उपायुक्त ने राष्ट्रीय पाइथियन गेम्स के पदक विजेताओं को किया सम्मानित
पाइयिथन गेम्स में प्रदेश और जिला के 50 बच्चों ने जीते पदक
ऊना, 21 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश पाइथियन काउंसिल के अध्यक्ष और पाइथियन काउंसिल इंडिया के अतिरिक्त महासचिव एवं उपायुक्त ऊना जतिन लाल की अध्यक्षता में शनिवार को डीआरडीए हॉल में प्रथम राष्ट्रीय सांस्कृतिक पाइयिथन गेम्स 2024 में अव्वल रहे हिमाचल प्रदेश राज्य के पदक विजेताओं के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह के दौरान पाइथियन खेलों की विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे 50 पदक विजेता बच्चों को उपायुक्त ने शॉल देकर सम्मानित किया। उन्होंने पदक विजेताओं के परिवारों को इस उपलब्धि की बधाई दी। इस दौरान विजेता खिलाड़ियों के अभिभावकों ने बच्चों का हौसला अफजाई करने के लिए उपायुक्त का आभार जताया।
जतिन लाल ने कहा कि इस प्रतिस्पर्धा में विजेता बच्चों ने ऊना जिला के साथ-साथ हिमाचल राज्य का नाम न केवल देश बल्कि विदेशों में भी रोशन किया है जोकि बहुत गर्व की बात है। जतिन लाल ने कहा कि राष्ट्रीय पाइथियन गेम्स से हिमाचल के युवाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन मौका मिला। उन्होंने युवाओं से आहवान किया वे ज्यादा से ज्यादा खेलों से जुडे़। खेलों से शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है।
उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय पाइथियन गेम्स का आयोजन 12 से 15 दिसम्बर तक पंचकुला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में किय गया, जिसमें ऊना जिला के साथ-साथ हिमाचल के 130 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। इसके अलावा 12 देशों के प्रतिभागियों ने भी इस प्रतिस्पर्धा में भाग लिया था। उन्होंने बताया कि पाइथियन खेलों में संगीत, नृत्य, गायन, कविता, ड्राइंग और पेंटिंग, पारंपरिक खेल म्यूजिकल चेयर, रोलर म्यूजिकल चेयर, बोरी रेस, मल्लखंब, योग, आर्म रेसलिंग, रस्साकशी और टेनिस वॉलीबॉल, मार्शल आर्ट गतका, ताइक्वांडो, कराटे, बागटूर और मयथाई और प्राचीन खेल गदायुद्ध का पुनरुद्धार, ई-स्पोर्ट्स, 50-बॉल क्रिकेट खेलें आयोजित हुई थीं।
इस अवसर पर क्रेडिट प्लानिंग अधिकारी संजय सांख्यान, जिला खेल अधिकारी उत्तम डोड, एचपी योगा एसोसिएशन के अध्यक्ष आचार्य महेंद्र शर्मा, एथलेटिक कोच राकेश चौधरी, कराटा कोच अजय ठाकुर, नीरज गौतम, कुंदन लाल, बाल कृष्ण सोनी सहित अन्य उपस्थित रहे।

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बचत भवन ऊना मनाया गया विश्व मेडिटेशन दिवस

विश्व ध्यान दिवस व्यस्त जीवन में विराम लेने, चिंतन और ध्यान करने का एक आदर्श अवसर - डीसी
ऊना, 21 दिसम्बर। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था रक्कड़ द्वारा बचत भवन ऊना में उपायुक्त जतिन लाल की अध्यक्षता में 21 दिसम्बर को विश्व मेडिटेशन दिवस के रूप में मनाया गया। उपायुक्त ने बताया कि विश्व ध्यान दिवस लोगों के लिए अपने व्यस्त जीवन में विराम लेने, चिंतन करने और ध्यान को अपनाने का एक आदर्श अवसर है। यह दिन तनाव को कम करने, ध्यान केंद्रित करने और आंतरिक शांति को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डालता है। उपायुक्त ने बताया कि विश्व मेडिटेशन दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को मेडिटेशन के महत्व समझाना और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना है। मेडिटेशन एक शक्तिशाली अभ्यास है जिसे करने से मन और शरीर में बहुत सारे लाभ प्राप्त होते हैं। नियमित मेडिटेशन करने से एकाग्रता में सुधार होता है जिससे सोचने और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। मेडिटेशन से चिंता और नकारात्मक विचारों को रोकने में भी मदद मिलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्व ध्यान दिवस मनाया जा रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 दिसंबर 2024 को विश्व मेडिटेशन दिवस के रूप में नामित करके समकालीन जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए ध्यान की क्षमता को मान्यता दी है।
इस अवसर पर एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान, आर्ट ऑफ लिविंग संस्था से मिताली, स्वाति और सुरेंद्र शर्मा, सेवानिवृत डीएफओ हरजीत सिंह मनकोटिया सहित अन्य उपस्थित रहे।

