कुल्लू, 20 दिसंबर। देश के नागरिक तभी चैन की नींद सो सकते हैं जब भारत के जांबाज योद्धा धूप, बारिश व बर्फबारी में सीमाओं पर तन कर देश की सुरक्षा करते हैं। इंडो-पाक सीमा सियाचिन पर माइनस 35 डिग्री तापमान में रहने वाले भारत के जांबाज योद्धा आजकल देश की रक्षा में डटे हुए हैं। इन योद्धाओं से मिलने के लिए हर कोई बेताव रहता है और इनकी हौसला अफजाई के लिए आगे आते हैं। इसी कड़ी में प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू के बैं्रड एंवेसडर किशन लाल डेढ माह तक लेह-लद्दाख के कई क्षेत्रों में क्लीन हिमालय ग्रीन हिमालय की अलख जगाते रहे। इस बीच में किशन लाल सियाचिन के कई योद्धाओं से भी सीमा रेखा पर मिले। यही नहीं किशन लाल ने जहां योद्धाओं की हौसला अफजाई की वहीं उनकी कठिन भुगोलिक परिस्थिति में रहने की जानकारी भी ली। इसी दौरान किशन ेने सेना के जवानों व अधिकारियों को प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू के मिशन ग्रीन हिमालय क्लीन हिमालय की जानकारी से अवगत करवाया कि प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू पिछले लंबे समय से हिमालय के ताज लेह-लद्दाख व लाहुल स्पीति में इस तरह का अभियान छेड़े हुए हैं ताकि हिमालय पूरी दुनिया को ऑक्सीजन देता रहे। प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू के इस सराहनीय कार्य को देखते हुए सियाचिन के जांबाज योद्धाओं ने प्रेस क्लब को सियाचिन योद्धा की कैप भेंट स्वरूप दी। इस दौरान कमांडर ब्रिगेडियर जोशी ने कहा कि इस तरह की संस्थाएं जो लेह-लद्दाख जैसे क्षेत्र में पर्यावरण की अलख जगा रही हैं उनसे सेना के जवानों का मनोबल बढ़ता है। उन्होंने कहा कि जब हिमालय के ताज लेह-लद्दाख का पर्यावरण स्वच्छ रहेगा तभी यहां पर जवान स्वस्थ रहकर देश की सेवा कर सकते हैं। उन्होंने प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू के सराहनीय कार्यों की प्रशंसा करते हुए सियाचिन योद्धा की कैप भेंट स्वरूप दी जो हिम्मत व साहस की परिचायक है। प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू के बैं्रड एंबेसडर एवं प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद किशन लाल ने सियाचिन योद्धा की इस कैप से प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू के प्रधान धनेश गौतम को बुधवार को सम्मानित किया। गौर रहे कि प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू ने हिमालय क्षेत्र में पर्यावरण को बचाने के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं। इस कड़ी में किशन लाल ने जहां गत वर्ष पूरे लेह-लद्दाख क्षेत्र में सफाई अभियान छेड़ा वहीं क्षेत्र की कई संस्थाओं को इस अभियान में अपने साथ जोड़ा। खासकर लेह-लद्दाख में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करवाई और इस समय प्रेस क्लब के इस अभियान में 200 से अधिक महिलाएं सहभागिता निभा रही हैं। यही नहीं किशन लाल ने विश्व के सबसे ऊंचे दर्रों पर भी पर्यावरण की अलख जगाई है और सेना के जवानों का भी इसमें भरपूर सहयोग रहा है। किशन लाल इससे पहले सेना के जवानों के साथ पैंगगौंग लेक में सफाई अभियान चला चुके हैं। यही नहीं वहां पर पर्यावरण के क्षेत्र के अलावा विभिन्न समाजिक गतिविधियों में सराहनीय कार्य करने वाले युवक, युवतियों को प्रेस क्लब द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा ताकि हिमालय को ऑक्सीजन देने का क्रम जारी रहे और प्रेस 
 
क्लब द्वारा पूरे हिमालय क्षेत्र में पर्यावरण बचाने के लिए खड़ा किया जा रहा कुनबा भी बढ़ता जाए। प्रधान धनेश गौतम ने बताया कि प्रेस क्लब का मुख्य उद्देश्य जनता को पूरे हिमालय क्षेत्र में जागरूक करना है ताकि वहां की जनता हमेशा हिमालय को सुरक्षित रख सके। गौर रहे कि इससे पहले प्रेस क्लब कुल्लू द्वारा हिमालय के ताज लेह लद्दाख को ऑक्सीजन देने का कार्य शुरू किया है। जिसके तहत हिमालय क्षेत्र में ट्री लाइन एरिया में जूनिफर के पेड़ों को रोपने की योजना है। इसके अलावा क्लब द्वारा विश्व के सबसे ऊंचे खरदुंगला दर्रा जिसकी ऊंचाई 18380 फुट है पर पर्यावरण की अलख जगाई जा चुकी है। क्लब के बैं्रड एंबेसडर किशन लाल यहां पर स्थानीय लोगों के अलावा विदेशी पर्यावरण प्रेमियों के साथ मिलकर सफाई अभियान चला चुके है। इसके अलावा 17582 फुट ऊंचे तांगलांगला दर्रा पर भी प्रेस क्लब के बैनर तले यह अभियान छेड़े जा चुके है। उन्होंने बताया कि प्रेस क्लब ऑफ  कुल्लू द्वारा पर्यावरण, बेटी बचाओं व महिला पत्रकारों के उत्थान के अलावा विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किए जा रहे है। क्लब को अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविद किशन लाल का भी इस कार्य में भारी सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बताया कि क्लब द्वारा अपने सदस्यों एवं आम पत्रकारों के मनोरंजन के लिए भी विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है ताकि पत्रकार तनाव से दूर रह सके और अपने कार्य को सक्षमता से पूरा कर सके।