जिला प्रशासन ऊना ने घने कोहरे और शीतलहर के दृष्टिगत जनहित में जारी की एडवाइजरी
ऊना, 17 दिसंबर। जिला प्रशासन ऊना ने घने कोहरे और शीतलहर के दृष्टिगत जनहित में एडवाइजरी जारी की है। इसके जरिए प्रशासन ने बढ़ती ठंड और घने कोहरे के मद्देनजर लोगों से स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर कुछ आवश्यक सावधानियां बरतने का आग्रह किया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने कहा कि तापमान में लगातार गिरावट के चलते आगामी दिनों में शीतलहर और धुंध का असर और बढ़ सकता है। ऐसे में सुरक्षा और बचाव की दृष्टि से आवश्यक सावधानियां बरतना जरूरी है।
*यातायात के लिए जरूरी सावधानियां
यातायात के लिए जरूरी सावधानियों की बात करते हुए उपायुक्त ने सभी वाहन चालकों से गति नियंत्रित रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि घने कोहरे में वाहन धीमी गति से चलाएं ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके। साथ ही लाइट का सही उपयोग करें। गाड़ी की लाइट को लो बीम पर रखें। यदि दृश्यता बहुत कम हो, तो फॉग लाइट का प्रयोग करें। वाहनों के बीच पर्याप्त दूरी रखें ताकि अचानक रुकने की स्थिति में दुर्घटना न हो। सड़क पर पेंट की गई लाइन का उपयोग एक गाइड के रूप में करें। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन और तेज आवाज में संगीत न सुनें।

*शीतलहर से बचाव के उपाय
एडवाइजरी में जिला वासियों से यह भी आग्रह किया गया है कि शीतलहर के दौरान यथासंभव घर के अंदर ही रहें। बाहर निकलते समय सिर, कान, हाथ, पैर और नाक को अच्छी तरह ढक कर निकलें। रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों से मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी लेते रहें। कई स्तरों वाले ऊनी कपड़े पहनें ताकि शरीर की गर्मी बरकरार रहे। शरीर को गर्म रखने के लिए पोषक आहार और गर्म पेय का सेवन करें। हीटर, कोयले की अंगीठी या केरोसिन के उपयोग के दौरान कमरे में वेंटिलेशन का उचित प्रबंध करें। अपने सिर को ढक कर रखें, क्योंकि ठण्ड में सिर के माध्यम से ऊष्मा का अभाव हो सकता है। अपने मुहं को भी ढक कर रखें, इससे आपके फेफड़ों को ठण्ड से सुरक्षा मिलेगी। कम तापमान में कठिन काम न करें, क्षमता से अधिक शारीरिक कार्य न करें, इससे हृदयघात का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
*स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां
उपायुक्त ने लोगों से स्वास्थ्य लेकर भी सजग रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि शरीर के अंगों का सुन्न होना, हाथ-पैर की उंगलियों, कान और नाक पर सफेद या पीले दाग दिखना शीतदंश के लक्षण हो सकते हैं। अत्यधिक ठिठुरना, सुस्ती, थकान, स्मृति कमजोर होना या तुतलाना हाइपोथर्मिया के संकेत हैं। यदि किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
उपायुक्त ने सभी नागरिकों से मौसम की गंभीरता को समझने, सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता बरतने और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

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जिला ऊना में 21 दिसम्बर को 46,167 बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो ड्रॉप्स, 362 पोलियो ड्रॉप्स बूथ स्थापित

एडीसी ने पल्स पोलियो अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर संबंधित विभागों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

ऊना, 17 दिसम्बर। राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान के सफल आयोजन को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त(एडीसी) ऊना महेंद्र पाल गुर्जर ने स्वास्थ्य सहित अन्य संबंधित विभागों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अभियान की तैयारियों, कार्ययोजना और विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की।

एडीसी ने बताया कि आगामी 21 दिसंबर को जिलाभर में पल्स पोलियो अभियान मनाया जाएगा, जिसके तहत 5 वर्ष से कम आयु के प्रत्येक बच्चे को पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बार पूरे जिला में 46,167 बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए जिले में 362 बूथ स्थापित किए जाएंगे, जबकि 55 ट्रांजिट प्वाइंट्स पर भी पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त 22 मोबाइल टीमें भी सक्रिय रहेंगी, जो दूर-दराज और संवेदनशील क्षेत्रों में बच्चों तक पहुंचेंगी।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि कोई भी बच्चा प्लस पोलियो ड्रॉप्स से वंचित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से जिले में झुग्गी-झोपड़ियों, निर्माण स्थलों, अस्थायी बस्तियों तथा प्रवासी मजदूरों के बीच रहने वाले सभी बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पोलियो ड्रॉप्स अवश्य पिलाने को लेकर निर्देश दिए। साथ ही जिला में बच्चों को पिलाई जाने वाले पोलियो ड्रॉप्स का पूर्ण रिकॉर्ड रखने को कहा। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे इस अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करें, ताकि जिला ऊना को पूरी तरह पोलियो मुक्त बनाए रखा जा सके।
महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि आईएसबीटी ऊना, रेलवे स्टेशन, मुख्य बस अड्डों सहित जिला के अन्य प्रमुख स्थानों पर पोलियो ड्रॉप्स केंद्र स्थापित किए जाएंगे ताकि यात्रा कर रहे बच्चों को भी पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जा सके। इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। पोलियों ड्रॉप्स सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक प्रत्येक बूथ पर पिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी कारणवश पोलियो ड्रॉप्स से छूट जाने वाले बच्चों को 22 और 23 दिसंबर को घर-घर जाकर पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी ताकि कोई भी बच्चा पोलियो ड्रॉप्स से वंचित न रहे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना डॉ संजीव वर्मा ने बताया कि यह अभियान सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल, आंगनवाड़ी केंद्रों, स्कूलों सहित अन्य चिन्हित स्थानों पर भी चलाया जाएगा, जहां आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाएगा।
एडीसी ने आम जनता से अपील की कि वे इस राष्ट्रीय अभियान में पूरा सहयोग दें और अपने 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स अवश्य पिलवाएं, ताकि भविष्य की पीढ़ी को पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखा जा सके।
बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुखदीप सिंह सिधू, आईसीडीएस डीपीओ नरेंद्र कुमार, जिला श्रम अधिकारी अक्षय शर्मा, डीएसपी पदम श्री अजय ठाकुर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी किरण शर्मा स्वास्थ्य विभाग से गोपाल कृष्ण और संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।