धर्मशाला और नगरोटा में आपदा प्रबंधन को लेकर उपमंडल स्तरीय बैठक का आयोजन

धर्मशाला, 11 अप्रैल। आपदा प्रबंधन पर सब डिविजनल इंटर एजेंसी ग्रुप निर्माण को लेकर आज शुक्रवार को धर्मशाला और नगरोटा बगवां में बैठक का आयोजन किया गया। एसडीएम कार्यालय धर्मशाला और नगरोटा में आयोजित इन बैठकों में उपमंडल स्तर पर इंटर एजेंसी ग्रुप निर्माण और आपदा प्रबंधन सुनिश्चित करने पर चर्चा हुई। धर्मशाला में बैठक की अध्यक्षता एसडीएम संजीव कुमार व नगरोटा में एसडीएम मुनीष शर्मा ने की। उन्होंने शहरी निकाय, पंचायती राज संस्थाओं तथा स्थानीय नागरिकों की सहभागिता से आपदा प्रबंधन योजना तैयार करने को कहा। इसके अतिरिक्त आपदा प्रबंधन समन्वय तंत्र के रूप में सब डिविजनल इंटर एजेंसी ग्रुप का गठन और उसके सदस्यों की भूमिका और जिम्मेदारियों की जानकारी दी।
इस दौरान इंटर एजेंसी ग्रुप के लिए स्थान, स्टाफ और संसाधन आवंटन पर चर्चा की गई। साथ ही मौजूदा संचार प्रणालियों और प्रारंभिक तैयारी नेटवर्क के साथ एकीकृत करने, कॉलेज आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र (सीईआरसी) और स्कूल क्लस्टर की स्थापना पर भी चर्चा की गई। पंचायत आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र (पीईआरसीएस) और क्लस्टर की स्थापना का जिक्र करते हुए इसमें समुदाय आधारित स्वयंसेवकों (आपदा मित्र, आपदा वीर, सेहत सेवक वरिष्ठ मंडल, जीवन रक्षक, स्वयं सहायता समूह, एनवाईके और डीवाईएसओ से संबद्ध क्लब अन्य गैर-लाभकारी, एनजीओ, सामाजिक और सामुदायिक लाभ संगठन) को संगठित करने पर चर्चा की गई।
बैठक का संचालन जिला इंटर एजेंसी ग्रुप के संयोजक हरजीत भुल्लर ने किया। इस दौरान विभिन्न विभागें के अधिकारी-कर्मचारी सहित अन्य हितधारक उपस्थित रहे।

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14 से 20 अप्रैल मनाया जाएगा अग्निशमन सेवा सप्ताह

9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए होगी ऑनलाइन निबंध और पोस्टर प्रतियोगिता

धर्मशाला, 11 अप्रैल। आदेशक गृह रक्षा, नवीं वाहिनी धर्मशाला मदनलाल कौशल ने प्रेस नोट के माध्यम से जानकारी दी कि आग से होने वाली हानि को कम करने के उद्देश्य से जनता में अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने के लिए पूरे देश में हर वर्ष 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्निशमन सेवा सप्ताह मनाया जाता है। इसके अनुरूप हिमाचल प्रदेश अग्निशमन विभाग भी 14 से 20 अप्रैल तक अग्निशमन सप्ताह मनाएगा, जिसमें पूरे राज्य में कार्यक्रमों की श्रृंखला का आयोजन किया जायेगा। जिसका विषय होगा ‘एकजुट हों, अग्नि सुरक्षित भारत को प्रज्वलित करें’।
उन्होंने बताया कि इस दौरान आयोजित किये जा रहे अन्य कार्यक्रर्मों के अलावा राज्य के सभी जिलों में 9वीं से 12वीं तक के स्कूली बच्चों के लिए एक राज्यव्यापी निबंध और पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि निबंध/पोस्टर प्रतियोगिता के लिए गूगल फॉर्म के माध्यम से एक केन्द्रीय ऑनलाइन पंजीकरण लिंक बनाया गया है https://forms-gie/M55oune2Rfp6YX6s5 और निबंध पोस्टर प्रतियोगिता के लिए https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSdij8KuS2CRgh572v&7rBOBGbWZVEC9YVOIFJ& VeSQSoqsCA/viewform\usp=header लिंक है ।
उन्होंने बताया कि यह एक ऑनलाइन प्रतियोगिता है, जिसमें छात्र उपर दिए गये लिंक पर अपने निबंध/पोस्टर अपलोड करके भाग ले सकते हैं। प्रविष्टियों हिंदी या अंग्रेजी में हो सकती हैं। इसके लिए पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू होगा और प्रविष्टियां 16 अप्रैल शाम 5 बजे तक प्राप्त की जाएंगी। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने के लिए निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता के राज्य स्तरीय विजेताओं को नगद पुरस्कार दिए जायेंगें तथा 18 अप्रैल को प्रतियोगिता का राज्य विजेता का चयन किया जायेगा। उन्होंने जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल प्रबंधकों से बच्चों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।

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आग से बचाव के लिए आम दिनचर्या में बरतें सावधानियां : कमांडेंट
14 से 20 तक मनाया जाएगा अग्निशमन सेवा सप्ताह
जिले भर में आयोजित किए जाएंगे जागरुकता कार्यक्रम

