चंडीगढ़,15.12.18- : संवाद साहित्य मंच की ओर से आज प्रसिद्ध लेखिका विमला गुगलानी की दो नव प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन, चर्चा और काव्य गोष्ठी का आयोजन होटल क्लासिक सेक्टर-35 के सभागार में हुआ। गोष्ठी की मुख्य अतिथि गुरशरण कौर, निदेशक, भाषा विभाग पटियाला और अध्यक्ष मंडल में प्रसिद्ध पत्रकार व साहित्यकार दलजीत सिंह अरोड़ा और प्रेम विज शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन शैली तनेजा ने किया।

पुस्तक पर बोलते हुए प्रेम विज ने कहा कि विमला गुगलानी की दोनों पुस्तकें सामाजिक संबंधों पर हैं। उत्सव है जिंदगी में भिन्न-भिन्न विषयों पर निबंध शामिल हैं जो पाठकों और समाज का मार्ग दर्शन करते हैं। सन्नी-बन्नी बाल कविताओं की रोचक और शिक्षाप्रद पुस्तक है। अशोक नादिर ने पुस्तक बोलते हुए कहा कि इन निबंधों में जिंदगी को पूर्ण रूप से आंका गया है। हर विषय को बारीकी से लेकिन साधारण शब्दों में बयान किया गया है। कविवर दीपक शर्मा चरनाथल ने पुस्तकों पर बोलते हुए कहा कि पुस्तक का नाम ही सब कुछ बयान कर देता है। जिंदगी एक मेला है, जिंदगी एक जश्र है और जिंदगी एक उत्सव भी है। लेखिका कश्मीर कौर ने पुस्तक बोलते हुए कहा कि विमला गुगलानी ने अपने जीवन के अनुभवों को निबंधों में व्यक्त किया है। इस अवसर पर लेखिका ने भी अपनी पुस्तकों पर बोलते हुए अपनी रचना प्रक्रिया पर कहा कि उन्होंने अपने जीवन और समाज में जो कुछ भी देखा उसे अपनी रचनाओं में व्यक्त किया है।

काव्य गोष्ठी में प्रज्ञा शारदा, सुशील हसरत नरेलवी, दलजीत कौर, विजय कपूर, सुभाष भास्कर, सेवी रायत, भगत राम रगाड़ा, रश्मि शर्मा, कैलाश अहलूवालिया, अशोक नादिर, प्रेम विज, दीपक शर्मा चरनाथल, बलवंत सिंह रावत आदि ने अपनी कविताओं, गजलों और गीतों से माहौल काव्यमय बना दिया।