हिसार, 14.11.25- पीजीएसडी शिक्षाण संस्थान के पांचों स्कूलों में पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की जयंती शिक्षण संस्थान के प्रधान बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में मनाई गई। जिसमें स्कूल के अध्यापक गण, पदाधिकारी व छात्र-छात्रों ने भाग लिया।

इस अवसर पर शिक्षण संस्थान के प्रधान बजरंग गर्ग ने पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने भारत की अजादी के लिए संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था, और उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू एक राष्ट्रवादी नेता, दूरदर्शी व्यक्ति और एक महान लेखक थे जिन्होंने 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' और 'ग्लिम्प्सेस ऑफ वर्ल्ड हिस्ट्री' जैसी किताबें लिखीं। वे बच्चों के बीच 'चाचा नेहरू' के रूप में प्रसिद्ध थे, और उन्होंने गुटनिरपेक्ष आंदोलन की स्थापना की और भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में देश को आधुनिक बनाने में अहम योगदान दिया। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने देश की आजादी के लिए 9 बार जेल जाना पड़ा। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी 1947 से 27 मई 1964 तक देश के प्रधानमंत्री रहे, जो 17 साल तक भारत देश के प्रधानमंत्री अपनी मृत्यु तक रहे

बजरंग गर्ग ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का देश के विकास व तरक्की में बड़ा भारी योगदान है। नेहरू जी को बच्चों से बड़ा प्यार व लगाव था। 14 नवंबर का दिन भारत देश में पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के नाम से मनाया जाता है। खास तौर पर भारत देश के स्कूलों बड़ी खुशी से बच्चे अपने चाचा नेहरू जी का जन्म दिन बनाकर उन्हें याद करते हैं। चाचा नेहरू जी बच्चों के प्रेरणास्रोत थे। जिन्होंने हमेशा याद किया जाता रहेगा। नेहरू जी को शिक्षा संस्थान के मुख्य अध्यापक सतेंद्र गोयल, संरक्षक नारायण दास बंसल, सचिव सुरेंद्र सिंगला, प्रबंधक ओम प्रकाश असीजा, जगत नारायण, अंगूरी देवी, प्रिंसिपल गंगा प्रसाद मौर्य, श्रीमती ऊषा गर्ग, श्रीमती अनीता गर्ग आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की।