री जसविंदर सिंह, श्री आई.पी.एस. बजाज तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

*प्रेमलता*
पार्षद, वार्ड नंबर 23
चंडीगढ़ नगर निगम