PANNAJI (GOA)भारतीय पैनोरमा- आईएफएफआई गोवा 2017 के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में माना जाता है। इस सत्र में फिल्म निर्देशक कुंजिला और वैभव हिवासे ने अपनी फिल्मों-जीआई (मलयालम) और पलाश (बंगाली)- बनाने के अनुभवों को साझा किया। इस सत्र का उद्देश्य उपस्थित दर्शकों और फिल्म निर्माताओं को इस देश की भिन्न-भिन्न संस्कृति, भाषा और विरासत से परिचय कराना भी है।  

मलयालम गैर-फीचर फिल्म, जीआई, के निर्देशक कुंजिला कहते हैं, “जीआई जैसी फिल्म बनाना काफी खुशी की बात है क्योंकि इसमें हमने अपनी यादों, संस्कृतियों और घटनाओं, जिसे मैंने खुद देखा है, को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। मैंने इस फिल्म में यादों और रिश्तों की अवधारणा, राजनीतिक माहौल में रिश्तों में हिंसा आदि को पेश करने की कोशिश की है।”


बंगाली गैर-फीचर फिल्म, पलाश, के निर्देशक वैभव हिवासे कहते हैं, “पलाश मेरी सत्यजीत रे फिल्म और टेलीविजन संस्थान की ओर से डिप्लोमा फिल्म थी। पर्यावरण और फिल्म की संस्कृति के साथ-साथ वहां स्वस्थ, उत्साहजनक और अपने छात्रों को एक निश्चित रचनात्मक स्वतंत्रता दी जाती है जिसने मुझे इस फिल्म को बनाने के लिए प्रेरित किया। मैं यहां आकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा है, विशेषकर जबकि मैं एक फिल्म मेकर के रूप में अभी शुभारंभ ही कर रहा हूं।”

48वें आईएफएफआई का आयोजन 20 से 28 नवंबर 2017 के दौरान गोवा में किया