धर्मशाला, 29 अक्तूबर: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कांगड़ा की ओर से आज समर्थ-2025 कार्यक्रम के तहत आपदा जागरूकता मार्च का आयोजन किया गया। इस मार्च को अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला से फ्लैग आॅफ किया। यह मार्च उपायुक्त कार्यालय से प्रारंभ होकर पुलिस ग्राउंड धर्मशाला में संपन्न हुआ।
अतिरिक्त उपायुक्त विनय कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन का सबसे पहला कदम आत्म-जागरूकता है। जब हम स्वयं सजग और तैयार रहेंगे, तभी समाज को भी जागरूक बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने आस-पास की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए और जहां भी जोखिम की संभावना हो, वहां सुधार के लिए प्रेरित करना चाहिए। यही जागरूकता भविष्य में संभावित आपदाओं के प्रभाव को कम करने में सहायक सिद्ध होती है।
उन्होंने कहा कि हम आपदाओं को पूरी तरह रोक नहीं सकते, लेकिन उनसे होने वाली क्षति को अवश्य कम कर सकते हैं। भवन और संपत्ति दोबारा बनाई जा सकती है, परंतु जान-माल की हानि की भरपाई असंभव होती है।
इस अवसर पर आपदा मित्र, एनएसएस व एनसीसी कैडेट्स, एसडीआरएफ दल, होमगार्ड बैंड, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, राजकीय कन्या वरिष्ठ पाठशाला धर्मशाला तथा राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान एसडीआरएफ टीम ने प्रतिभागियों को बेसिक फर्स्ट एड एवं सीपीआर से संबंधित जानकारी दी तथा आपातकालीन परिस्थितियों में प्राथमिक उपचार के व्यावहारिक प्रदर्शन किए।
इस अवसर पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण अधिकारी कुलदीप सिंह ने सभी प्रतिभागियों और सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज में आपदा के प्रति सजगता, तत्परता और सहभागिता की भावना को सशक्त बनाते हैं।
इस अवसर पर जिला इंटर एजेंसी ग्रुप के संयोजक हरजीत भुल्लर, विभिन्न विभागों के अधिकारी, राजकीय कॉलेज धर्मशाला, राजकीय कन्या वरिष्ठ पाठशाला धर्मशाला के अध्यापक और एसडीआरएफ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।