हमीरपुर 22 फरवरी। शिक्षा, खेलकूद और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली ‘चैंपियन’ बेटियों को प्रोत्साहित करने, इनके माध्यम से अन्य लड़कियों को भी प्रेरित करने तथा बेटियों के प्रति आम लोगों की सोच में परिवर्तन लाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने शनिवार को टौणी देवी के मंदिर परिसर में एक प्रेरक संवाद एवं सम्मान समारोह आयोजित किया।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत आयोजित इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सुजानपुर के विधायक कैप्टन रणजीत सिंह ने विकास खंड बमसन की 33 ग्राम पंचायतों की 103 ‘चैंपियन’ बेटियों को स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र, प्रेरक पुस्तकें एवं नेम प्लेट भेंट देकर सम्मानित किया।
सभी चैंपियन बेटियों और उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए कैप्टन रणजीत सिंह ने कहा कि महिलाएं इस संसार का आधार हैं। इनके बिना इस संसार की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। विधायक ने कहा कि हमें किसी भी तरह के भेदभाव के बगैर लड़कियों को जीवन में आगे बढ़ने के पर्याप्त अवसर प्रदान करने चाहिए।
इस अवसर पर सीडीपीओ कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बेटियों को प्रेरित करना तथा उन्हें अपनी क्षमताओं, सृजनात्मक कौशल, ज्ञान और अनुभवों को सांझा करने का अवसर प्रदान करना है, ताकि वे भावी जीवन में आने वाली कठिनाइयों और उपलब्ध संभावनाओं को अवसरों में बदलने की कला में पारंगत हो सकें। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय टौणी देवी के प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने भी शिक्षा को बदलाव का सबसे सशक्त साधन बताते हुए बेटियों को शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ने तथा इसके माध्यम से सामाजिक बदलाव का अग्रदूत बनने का आह्वान किया। बीडीओ वैशाली शर्मा ने ग्रामीण विकास में युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवा बेटियां चुनौतियों को स्वीकारने की क्षमता, नए अवसरों के सृजन की कला और रचनात्मकता के बल पर ग्रामीण विकास को नई दिशा दे सकती हैं। उन्होंने युवाओं से ग्रामीण विकास में सलाहकार, सहभागी और नए अवसरों की प्रणेता बनकर समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपील की।