*आपदा प्रभावित थुनाग से सुरक्षित निकाले हॉर्टिकल्चर कॉलेज के 92 छात्र-छात्राएं*
मंडी, 03 जुलाई। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने आज यहां बताया कि आपदा प्रभावित थुनाग क्षेत्र से उद्यानिकी एवं वानिकी कॉलेज, थुनाग के 92 बच्चों को सुरक्षित निकालकर उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण उद्यानिकी एवं वानिकी कॉलेज, थुनाग के लगभग 90 विद्यार्थी व उनके अध्यापक बाढ़ जैसी स्थिति में यातायात साधन बंद होने के कारण वहीं फंस गए थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश सरकार के निर्देशों पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य विभागों के संयुक्त प्रयासों से सभी विद्यार्थियों को सुरक्षित रूप से वहां से निकालकर आज सकुशल उनके माता-पिता को सौंप दिया गया।
अपूर्व देवगन ने कहा कि प्रशासन द्वारा बाढ़ की आपदा से यातायात बंद होने के कारण कठिन परिस्थितियों में इन विद्यार्थियों को बगस्याड तक पैदल सुरक्षित पहुंचाया गया। इसके उपरांत बगस्याड क्षेत्र से हिमाचल पथ परिवहन निगम की तीन बसों में इन्हें चैलचौक, बग्गी व सुंदरनगर तक लाया गया। इन स्थानों से यह सभी छात्र-छात्राएं अपने माता-पिता व अभिभावकों के साथ सकुशल घर की ओर रवाना हो गए।
*प्रत्येक प्रभावित तक पहुंचने के निरंतर प्रयास जारी*
रास्ते में जिला प्रशासन की ओर से इनके लिए अल्पाहार एवं पानी इत्यादि की समुचित व्यवस्था की गई थी। उपायुक्त ने इस बेहद चुनौतिपूर्ण अभियान में सहयोग के लिए प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों, स्वयं सेवियों एवं लोगों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आपदा से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति तक राहत पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं।
*सुरक्षित निकल गए ये विद्यार्थी*
प्रशासन द्वारा माता-पिता को सुरक्षित सौंप गए विद्यार्थियों में कशिश चौहान, नितिका शर्मा, आदित्य सिंह, प्रियंका, रिद्धि, रिया, हर्ष, कृतिका, अंजलि, हिमानी, साहिल, दीपेश, प्रिया राणा, रितिका ठाकुर, नीतिका, शालिनी, महक शर्मा, वर्षा, आयुष, उदय, शिवांक, अक्षित, आदित्य, शिवाय, आर्यन, प्रतीक, सारांश, तान्या, ललित, ज्योति, पुनीत, प्रत्युष, जैसमिन इत्यादि शामिल हैं।
इस कठिन बचाव अभियान के दौरान बच्चों ने प्रदेश सरकार की संवेदनशील सोच व प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और आभार भी व्यक्त किया।
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स्यांज में ड्रोन से चलेगा खोज अभियान- उपायुक्त
*मंडी, 03 जुलाई।* उपायुक्त अपूर्व देवगन ने आज यहां बताया कि बादल फटने की घटना से प्रभावित गोहर उपमंडल के स्यांज क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से खोज अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि बादल फटने के बाद आई बाढ़ में स्यांज गांव के दो घर बह गए थे। इस हादसे में अभी तक चार लोगों की दुःखद मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, जबकि सात अन्य लापता हैं। इन लापता लोगों की खोज के लिए अब ड्रोन के माध्यम से प्रभावित क्षेत्र का व्यापक सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल व राज्य आपदा मोचन बल के सहयोग से राहत एवं बचाव अभियान जारी है। इसमें स्थानीय लोगों व स्वयंसेवियों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है।
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नगर परिषद व नगर पंचायतों के वार्ड परिसीमन का अंतिम प्रकाशन
मंडी, 03 जुलाई। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, मंडी अपूर्व देवगन ने आज यहां बताया कि मंडी जिला में पड़ने वाली नगर परिषद सरकाघाट, सुन्दरनगर, नेरचैक व नगर पंचायत बलद्वाड़ा तथा संधोल के वार्ड परिसीमन का अंतिम प्रकाशन निर्धारित समय अवधि में प्राप्त आक्षेप व सुझाव का निपटारा करने के उपरांत कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में संबंधित नगर परिषद/नगर पंचायत के वार्ड परिसीमन की सूचना 2 जून, 2025 को जारी की गई थी। निर्धारित समय अवधि 13 जून, 2025 तक प्राप्त आक्षेप व सुझाव का निपटारा करने के उपरांत नगर परिषद सरकाघाट, सुन्दरनगर, नेरचैक व नगर पंचायत बलद्वाड़ा तथा संधोल के वार्ड परिसीमन का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है।
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आपदा के अंधेरे में उम्मीद की रोशनी बना एचपीएसईबीएल
दो दिनों में बहाल किए 1294 ट्रांसफार्मर, राहत कार्य को मिली रफ्तार
मंडी, 3 जुलाई। जिला मंडी में हाल ही में भारी बारिश और भूस्खलनों के कारण विद्युत आपूर्ति प्रणाली को भारी नुकसान पहुंचा है। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड द्वारा जिले भर में विद्युत बहाली का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। आपदा के चलते 4 सब-स्टेशन और 1708 वितरण ट्रांसफार्मर बंद हो गए थे तथा कई किलोमीटर लंबी विद्युत लाइनें पूरी तरह से बह गईं।
कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और सीमित संसाधनों के बावजूद एचपीएसईबीएल . के अधिकारी एवं कर्मचारी दिन-रात कार्य कर रहे हैं। मात्र दो दिनों के भीतर 3 सब-स्टेशन और 1294 ट्रांसफार्मरों को पुनः क्रियाशील कर दिया गया।
मुख्य अभियंता रजनीश ठाकुर ने बताया की थुनाग, पंडोह और धर्मपुर जैसे प्रभावित क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिशासी अभियंताओं के नेतृत्व में विशेष टीमें तैनात की गई हैं। थुनाग में 45 सदस्यीय दल, पंडोह में 20 और धर्मपुर में 15 सदस्यीय दल राहत कार्यों में जुटे हैं। गोहर विद्युत मंडल की टीम ने 2 जुलाई को पैदल थुनाग पहुंचकर 33 केवी सब-स्टेशन को चालू किया तथा गोहर-थुनाग 33 केवी लाइन को बहाल किया। इसके माध्यम से अस्पताल, राहत शिविर, मिनी सचिवालय जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं को विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया की ऑपरेशन सर्कल मंडी के अधीक्षण अभियंता ने भी 2 जुलाई को थुनाग क्षेत्र का दौरा किया और मौके पर जाकर बहाली कार्यों की समीक्षा तथा आवश्यक समन्वय किया। विद्युत बोर्ड द्वारा अग्रिम तैयारी के तहत 20 ट्रांसफार्मर, 250 विद्युत पोल तथा अन्य आवश्यक सामग्री का भंडारण कर लिया गया है, जिसे सड़कों के खुलते ही प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जाएगा।