हमीरपुर 11 अप्रैल। अग्निशमन विभाग इस वर्ष भी 14 से 20 अप्रैल तक मनाए जा रहे अग्निशमन सेवा सप्ताह के दौरान कई जागरुकता गतिविधियां आयोजित करने जा रहा है। होमगार्ड्स की दसवीं वाहिनी हमीरपुर के कमांडेंट विनय कुमार ने बताया कि इस दौरान जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों, अस्पतालों, औद्योगिक इकाइयों और अन्य संस्थानों में मॉक ड्रिल, जागरुकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिला में बड़े भवनों और पुराने भवनों का निरीक्षण करके इनमें अग्निशमन के प्रबंधों की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा अग्नि सुरक्षा के प्रति जन जागरुकता अभियान भी चलाया जाएगा तथा विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता श्रमदान किया जाएगा।
विनय कुमार ने कहा कि आग की घटनाओं से बचने के लिए हमें अपनी आम दिनचर्या में सावधानियां बरतनी चाहिए। घर में अगर कोई ज्वलनशील पदार्थ हो तो उसे सावधानीपूर्वक रखना चाहिए। माचिस, गैस लाइटर और पटाखों इत्यादि ज्वलनशील चीजों को हमेशा बच्चों से दूर रखें तथा बच्चों को रसोई में खेलने न दें।
कागज, कपड़ों और अन्य ज्वलनशील वस्तुओं को हीटर, स्टोव या गैस से दूर रखें। घर से बाहर निकलने के सभी रास्तों को हमेशा पूरी तरह बाधामुक्त रखें, फर्श या ज्वलनशील वस्तुओं के आसपास मोमबत्ती, दीपक या अगरबत्ती न जलाएं। खाना बनाते समय ढीले व सिंथेटिक कपड़े न पहनंे, खाना बनाने के बाद स्टोव एवं गैस रेगुलेटर को पूरी तरह बंद करें।
आग लगने की स्थिति में फर्नीचर या शौचालय में न छिपें और न ही छत पर जाएं, बिस्तर पर धूम्रपान न करें, बीड़ी-सिगरेट के जलते टुकड़ों को जहां-तहां फैंकने के बजाय ऐश-ट्रे का प्रयोग करें, प्रेस करते समय कोई जरूरी काम आ जाए तो प्रेस को बंद करना न भूलें, एक ही सॉकेट में बहुत ज्यादा बिजली के उपकरणों के प्लग न लगाएं, आईएसआई मार्क के विद्युत उपकरण ही इस्तेमाल करें, बाहर जाने से पहले विद्युत उपकरणों को बंद करें, फायर डिटेक्टरों एवं स्प्रिंकलर हैडों को कभी पेंट न करें, कूड़ेदानों को नियमित रूप से खाली करें, आग से बचाव के लिए पर्याप्त पानी का प्रबंध रखें।
कमांडेंट विनय कुमार ने लोगों से आपातकालीन नंबरों को संभाल कर रखने की अपील भी की, ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति में मदद के लिए कॉल की जा सके। उन्होंने कहा कि झूठी कॉल करके अग्निशमन सेवा का दुरुपयोग न करें।
उन्होंने बताया कि 14 अप्रैल 1944 को मुंबई बंदरगाह पर एक जहाज में विस्फोट होने के कारण एक भयानक हादसे मंे आग बुझाते समय 66 अग्निशमन कर्मचारी शहीद हो गए थे। इन बहादुर अग्निशमन कर्मचारियों की स्मृति में और इन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हर वर्ष 14 से 20 अप्रैल तक अग्निशमन सेवा सप्ताह मनाया जाता है।
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खेल-कला व करियर मार्गदर्शन से जुड़े प्रतिष्ठित लोग गोद ले सकेंगे स्कूल

अपना विद्यालय योजना के अंतर्गत 400 से अधिक विद्यालयों को लिया गया गोद

चंबा, अप्रैल 11-अपना विद्यालय योजना के अंतर्गत ज़िला में खेल, कौशल विकास, कैरियर- मार्गदर्शन तथा परामर्श, कला एवं शिल्प, चित्रकला, गीत-संगीत, नृत्य आदि क्षेत्रों से जुड़े प्रतिष्ठित लोग भी स्वेच्छा से सरकारी स्कूलों का चयन कर गोद ले सकते हैं।

उपनिदेशक उच्च शिक्षा भाग सिंह तथा उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा बलवीर सिंह ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए जनप्रतिनिधि, संस्थाएं, विभिन्न गतिविधियों से जुड़े लोग, सरकारी अधिकारी-कर्मचारी स्वेच्छा से स्कूलों को गोद लेकर अपनी सक्रिय भूमिका को सुनिश्चित बना सकते हैं ।

उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश स्कूल एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत अपना विद्यालय योजना के अंतर्गत अब तक विभिन्न प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा 400 से अधिक राजकीय विद्यालयों को गोद लिया है।

उन्होंने ज़िला वासियों से आग्रह किया है कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित बनाने के लिए अपना विद्यालय योजना के तहत एक विद्यालय को गोद लेकर अपना सामाजिक कर्तव्य को अवश्य निभाएं ।