फोस्टर केयर और सुख आश्रय योजना का करें प्रचार : अमरजीत सिंह
जिला स्तरीय समिति ने फोस्टर केयर के 12 नए मामलों को दी मंजूरी
जिला हमीरपुर में कुल 1361 बच्चों को हर माह मिलेंगे 4000 रुपये

हमीरपुर 20 फरवरी। उपायुक्त अमरजीत सिंह ने महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, जिला बाल कल्याण समिति और अन्य विभागों के अधिकारियों को मिशन वात्सल्य के अंतर्गत फोस्टर केयर योजना एवं मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि जिला में कोई भी पात्र एवं जरुरतमंद बच्चा और युवा इन योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।
वीरवार को मिशन वात्सल्य के अंतर्गत जिला स्तरीय स्पांसरशिप एवं फोस्टर केयर अप्रूवल कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने ये निर्देश दिए। बैठक में फोस्टर केयर के लिए पात्र 12 बच्चों के नए मामलों को मंजूरी प्रदान की गई।
उपायुक्त ने बताया कि अनाथ बच्चों, विधवा, परित्यक्ता और तलाकशुदा महिलाओं के बच्चों, जानलेवा रोग से ग्रस्त माता-पिता के बच्चों और किन्हीं कारणों से संतान का पालन-पोषण करने में अक्षम माता-पिता के बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक फोस्टर केयर योजना के तहत हर माह 4000 रुपये का प्रावधान किया गया है। जिला हमीरपुर में अभी तक 1349 बच्चों को इस योजना से लाभान्वित किया जा रहा है और अब 12 अन्य बच्चों को भी इसमें शामिल किया जाएगा, जिससे लाभार्थियों की कुल संख्या 1361 हो जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि 18 से 27 वर्ष तक के ऐसे ही युवाओं को भी मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत प्रति माह 4000 रुपये की राशि दी जा रही है।
उन्हांेने कहा कि इन दोनों महत्वपूर्ण योजनाओं का जमीनी स्तर पर प्रचार-प्रसार होना चाहिए। जरुरतमंद बच्चों को मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के माध्यम से भी लाभान्वित किया जा सकता है। उपायुक्त ने जिला बाल कल्याण समिति के नवनियुक्त पदाधिकारियों एवं सदस्यों से भी आग्रह किया कि अगर उन्हें किसी जरुरतमंद बच्चे के बारे में पता चलता है तो उसे तुरंत अप्रूवल कमेटी के ध्यान मंे लाएं।
बैठक में बच्चों से संबंधित अन्य मामलों पर भी व्यापक चर्चा की गई। जिला बाल संरक्षण अधिकारी तिलकराज आचार्य ने फोस्टर केयर के नए मामलों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। जिला बाल कल्याण समिति के नवनियुक्त अध्यक्ष मनीष राणा, सदस्य अश्वनी कुमार, सिद्धार्थ कौशल, संगीता, मीना, चाइल्डलाइन की परियोजना समन्वयक मनोरमा लखनपाल और अन्य अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।

