जेजेपी किसान प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन, 48 पदाधिकारी नियुक्त
चंडीगढ़, 16 अक्टूबर। जननायक जनता पार्टी ने अपने संगठन में विस्तार करते हुए किसान प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया है। जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष बृज शर्मा, किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी रोशन ढांडा, प्रदेश अध्यक्ष नरेश द्वारका व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने विचार-विमर्श के बाद किसान सेल में 48 पदाधिकारियों की नियुक्तियों की सूची जारी की। ओम प्रकाश खरबला और दलबीर सिंह भराण को प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया हैं। वहीं प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर राम निवास मिर्च, प्रीतम कुकडोला, बलराज श्योकंद, बिजेंद्र अंतिल, ओमपाल चोबारला, राजेश कुमार सजुमा, हरकेश सुल्लर, प्रेम धनाना, विजेंद्र कादयान, राम प्रसाद शर्मा, राजवीर कालुवास और सज्जन कालीरामण होंगे।
जेजेपी द्वारा किसान सेल में सुखमंदर सिहाग, सतीश राघव, भरत सिंह बेनीवाल, सुरेंद्र सिंह बेनीवाल, देवेंद्र बिगोवा, कृष्णपाल यादव, दिलबाग सिंह ठसका मीरा, राजबीर यादव, रविंद्र पटोदी, धर्मबीर फोगाट और दिलबाग सिंह जबाला को प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश सचिव के पद पर अशोक कुमार जगाधरी, भीम सिंह बावल, उमेद सिंह असोदा, सुबे सिंह कुराड़, गुरमंगत सिंह, प्रवीण अंतिल, सतबीर मलिक रिशालु, जगदीप सिंह गोला और रमेश तंवर खारियावास को नियुक्त किया हैं।
वहीं अशोक सिहाग कासनी, सतीश राठी महम, बुट्टा सिंह साहुवाला, प्रभु दयाल जाखड़, ओम सिंह डोभ, दीपक चौहान और कुलबीर चहल को प्रदेश संयुक्त सचिव बनाया गया हैं। हेमराज भाटी, सुभाष बेनीवाल शाहपुर, पालेराम आहुलाना और शमशेर नरवाल जेजेपी किसान प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य होंगे। इनके अलावा राजपाल डेविड प्रदेश प्रचार सचिव और जितेंद्र संधू व मुकेश सिहाग प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभालेंगे
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एक साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री नायब सैनी पूरी तरह विफल – दुष्यंत चौटाला
नायब सैनी के पास पावर नहीं तो क्यूं बैठे हैं सीएम की कुर्सी पर, दें इस्तीफा – दुष्यंत चौटाला
चंडीगढ़, 16 अक्टूबर। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि एक साल के कार्यकाल के दौरान नायब सिंह सैनी न केवल प्रदेश के बतौर मुख्यमंत्री बल्कि गृह मंत्री के तौर पर भी पूरी तरह विफल साबित हुए है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की उपलब्धियां तो बहुत दूर की बात है, क्योंकि हरियाणा की ऐसी दुर्दशा कभी नहीं देखी गई है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में ब्यूरोक्रेसी संकट सबके सामने सामने है। अब तो सीएम की बैठक की बातें भी सामने आ रही है कि मुख्यमंत्री एक चपरासी को भी सस्पेंड नहीं कर सकते। अगर ऐसी टिप्पणी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने की है तो उन्हें नैतिकता व संवैधानिकता के तौर अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि सीएम प्रदेश का हेड होता है और उसके पास राज्य को चलाने की सारी पावर होती है। वीरवार को दुष्यंत चौटाला पानीपत में जेजेपी जिला स्तरीय बैठक के बाद पत्रकारों से रूबरू थे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि आज प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था के लिए भी प्रदेश के मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे सीएम के राज में गुंडे नायब है और पुलिस गायब है। उन्होंने कहा कि जब से नायब सैनी ने सीएम पद की शपथ ली है, तब से प्रदेश में अपराध बेलगाम है और आज नागरिक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है। दुष्यंत चौटाला ने आगे कहा कि आज किसानों का भी बुरा हाल है, न तो बाढ़ पीड़ितों को अब तक सरकार द्वारा मुआवजा दिया गया और न ही मंडियों में किसानों को अपनी फसल पर एमएसपी मिल रहा है। पूर्व डिप्टी दुष्यंत चौटाला ने चुनौती देते हुए भी कहा कि नायब सिंह सैनी अपने एक साल के कार्यकाल के दौरान की कोई पांच बड़ी उपलब्धियां बताएं, जिस पर जनता विश्वास कर सके।