चंडीगढ़ 17 नवंबर ---- हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि दीक्षांत समारोह केवल समारोह नहीं है अपितु विद्यार्थियों की उपलब्धियों और क्षमताओं का उत्सव है। आप यहां से डिग्री लेने के बाद नौकरी लेने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बने, दुनिया में आपकी पहचान बने ऐसा विश्वास बनाना है।
महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र के खेल परिसर में आयोजित 19वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में एनआईटी, कुरुक्षेत्र के पास अकादमिक उत्कृष्टता, अत्याधुनिक शोध और समग्र विकास की एक शानदार विरासत है। पिछले कुछ वर्षों में, इस संस्थान ने देश के कुछ सबसे प्रतिभाशाली दिमागों को पोषित किया है, जिन्होंने भारत की तकनीकी, औद्योगिक और सामाजिक उन्नति में योगदान दिया है। हमारे स्नातकों के लिए, यह जीवन के एक अध्याय का अंत और एक नए अध्याय की शुरुआत है। दीक्षांत समारोह केवल समारोह नहीं हैं अपितु विद्यार्थियों की उपलब्धियों और क्षमताओं का उत्सव हैं।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि आप सभी विकसित भारत का संकल्प ले तथा देश को आगे बढ़ाने में पूरा योगदान दे। उन्होंने संस्थान द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को अपनाकर पाठ्यक्रम को नया रूप दिया है। तेजी से बदलते औद्योगिक परिदृश्य के साथ तालमेल रखते हुए संस्थान ने मैथेमैटिक्स एंड कम्पयूटिंग, आर्टिफिशियल इंटिलजेंसी, मशीन लर्निंग, इंडिस्ट्रल इंटरनेट आफ थिंगस, एनर्जी टक्रलोजी, माइक्रो इक्रोमिक्स एंड वीएलएसआई इंजनियरिंग, रोबटिक्स एंड ऑटोमेशन एंड आर्टिफिशियल इंटलिजेंशी एंड डाटा साइंस जैसे कई नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं जो कि बेहद सराहनीय कदम है। इसके अलावा, संस्थान ने आर्किटेक्चर का एक नया विभाग स्थापित किया है और वर्तमान सत्र से आर्किटेक्चर में बीटेक भी शुरू किया गया है।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि जीवन में नैतिक मूल्यों का होना बहुत जरूरी है, जिसमें हिम्मत और विश्वास होता है उसे कोई भी व्यक्ति आगे बढ़ने से रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि आप किसी देश का एंबेसडर बने, ऊंचा पद ग्रहण करे ऐसी मेरी कामना है। कृतज्ञता विनम्रता की नींव है और विनम्रता सच्चे नेतृत्व की पहचान है। जब आप इस नए अध्याय में कदम रख रहे हैं, तो उस यात्रा पर चिंतन करे जो आपको यहां तक लाई है। अपने माता-पिता के बलिदान, अपने शिक्षकों की सलाह और अपने साथियों के योगदान को याद रखें। उन्होंने कहा कि आप अनंत संभावनाओं की दहलीज पर खड़े है, दुनिया आपके योगदान, आपके विचारों और आपके नेतृत्व का इंतजार कर रही है। हमें अपने पूरे जीवन में कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए क्योंकि ज्ञान एक अंतहीन खोज है। असफलताओं का सामना करने के लिए दृढ़ रहें और अपनी महत्वाकांक्षाओं में साहसी बने। उन्होंने कहा कि एनआईटी कुरुक्षेत्र के स्नातक, इस बदलती दुनिया में नेतृत्व करने के लिए अद्वितीय रूप से सुसज्जित हैं। अपने ज्ञान, कौशल और यहां आपको दिए गए मूल्यों के साथ, आपके पास नवाचार को आगे बढ़ाने और राष्ट्र का नवनिर्माण करने की क्षमता है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के पूर्व अध्यक्ष डा. जी सतीश रेड्डी ने दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि पूरी मेहनत और लगन के साथ आप आगे बढ़े।
इससे पहले संस्थान के निदेशक डा. बीवी रमना रेड्डी ने आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह में कुल 4388 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गई है, इसमें बैचलर आफ टेक्रोलॉजी की 2890, पोस्ट ग्रेजुएट की 1365 डिग्री, डॉक्टर आफ फिलोशिपी की 133 डिग्री तथा आईआईआईटी सोनीपत की 81 डिग्री शामिल है। उन्होंने बताया कि इस दीक्षांत समारोह में वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 सत्र की डिग्रियां प्रदान की गई है। उन्होंने संस्थान में शुरू किए गए कोर्सों की विस्तार से जानकारी भी दी। इस मौके पर दीक्षांत समारोह के मुख्य समन्वयक प्रोफेसर आरके शर्मा ने समारोह से सम्बन्धित जानकारी दी तथा विभिन्न समितियों के समन्वयक प्रोफेसर आरपी चौहान ने संस्थान से सम्बन्धित जानकारी साझा की। इस मौके पर उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, एसडीएम कपिल शर्मा, प्रोफेसर पीसी तिवारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।