छठा HIMPUN जॉब फेयर घुमारवीं में भव्य रूप से आयोजित
बिलासपुर, 23 मार्च: हिमाचल प्रदेश सरकार के सहयोग से छठा HIMPUN जॉब फेयर स्वामी विवेकानंद गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, घुमारवीं में सफलता पूर्वक आयोजित किया गया। इस भव्य आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर प्रदान करना और उद्योगों तथा शैक्षणिक संस्थानों के बीच मजबूत सहयोग स्थापित करना था।
इस अवसर पर प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री, राजेश धर्माणी, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार "हर घर में रोजगार" के संकल्प को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वर्तमान प्रतिस्पर्धी युग में केवल डिग्री प्राप्त करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि व्यावहारिक और तकनीकी कौशल भी आवश्यक हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप अपने कौशल को विकसित करें और बेहतर रोजगार अवसरों का लाभ उठाएं।
मंत्री ने HIMPUN 4.0 जॉब फेयर को सरकार की युवाओं को सशक्त बनाने और प्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों के माध्यम से प्रदेश के आर्थिक विकास को गति देने की प्रतिबद्धता का सशक्त प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन उन युवाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हुआ है, जो अपने करियर की सही दिशा की तलाश कर रहे हैं।
मंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों को प्रोत्साहित करती रहेगी ताकि हिमाचल प्रदेश के युवाओं को अपने ही राज्य में बेहतर रोजगार अवसर मिल सकें। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य हिमाचल को "रोजगार प्रदेश" बनाना है और HIMPUN जैसे आयोजनों के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस वर्ष का HIMPUN जॉब फेयर अब तक का सबसे बड़ा संस्करण रहा, जिसमें 50 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों ने भाग लिया। इनमें हीरो साइकल्स, अलोरिका इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, होपिंग माइंड्स, युवराज ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड और पेटीएम जैसी नामी कंपनियां शामिल थीं। इन कंपनियों ने युवाओं को प्रत्यक्ष साक्षात्कार और ऑन-द-स्पॉट प्लेसमेंट जैसी सुविधाएं प्रदान कीं।
जॉब फेयर में कुल 2000 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 450 युवाओं को मौके पर ही जॉब आफर लेटर प्रदान किए गए, जिससे उन्हें तत्काल रोजगार मिला। इसके अलावा, 700 उम्मीदवारों को विभिन्न कंपनियों द्वारा जॉब के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया। इन चयनित अभ्यर्थियों को आगे की प्रक्रिया के लिए कंपनियों द्वारा कॉल किया जाएगा, जिससे उन्हें रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
इस आयोजन ने प्रतिभागियों को नियोक्ताओं से सीधे संवाद करने, करियर गाइडेंस सेशन में भाग लेने और रोजगार की संभावनाओं को बेहतर ढंग से समझने का अवसर दिया।
CT यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरमैन श्री हरप्रीत सिंह, वाइस चांसलर डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, डॉ. वनीत ठाकुर, डॉ. नितिन अरोड़ा और डॉ. पंकज जैन ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और युवाओं का मार्गदर्शन किया।
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश सरकार के अधिकारी, शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि और उद्योग जगत के दिग्गज उपस्थित रहे।
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पहाड़ी क्षेत्र का सुनियोजन" पर दो दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन
बिलासपुर, 23 मार्च - "पहाड़ी क्षेत्र का सुनियोजन" विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 22 और 23 मार्च को शिव शक्ति कॉन्वेंट स्कूल, कसारू, घुमारवीं में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्रों के सतत विकास, पर्यावरण संरक्षण और सुनियोजित योजना निर्माण को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा मंत्री, राजेश धर्माणी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में संतुलित और सतत विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए सरकार द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और सुनियोजित विकास के माध्यम से ही पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सकता है।