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मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों को कानूनी सेवाएं प्रदान करने पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न
ऊना, 21 दिसम्बर। राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण (नालसा) के निर्देशानुसार डीएलएसस के सेमिनार हॉल में शनिवार को मानसिक बीमारी और बौद्धिक अक्षमताओं वाले व्यक्तियों को कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अनिता शर्मा, सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओपी शर्मा, ऊना पैनल अधिवक्ता एवं पीएलवी शामिल रहे।
इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अनिता शर्मा ने कहा कि मानसिक बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति एमएचसीए के तहत अपने किसी भी अधिकार का प्रयोग करने के लिए निःशुल्क कानूनी सेवाएं प्राप्त करने का हकदार है। उन्होंने कहा कि इस अवसाद से ग्रसित व्यक्ति को सरकार द्वारा संचालित या वित्त पोषित मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से उपचार और देखभाल तक पहुंचने का अधिकार है। ऐसे व्यक्ति को समाज का हिस्सा बने रहने और उससे अलग-थलग न किए जाने का भी अधिकार है। इसके अलावा उन्हें क्रूरता, अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार से सुरक्षा का अधिकार भी प्राप्त है।
अनीता शर्मा ने इस कार्यक्रम के माध्यम से विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों के बारे में परिवारों और देखभाल करने वालों को शिक्षित करने के लिए सार्वजनिक जागरूकता फैलाने के लिए कानूनी सहायता वकीलों और पैरालीगलों को निर्देशित किया गया। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों वाले व्यक्तियों से संबंधित मामलों को संवेदनशील रूप से संभालने के लिए भी निर्देशित किया गया।
उन्होंने कानूनी सलाह और सेवाओं तक तत्काल पहुंच सुनिश्चित करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 15100 का व्यापक रूप से प्रचार करने के लिए कहा तथा कमजोर समूहों के लिए न्याय, समानता सुनिश्चित करने और मानसिक स्वास्थ्य और विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए निर्देशित भी किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से डॉ. नवदीप जोशी, अधिवक्ता जिला कोर्ट ऊना सुरेश ऐरी, जिला कल्याण अधिकारी ऊना अनीता शर्मा तथा डीसीपीओ ऊना कमलदीप सिंह भी शामिल रहे।