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आईएचएम में हिमाचली ‘धाम’ की महक, डीसी ने की सराहना
द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने ‘बल्क कूकिंग’ के प्रेक्टिकल टेस्ट के दौरान परोसे हिमाचली व्यंजन
हमीरपुर 20,फरवरी। होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) हमीरपुर के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने ‘बल्क कूकिंग’ यानि एक साथ बड़े पैमाने पर व्यंजन तैयार करने के प्रशिक्षण के तहत बुधवार को हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों की पारंपरिक ‘धाम’ के व्यंजन तैयार किए तथा इन्हें जिला हमीरपुर के वरिष्ठ अधिकारियों एवं अन्य गणमान्य लोगों को लंच के तौर पर परोसा।
संस्थान के परिसर में आयोजित बल्क कूकिंग के इस प्रेक्टिकल टेस्ट में विद्यार्थियों ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों में शादी समारोहों, धार्मिक अनुष्ठानों, उत्सवों और अन्य महत्वपूर्ण आयोजनों के दौरान तैयार की जाने वाली ‘धाम’ के अलग-अलग व्यंजन तैयार किए। विद्यार्थियों ने पारंपरिक परिधानों में सभी गणमान्य लोगों को टौर के पतलों में व्यंजन परोसे।
इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित उपायुक्त अमरजीत सिंह, एडीएम एवं आईएचएम के कार्यकारी प्रधानाचार्य राहुल चौहान और अन्य अतिथियों ने विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई सेप्पो बड़ी, राजमाह का मदरा, तेलिया माश, चने दाल, चने का खट्टा, मीठे चावल और कई अन्य जायकेदार व्यंजनों की खूब सराहना की। विद्यार्थियों ने इन व्यंजनों में प्रयुक्त होने वाले पारंपरिक बर्तनों की प्रदर्शनी भी लगाई।
आईएचएम प्रबंधन और सभी विद्यार्थियों की सराहना करते हुए उपायुक्त अमरजीत सिंह ने कहा कि हिमाचल के पारंपरिक व्यंजनों को तैयार करके इन्हें पारंपरिक ढंग से ही परोस कर संस्थान ने एक नई पहल की है। इससे हिमाचल की समृद्ध लोकसंस्कृति और पारंपरिक व्यंजनों के संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा मिलेगा तथा इनकी महक देश-विदेश तक पहुंचेगी। उपायुक्त ने कहा कि जिला हमीरपुर में मेलों-उत्सवों या अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर आईएचएम के विद्यार्थियों को अपनी पाक-कला के प्रदर्शन के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
इस अवसर पर संस्थान के विभागाध्यक्ष पुनीत बंटा ने उपायुक्त और अन्य सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा संस्थान की उपलब्धियों एवं विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार भी संस्थान के आउटगोइंग बैच के सभी विद्यार्थियों की अच्छी प्लेसमेंट हुई हैं।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग के सचिव डॉ. विक्रम महाजन, उपसचिव राजीव ठाकुर, एसडीएम संजीत सिंह, सहायक आयुक्त अपराजिता चंदेल, विजिलेंस की एएसपी रेणु शर्मा, डीएसपी नितिन चौहान, डीआरडीए की परियोजना अधिकारी अस्मिता ठाकुर, नादौन के बीडीओ निशांत शर्मा, ब्वायज स्कूल के प्रधानाचार्य मुश्ताक मुहम्मद, गर्ल्स स्कूल की प्रधानाचार्य पूनम चौहान, केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य सुनील चौहान और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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फायर सीजन के लिए पहले से ही तैयारी रखें विभाग : अमरजीत सिंह
वन संपदा को आग से बचाने के लिए डीसी ने सभी जिलावासियों से भी की सहयोग की अपील
हमीरपुर 20 फरवरी। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने आने वाले गर्मी के सीजन के दौरान वनों में आग की घटनाओं को रोकने और जिला में कहीं पर भी आग लगने पर उसे तुरंत नियंत्रित करने की तैयारियों के संबंध में वीरवार को डीडीएमए, वन विभाग, होमगार्ड्स एवं अग्निशमन, राजस्व विभाग, ग्रामीण विकास और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस अवसर उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिले में आग की आशंकाओं वाले संवेदनशील स्थानों को पहले से ही चिह्नित करके रखें और इनकी सूची डीडीएमए तथा अग्निशमन विभाग के साथ साझा करें। अग्निशमन विभाग भी जिले भर के संवेदनशील क्षेत्रों के हाइड्रेंटों को चैक करे और खराब हाइड्रेंटों की मरम्मत तथा नए हाइड्रेंटों के निर्माण के लिए चिह्नित स्थानों की सूची डीडीएमए एवं जल शक्ति विभाग को भेजें। उन्होंने जिले में सभी जलस्रोतों, तालाबों और सरोवरों की मैपिंग करने के निर्देश भी दिए।
उपायुक्त ने कहा कि कई लोग खेतों और घासनियों की सफाई के दौरान आग लगा देते हैं, जिससे वन संपदा और पर्यावरण का भारी नुक्सान होता है। इसके प्रति आम लोगों को जागरुक करने के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें कला जत्थों की मदद भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि पंचायत जनप्रतिनिधियों, आपदा मित्रों, महिला मंडलों, युवक मंडलों और अन्य सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं की मदद से पंचायत स्तर पर वालंटियर्स तैयार किए जाएंगे जोकि वनों की आग को रोकने में महत्वपूर्ण अदा कर सकते हैं।
उपायुक्त ने डीडीएमए, वन विभाग और ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक वालंटियर्स को सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होमगार्ड्स एवं अग्निशमन विभाग और वन विभाग को अगर आवश्यक उपकरणों या अन्य संसाधनों की आवश्यकता है तो इनकी सूची तुरंत डीडीएमए को भेजें। बैठक में फायर सीजन से संबंधित अन्य प्रबंधों को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई।
इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी जगदीश सांख्यान ने फायर सीजन की तैयारियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। होमगार्ड्स के कमांडेंट विनय कुमार और अन्य अधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।

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ऋण आवंटन के लिए पीएनबी की सभी शाखाओं में विशेष अभियान
स्वयं सहायता समूहों और कृषि संबंधी ऋणों को तुरंत मिलेगी मंजूरी

