चण्डीगढ़, 02.07.25- : हिंदू पर्व महासभा, चंडीगढ़ का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें बीपी अरोड़ा, अध्यक्ष, कमलेश चंद्र सूरी,, महासचिव, अरुण सूद, पूर्व भाजपा अध्यक्ष एवं मंदिरों / धार्मिक स्थलों के अध्यक्ष उपायुक्त नितिन यादव से मिले जिसमें उन्होंने नगर निगम एवं प्रशासन द्वारा मंदिरों एवं धार्मिक संस्थानों को तथाकथित अतिक्रमण विषय पर भेजे गए नोटिसों पर आगे कोई कार्रवाई शुरू न करने का अनुरोध किया। बैठक में अरुण सूद ने बताया कि प्रत्येक मामले की समीक्षा करना आवश्यक है। जिन मंदिरों/धार्मिक संस्थानों को नोटिस जारी किए गए हैं उनमें से कई प्राचीन हैं और कुछ चंडीगढ़ की स्थापना से पहले अस्तित्व में हैं। कुछ धार्मिक स्थान निजी संपत्ति पर बने हुए हैं और ज्यादातर वर्ष 2009 पहले से अस्तित्व में हैं।

न्यायालय के निर्देशों का अनुपालन करने के लिए मंदिरों/संस्थानों के प्रबंधन के पक्ष को सुनने और केस टू केस एग्जामिन करने के बाद हिंदू पर्व महासभा को भी एक अवसर दिया जाए जो सभी मंदिरों का एक प्रतिनिधि निकाय है।

अरुण सूद ने बताया कि कुछ मंदिरों एवं धार्मिक स्थानो ने अपना पक्ष रखने हेतु आवश्यक दस्तावेज म्युनिसिपल निगम ऑफिस चंडीगढ़ में 30 जून को जमा करवा दिए हैं। उन्होंने मांग रखी कि मंदिरों को आवश्यक कागजात जमा करने के लिए बहुत कम समय दिया गया है उसकी अवधि 15 दिन आगे बढ़ा दें। प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त को सभी मंदिरों एवं धार्मिक सस्थानों की तरफ से एक ज्ञापन भी दिया।

उपायुक्त ने हाई कोर्ट बेंच की आगामी तिथि को मद्दे नजर रखते हुए कागजात जमा करने की समय सीमा की अवधि बढ़ाने का आश्वासन दिया एवं वर्ष 2009 से पहले निर्मित मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों की केस टू केस स्टडी करने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह धार्मिक स्थलों के हित में उचित कदम उठाएंगे।