Chandigarh,08.10.17-आपने आज तक नोट गिनने की मशीनों से तो पूरी स्पीड से नोट गिनते देखे होंगे लेकिन यहां तो एक व्यक्ति में ही ऐसी खूबी है की वह नोट गिनने की मशीन से भी तेज नोट गिनता है। न कोई विशेष ट्रेनिंग और न ही बैंक की नौकरी का अनुभव फिर भी नोट गिनने में बैंकों के बड़े बड़े अकाउंटेंटों यहां तक कि बैंकों की नोट गिनने की मशीन को भी मात दे रहे हैं जीन्द के नरवाना शहर के 42 साल के अशोक तायल। अशोक तायल में यह खूबी है कि वे महज 35 सैकेंड में नोटों की पूरी गडडी को गिन देते हैं साथ ही उस गडडी में कौन कौन से नोट नकली है और कौन कौन से नोटों पर खास नम्बर है यह भी बता देते हैं। अखिल भारतीय अग्रवाल समाज के अध्यक्ष राजकुमार गोयल व अन्य सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने तायल की इस उपलब्धि पर ख़ुशी जताई है और प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है की ऐसी प्रतिभाओं को और आगे ले जाने में सरकार को उनका सहयोग करना चाहिए।

अशोक तायल बचपन से ही अपनी पुस्तैनी पंसारी की दुकान पर बैठते हैं। कभी बाप दादाओं को नोट गिनते देखा तो उसी दिन मन में ठान लिया था कि नोट गिनने में महारत हासिल करनी है। बस तब से लेकर आज तक जब भी मौका मिला नोटों को गिनना शुरू किया और गिनते गिनते इस मुकाम पर पहुंचा कि आज 35 सैंकेड से पहले ही पूरी गडडी को गिन देते हैं और साथ ही गिनने के दौरान ही गडडी के नकली नोट और खास नम्बरों को भी पहचान लेते हैं। 
अशोक तायल का कहना है कि किसी भी रिकार्ड बुक में आज तक कोई ऐसा रिकार्ड दर्ज नहीं है कि 35 सैकेंड में नोट की गडडी गिनने के साथ साथ नकली नोट और खास नम्बरों के नोट पहचानने में महारत हासिल हो। तायल की ईच्छा है कि उनका यह हुनर लिम्का बुक आफ  रिकार्ड में दर्ज हो और इसके लिए वे भरसक प्रयास कर रहे हैं।