हमीरपुर 20 फरवरी। पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल कार्यालय हमीरपुर के अंतर्गत आने वाली बैंक की सभी शाखाआंें में 17 फरवरी से एक मार्च तक कृषि ऋण आउटरीच अभियान चलाया जा रहा है।
पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल कार्यालय के प्रमुख अरविंद सरोच ने बताया कि इसी माह बैंक ने हमीरपुर में दो दिवसीय होम लोन एवं सूर्या घर ऋण एक्सपो आयोजित किया था जोकि काफी सफल रहा। इस एक्सपो में कई लोगों को मौके पर ही होम लोन और सूर्या घर ऋण मंजूर किए गए।
अरविंद सरोच ने बताया कि एक्सपो के सफल आयोजन के बाद बैंक स्वयं सहायता समूहों और कृषि से संबंधित कार्यों हेतु ऋण आवंटन के लिए विशेष अभियान चला रहा है। इस अभियान के दौरान हमीरपुर सर्कल की सभी शाखाओं में ऋण के मामलों को त्वरित मंजूरी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि अभियान के समापन अवसर पर एक मार्च को पंजाब नेशनल बैंक की सभी शाखाओं में मैगा कैंप आयोजित किए जाएंगे। सर्कल प्रमुख ने सभी इच्छुक लोगों से इस अभियान का लाभ उठाने की अपील की है।

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खंड स्तर पर दी जाएगी जन्म-मृत्यु पंजीकरण की नई प्रक्रिया की ट्रेनिंग
20 से 25 फरवरी तक आयोजित किए जा रहे हैं प्रशिक्षण शिविर

हमीरपुर 20 फरवरी। जन्म और मृत्यु के त्वरित पंजीकरण की नई प्रक्रिया सीआरएस के बारे में संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए जिला हमीरपुर में खंड स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला पंजीयक (जन्म एवं मृत्यु) डॉ. प्रवीण चौधरी ने बताया कि 20 फरवरी को बीडीओ कार्यालय सुजानपुर, 21 फरवरी को बीडीओ कार्यालय हमीरपुर, 22 फरवरी को बीडीओ कार्यालय भोरंज, 24 फरवरी को बीडीओ कार्यालय नादौन और 25 फरवरी को बीडीओ कार्यालय बिझड़ी में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे।
डॉ. प्रवीण चौधरी ने बताया कि 21 फरवरी को बीडीओ कार्यालय हमीरपुर में आयोजित होने वाले शिविर के सुबह के सत्र में विकास खंड टौणी देवी के अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा जबकि, दोपहर बाद के सत्र में विकास खंड हमीरपुर के अधिकारियों-कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिला के सभी बीडीओ, बीएमओ, शहरी निकायों के सचिवों, पंचायत सचिवों, सीआरएस से संबंधित अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों, मेडिकल कालेज अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों से इन प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने या संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने की अपील की है।

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31 मार्च तक बंद रहेगा धनेटा-बड़सर सड़क का एक हिस्सा

हमीरपुर 20 फरवरी। धनेटा-बड़सर सड़क के उन्नयन के कार्य के चलते इस सड़क के लगभग आठ किलोमीटर के हिस्से पर यातायात 31 मार्च तक बंद रहेगा।
इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिलाधीश अमरजीत सिंह ने बताया कि धनेटा-बड़सर सड़क के आठ किलोमीटर के हिस्से का उन्नयन कार्य शुरू किया गया है। इस कारण उक्त सड़क पर वाहनों की आवाजाही 31 मार्च तक बंद की गई है। इस दौरान क्षेत्र के वाहन चालक गलोड़-फाहल-टिप्पर सड़क से आवाजाही कर सकते हैं। उन्होंने सभी वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है।
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31 मार्च तक बंद रहेगी भट्ठा-सलौणी सड़क

हमीरपुर 20 फरवरी। भट्ठा-सलौणी सड़क के उन्नयन के कार्य के चलते इस सड़क पर यातायात 31 मार्च तक बंद रहेगा।
इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिलाधीश अमरजीत सिंह ने बताया कि भट्ठा-सलौणी सड़क के उन्नयन के कार्य को सुचारू ढंग से और अतिशीघ्र पूरा करने के लिए इस सड़क पर वाहनों की आवाजाही 31 मार्च तक बंद की गई है। इस दौरान क्षेत्र के वाहन चालक भट्ठा से पनसाई, बटराण, ग्वालपत्थर सड़क से आवाजाही कर सकते हैं। उन्होंने सभी वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है।