धर्मशाला, 13 अप्रैल। धुम्मू शाह दाड़ी मेले की सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों ने दर्शकों को आत्मविभोर कर दिया। सांस्कृतिक संध्या में लोक संस्कृति की झलक साफ तौर दिखी। इससे पहले सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ करते हुए एडीसी विनय कुमार ने कहा कि पारंपरिक मेलों के माध्यम से लोक संस्कृति का संरक्षण तथा संवर्धन सुनिश्चित होता है।
उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति हमारे समृद्व अतीत को अपने में संजोए हुए है। उन्होंने कहा कि युवाओं को पुरातन संस्कृति के बारे में अवगत करवाना अत्यंत जरूरी है ताकि युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक विरासत को आगे ले जा सके। उन्होंने कहा कि धुम्मू शाह मेला संस्कृति और व्यापारिक गतिविधियों के लिए विख्यात है। कई दशकों से इस मेले का आयोजन किया जा रहा है इसमें आम जनमानस भी अपनी सकारात्मक सहभागिता सुनिश्चित कर सामाजिक एकता का संदेश देता है। पहली सांस्कृतिक संध्या में स्टार कलाकार लोक गायक कमल नैहरिया के गीतों पर दर्शक झूमने के लिए मजबूर हो गए।
इस अवसर पर मेला अधिकारी एसडीएम संजीव भोट, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सुरेंद्र कुमार तथा तहसीलदार गिरिराज व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।