इस कार्यशाला का आयोजन गुरु राम दास स्कूल ऑफ प्लानिंग, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर द्वारा किया गया, जिसमें सुनियोजन एवं पर्यावरण समिति, पलासला ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और क्षेत्रीय विकास योजनाकारों ने भाग लिया। उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं और चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही शहरीकरण, संसाधनों के सतत उपयोग, पर्यावरणीय समस्याओं और विकास रणनीतियों जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की गई।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को आधुनिक योजना तकनीकों, पर्यावरण-अनुकूल विकास नीतियों और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार योजनाओं को लागू करने की रणनीतियों पर प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया। यह आयोजन न केवल ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि स्थानीय योजनाकारों और नीति-निर्माताओं को व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान करने में भी सहायक सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम आयोजकों ने पहाड़ी क्षेत्रों के सतत विकास के लिए इस प्रकार की कार्यशालाओं को निरंतर आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई। जिससे भविष्य में पहाड़ी क्षेत्रों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा।
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बिलासपुर पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप फिएस्टा 2025 का स्वास्थ्य मंत्री ने किया शुभारंभ, बोले— इस प्रयास से बिलासपुर में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बिलासपुर, 23 मार्च— बिलासपुर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तरीय पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन जिला प्रशासन बिलासपुर एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस चार दिवसीय प्रतियोगिता का शुभारंभ प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने किया।
इस अवसर पर तकनीकी की शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानीपूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, पूर्व विधायक तिलक राज, उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, एटीडीओ (ATDO) रितेश पटियाल एवं पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के विभिन्न सदस्य— पुनीत चंदे, विशाल, अतुल खजुरिया, मनोज शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता में अब तक 6 देशों के 70 से अधिक पैराग्लाइडर्स रजिस्टर
मंत्री धनीराम शांडिल ने जानकारी दी कि बिलासपुर की बंदला धार स्थित पैराग्लाइडिंग साइट को एक्रोबेटिक उड़ानों के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। यह प्रतियोगिता 23 मार्च से 27 मार्च तक चलेगी, जिसमें अब तक 6 देशों के पैराग्लाइडर्स सहित 70 से अधिक प्रतिभागी रजिस्टर कर चुके हैं। इनमें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मास्टर पैराग्लाइडर्स, पेशेवर खिलाड़ी एवं विभिन्न सुरक्षा बलों के सदस्य शामिल हैं।
बिलासपुर को मिलेगी नई पहचान, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मंत्री ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन से बिलासपुर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। साथ ही, यह आयोजन स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे।
प्रदेश सरकार का प्रयास— बिलासपुर को बनाएंगे टूरिज्म हब
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य बिलासपुर को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इस दिशा में सरकार पहले ही गोविंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का शुभारंभ कर चुकी है और जल्द ही कोलडैम में भी एडवेंचर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू की जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग को दी शुभकामनाएं
मंत्री धनीराम शांडिल ने उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक एवं पर्यटन विभाग को इस सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं और इससे बिलासपुर के पर्यटन को नई गति मिलेगी।
बिलासपुर में एडवेंचर टूरिज्म को मिलेगा प्रोत्साहन
इस आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों और पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यक्तियों में उत्साह देखा जा रहा है। प्रशासन का मानना है कि इस प्रतियोगिता से बिलासपुर में एडवेंचर टूरिज्म को नई गति मिलेगी और राज्य की पर्यटन नीति को मजबूती मिलेगी।
प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए प्रशासन की तैयारियां पूरी
प्रतियोगिता के सुचारू आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है, और मेडिकल टीम, रेस्क्यू टीमें व अन्य व्यवस्थाएं तैनात की गई हैं।
पहली बार इस स्तर पर हो रहा है आयोजन
बिलासपुर में पहली बार इतनी बड़ी अंतरराष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले प्रदेश में बीर-बिलिंग को पैराग्लाइडिंग के लिए जाना जाता था, लेकिन अब बंदला धार भी विश्वस्तरीय पैराग्लाइडिंग साइट के रूप में उभर रही है।
इस चैंपियनशिप के माध्यम से बिलासपुर को पर्यटन के वैश्विक नक्शे पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।