चंडीगढ़, 9 मई। हरियाणा भाजपा सरकार से निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद जननायक जनता पार्टी ने पहल करते हुए प्रदेश के महामहिम राज्यपाल को पत्र लिखकर तुरंत फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की है। पत्र के बारे में पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं जेजेपी के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने जानकारी दी कि प्रदेश की भाजपा सरकार अल्पमत में है और संविधान के मुताबिक राज्यपाल तुरंत विधानसभा का सत्र बुलवाकर फ्लोर टेस्ट करवाएं। दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट किया कि जेजेपी मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करती है और खुले तौर पर इस भाजपा प्रदेश सरकार को बदलने के पक्ष में हैं।

पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में दो महीने पहले बनी नई सरकार आज अल्पमत में है क्योंकि सरकार को समर्थन करने वाले दो विधायक पहले इस्तीफा दे चुके है और इसके बाद सदन में सदस्यों की संख्या 90 में से 88 रह गई है, इनमें बीजेपी के 40, कांग्रेस के 30, जेजेपी के 10, हलोपा और इनेलो के 1-1 और 6 निर्दलीय विधायक शामिल है। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अब तीन निर्दलीय विधायकों के सरकार से समर्थन वापसी के बाद भाजपा सरकार बहुमत खो चुकी है, ऐसे में राज्यपाल अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए हरियाणा सरकार को फ्लोर करवाने का आदेश दें। उन्होंने कहा कि फ्लोर टेस्ट से साबित हो जाएगा कि मौजूदा सरकार के पास बहुमत है या नहीं, अगर बहुमत नहीं होता है तो हरियाणा में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।

जेजेपी के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि जेजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि मौजूदा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने पर जेजेपी बाहर से खुलकर अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अब कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों को स्पष्ट करना चाहिए कि वे विश्वास खो चुकी भाजपा सरकार को बदलना चाहती है या नहीं ? अगर परिवर्तन चाहते है तो कांग्रेस को राज्यपाल को पत्र लिखने के लिए कदम उठाना चाहिए।