बिजली के रेट वापिस नहीं हुए तो आगे बैठक करके बड़ा निर्णय लेंगे: चौ. अभय सिंह चौटाला

बीजेपी ने भी अपने संकल्प पत्र में प्रदेश की जनता से कई वादे किए थे जिसमें 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त में देने, गैस सिलेंडर 500 रूपए, न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने, कर्मचारियों को सुविधाएं देने और किसानों के लिए एमएसपी का कानून बनाने का किया था वादा, एक भी पूरा नहीं किया

आज प्रदेश का हर वर्ग दुखी है, कर्मचारी दुखी है, किसान दुखी है, मजदूर दुखी है, व्यापारी दुखी है: अभय सिंह चौटाला

बीजेपी सरकार बड़ी बेशर्मी से प्रदेश की जनता के उपर अत्याचार कर रही है: रामपाल माजरा

बीजेपी जो कहती है उसे कभी पूरा नहीं करती: प्रकाश भारती

बीजेपी की सरकार ने बिजली के बिल चार गुना बढ़ा करके सारी हदें पार कर दी हैं: अदित्य देवीलाल

बीजेपी सरकार भरोसे के लायक नहीं है: सुनैना चौटाला

पंचकूला/चंडीगढ़, 1 जुलाई। प्रदेश में बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि के विरोध मे इनेलो ने पंचकूला स्थित शक्ति भवन पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुवाई की जिम्मेदारी इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. अभय सिंह चौटाला और प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा ने महिलाओं को सौंपी। जाट भवन से शक्ति भवन तक पैदल मार्च किया गया। शक्ति भवन पहुंच कर बिजली के दाम कम करने के लिए एमडी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन में पूरे प्रदेश से हजारों की तादाद में कार्यकर्ता पहुुंचे।
मीडिया से बात करते हुए चौ. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चुनावों से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपना संकल्प पत्र जारी करती हैं। संकल्प का मतलब है कि जो वादे किए गए सत्ता में आने के बाद उन्हें पूरा किया जाए। बीजेपी ने भी अपने संकल्प पत्र में प्रदेश की जनता से कई वादे किए थे जिसमें 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त में देने, गैस सिलेंडर 500 रूपए, न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने, कर्मचारियों को सुविधाएं देने और किसानों के लिए एमएसपी का कानून बनाने का वादा किया था। वादे पूरे करने के बजाय लोगों के सामने समस्याएं पैदा कर दी। आज प्रदेश का हर वर्ग दुखी है। कर्मचारी दुखी है, किसान दुखी है, मजदूर दुखी है, व्यापारी दुखी है। बड़ी हैरानी की बात है कि बिजली मंत्री झूठा बयान दे रहा है कि उन्होंने बिजली का एक पैसा नहीं बढ़ाया है जबकि बिजली के बिल चार गुना बढ़ा दिए। हमने 2015 में बीजेपी सरकार द्वारा बढ़ाए गए बिजली के दामों विरोध में 62 दिन तक लड़ाई लड़ी थी और मजबूर होकर बीजेपी को उस समय बढ़ाए गए दाम वापिस लेने पड़े थे।
उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ जनता की आवाज उठाना मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का काम है लेकिन कांग्रेस बीजेपी के साथ मिली हुई है। कांग्रेस पार्टी जिसको लोगों ने सत्ता सौंपने का मन बनाया था उसकी पोल खुल चुकी है और आज अगर आम आदमी किसी राजनीतिक पार्टी पर भरोसा करता है तो वो सिर्फ और सिर्फ इनेलो पार्टी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री और बिजली मंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि झूठ बोलना छोड़ दें और जो बिजली के बिल बढ़ाए गए हैं वो वापिस लें। अगर ये बिजली के रेट वापिस नहीं हुए तो इनेलो पार्टी इसके लिए आगे बैठक करके बड़ा निर्णय लेगी और इस लड़ाई को तब तक लड़ेंगे जब तक सरकार बढ़े हुए रेट वापिस नहीं कर लेती। भारी बारिश के बावजूद इनेलो के कार्यकर्ताओं के अलावा आम आदमी भी शामिल हुए।
इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा ने कहा कि बीजेपी सरकार बड़ी बेशर्मी से प्रदेश की जनता के उपर अत्याचार कर रही है। आज प्रदेश में भय और डर का माहौल है। चारों तरफ अफरा तफरी मची हुई है। जनता महंगाई से त्रस्त है। आज आम जनता की आमदनी कम और खर्च कहीं ज्यादा हो गया है। बिजली के चार गुना बिल आने से पूरे प्रदेश के लोग दुखी हैं। ज्यादातर लोगों का बजट पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। बीजेपी सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह से फेल साबित हुई है। आने वाले समय में प्रदेश की जनता बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी और फिर कभी भी बीजेपी हरियाणा में सत्ता में नहीं आएगी।
इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव प्रकाश भारती ने कहा कि बीजेपी जो कहती है उसे कभी पूरा नहीं करती। जो वादे जनता के वोट लेने के लिए किए थे आज उनके उलट जनता पर तरह तरह के बोझ लाद रही है। बिजली के बढ़े दाम इसका सबूत है।
डबवाली से इनेलो के विधायक अदित्य देवीलाल ने कहा कि आज प्रदेश में बीजेपी की सरकार ने बिजली के बिल चार गुना बढ़ा करके सारी हदें पार कर दी हैं। आज प्रदेश में जनता की लड़ाई लडऩे वाला सिर्फ अभय सिंह चौटाला हैं। अभय सिंह चौटाला एक मात्र विधायक थे जिन्होंने किसान आंदोलन के लिए विधायक पद से इस्तीफा दिया। अब प्रदेश की जनता को अभय सिंह चौटाला पर भरोसा है और आने वाले समय में उन्हें ही मुख्यमंत्री का ताज पहनाएंगे।
इनेलो की महिला प्रदेश प्रभारी सुनैना चौटाला ने कहा कि बीजेपी सरकार भरोसे के लायक नहीं है। बीजेपी सरकार को जहां प्रदेश की जनता को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए थी उसके उलट प्रदेश को लूटने में लगी है।