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फोक मीडिया दलों ने दी सरकारी योजनाओं की जानकारी
ऊना, 21 दिसम्बर। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से सम्बद्ध सांस्कृतिक दल आरके कलामंच चिंतपूर्णी ने अम्बटिल्ला व चौकी तथा पूर्वी कलामंच जलग्रां टब्बा ने कुंगड़त व खड्ड खास में गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटकों के जरिए अनुसूचित जाति के कल्याणार्थ संचालित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ जन कल्याणकारी नीतियों, योजनाओं, उपलब्धियों व नशा निवारण विषय पर जागरूक किया।
इस दौरान फोक मीडिया दलों ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ावर्ग, अल्प संख्यक समुदायों, महिलाओं, बच्चों, दिव्यागों एवं वृद्धजनों के उत्थान व समाज में इन वर्गो को समान अवसर प्रदान करने, उनके अधिकारों का संरक्षण कर पूर्ण भागी दारी सुनिश्चित करने के उदेश्य से विभाग द्वारा अनेकों योजनाएं एंव कार्यक्रमों का संचालित किए जा रहे हैं। सरकार ने अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग व अल्प संख्यक वर्ग, एकल नारी, विधवा व दिव्यांगजन से सम्बन्धित अभ्यार्थियों को कम्पयूटर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 5 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया है। बुजुर्गो, निराश्रितों, महिलाओं और अनाथों के पुनर्वास के लिए विभाग एक ही छत के नीचे 400 आवासियों की क्षमता वाले एकीकृत आदर्श ग्राम सुख आश्रय परिसर की स्थापना कांगडा जिले के गांव लुथान तथा जिला मण्डी के सुन्दरनगर में कर रहा है।
इसी कड़ी में सांस्कृतिक दलों द्वारा 22 दिसम्बर को हरोली विस के गांव सलोह व दुलैहड़ अप्पर, गगरेट विस के गांव पिरथीपुर तथा चिंतपूर्णी के गांव घंघरेट में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जबकि अभियान के छठे और अन्तिम दिन 23 दिसम्बर को कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के गांव पंसाई, बौल, मोह खास व परोइयां में गीत संगीत व नाटकों के माध्यम से लोगों को मनोरंजन के साथ जनहित में संचालित योजनाआंे बारे जानकारी दी जाएगी।

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लिटिगेशन मैनेजमेंट सिस्टम पर 6 दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
ऊना, 21 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश के डिजिटल प्रौद्योगिकी और शासन विभाग द्वारा लिटिगेशन मैनेजमेंट सिस्टम के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में जिला स्तर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आयोजित की जा रही 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन हुआ। इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त ऊना जतिन ने बताया कि इन कार्यशालाओं में जिला के सभी विभागों, बोर्डों और निगमों के कुल 163 अधिकारियों व कर्मचारियों को लिटिगेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) के संबंध में प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में जिला कोर्ट, उच्च कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में दायर होने वाले मामलों को लिटिगेशन मैनेजमेंट सिस्टम पर एंटर करने और उनकी मॉनिटरिंग के संबंध में प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने सभी विभागों, बोर्डों और निगमों के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने विभाग से संबंधित कोर्ट केसों को एलएमएस पर दाखिल करना सुनिश्चित बनाने को कहा ताकि वे समय पर इन मामलों की मॉनिटरिंग कर सकें।
ई-जिला प्रबंधक ऊना साहित शर्मा ने बताया कि लिटिगेशन मैनेजमेंट सिस्टम प्रशिक्षण कार्यशाला के छठे दिन ऊना जिला के सभी बोर्डों और निगमों के अधिकारियों को इस संबंध में प्रशिक्षण देकर जागरूक किया गया।

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उपभोक्ता 31 दिसम्बर तक विद्युत मीटर को आधार कार्ड से लिंक करना करें सुनिश्चित - सुनील कुमार
ऊना, 21 दिसम्बर। विद्युत उपमंडल बसाल के तहत आने वाली सभी घरेलू उपभोक्ता 31 दिसम्बर तक अपने विद्युत मीटर खाता संख्या को आधार कार्ड से लिंक (केवाइसी) करवाना सुनिश्चित बनाएं। यह जानकारी विद्युत उपमंडल बसाल के सहायक अभियंता इंजीनियर सुनील कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि केवाइसी करवाने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और बिजली का नया और पुराना बिल जैसे दस्तावेज लाना अनिवार्य होगा। केवाईसी के दौरान उपभोक्ता आधार कार्ड से लिंक मोबाइल साथ रखें। उन्होंने कहा यदि कोई उपभोक्ता केवाईसी करवाने में सहयोग नहीं करता है या केवाईसी नहीं करवाना चाहता तो भविष्य में वह उपभोक्ता बिजली के बिलों में मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रह सकता है।
इसके अतिरिक्त सुनील कुमार ने कहा कि जिन उपभोक्ताओं ने माह नवंबर, दिसंबर या उससे पहले के महीनों के बिजली बिलों का भुगतान नहीं किया है वह निर्धारित समय पर भुगतान करना सुनिश्चित बनाएं अन्यथा बिजली का कनेक्शन बिना किसी अग्रिम नोटिस के काट दिया जाएगा।