जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाभार्थियों के चयन को तेज़ करने के निर्देश
उपायुक्त ने कहा कि कोई भी पात्र परिवार योजना से वंचित न रहे
4,30,747 लाभार्थियों की पहचान पूर्ण: अपूर्व देवगन
मंडी, 13 नवम्बर। उपायुक्त अपूर्व देवगन की अध्यक्षता में आज यहां सार्वजनिक वितरण प्रणाली और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 की जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक आयोजित हुई, जिसमें खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और समिति के सदस्य मौजूद रहे। उपायुक्त ने बताया कि अधिनियम के तहत जिले को प्राप्त 5,36,750 पात्र लाभार्थियों में से 4,30,747 लाभार्थियों की पहचान पूरी कर ली गई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चयन प्रक्रिया में और तेजी लाई जाए, ताकि निर्धारित लक्ष्य शीघ्र पूरा हो सके और कोई भी पात्र परिवार अधिनियम के लाभ से वंचित न रहे।
उपायुक्त ने कहा कि जिले की 854 उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से 3,23,072 राशन कार्ड धारकों को आटा, चावल, दालें, चीनी, खाद्य तेल और नमक जैसी आवश्यक वस्तुओं का नियमित वितरण किया जा रहा है। अप्रैल से सितम्बर 2025 तक की अवधि में 2,80,399.38 क्विंटल आटा, 1,75,029 क्विंटल चावल, 31,271.87 क्विंटल दालें, 34,443.94 क्विंटल चीनी, 2,17,856 लीटर खाद्य तेल तथा 10,870.77 क्विंटल नमक वितरित किया गया। उन्होंने कहा कि पोषण की दृष्टि से सभी उचित मूल्य की दुकानों पर फोर्टिफाइड आटा, चावल, नमक तथा खाद्य तेल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल से सितम्बर 2025 के दौरान 1882 निरीक्षण किए गए। उपायुक्त ने कहा कि नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए जांच और निरीक्षण को और अधिक प्रभावी बनाया जाए तथा उपभोक्ता शिकायतों का त्वरित समाधान किया जाए।
बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि जिले के बर्फबारी वाले क्षेत्रों की 84 उचित मूल्य की दुकानों में से 68 को सर्दियों का अतिरिक्त राशन उपलब्ध करवा दिया गया है। उपायुक्त ने शेष 16 दुकानों के लिए शीघ्र वितरण करने के निर्देश दिए। बैठक में जिले में 3 नई उचित मूल्य की दुकानों, 7 विस्तार शाखाओं और 1 नई दुकान के आवेदन को स्वीकृति प्रदान की गई तथा 8 उचित मूल्य की दुकानों को खोलने के लिए प्रचार-प्रसार करने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने बताया कि जिले में आधार सीडिंग का कार्य शत प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। जबकि मोबाइल सीडिंग 96.65 प्रतिशत पूरी कर ली गई है।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, जिला पंचायत अधिकारी अंचित डोगरा, जिला नियंत्रक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले बिजेन्द्र सिंह पठानिया, सहायक प्रबंधक राज्य आपूर्ति निगम छेरिंग वांग्यूल, प्रबंधक भारतीय खाद्य निगम, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अजय बदरेल सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
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उपायुक्त ने सुधार और सिल्हबुधाणी में राहत कार्यों की प्रगति का लिया जायजा
क्षेत्र में हुए भारी नुकसान के बाद बहाली कार्य जारी
मंडी, 13 नवम्बर। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन बुधबार को अधिकारियों की टीम के साथ मंडी जिले के दूरस्थ क्षेत्र सुधार और सिल्हबुधाणी का दौरा करने पहुंचे, जहां उन्होंने बरसात से हुए व्यापक नुकसान के बाद चल रहे राहत एवं बहाली कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी पुनर्बहाली कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किए जाएं। बरसात के दौरान इन क्षेत्रों में बड़े स्तर पर भू-स्खलन की घटनाएं दर्ज हुई थीं, जिनसे बुनियादी ढांचे को भारी क्षति पहुँची।
उपायुक्त ने पंचायत घर, स्वास्थ्य केन्द्र और स्कूल भवन का निरीक्षण किया और इन संस्थानों को हुए नुकसान का प्रत्यक्ष रूप से आकलन किया। उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत कर उनकी समस्याओं, आवश्यकताओं और मौजूदा राहत गतिविधियों की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। भारी बारिश के चलते स्कूल, पंचायत घर, स्वास्थ्य केन्द्र सहित कई सरकारी भवनों को नुकसान पहुंचा था तथा कई स्थानों पर सड़क मार्ग अवरुद्ध होने से लोगों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जिसके बाद प्राथमिकता के आधार पर बहाली कार्य शुरू किए गए।
उपायुक्त ने एसडीएम पधर को निर्देश दिया कि वे इस क्षेत्र का नियमित दौरा सुनिश्चित करें और राहत कार्यों की गति बनाए रखें, ताकि प्रभावित परिवारों को सभी आवश्यक सहायता समय पर उपलब्ध हो सके। दौरे के दौरान जिला पंचायत अधिकारी अंचित डोगरा, एसडीएम पधर सुरजीत सिंह, जिला विकास अधिकारी ग्रामीण विकास गोपी चंद पाठक, खंड विकास अधिकारी पधर विनय चौहान तथा क्षेत्र के पटवारी और पंचायत सचिव मौजूद रहे।
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राहेरा नाले में फंसी लगभग 50 हजार मछलियों के बच्चों को मत्स्य विभाग ने बचाया
मत्स्य मण्डल मंडी की त्वरित कार्रवाई, स्थानीय लोगों का सहयोग सराहनीय
मंडी, 13 नवम्बर। मत्स्य पालन विभाग के मत्स्य मंडल मंडी ने मंगलवार 11 नवंबर को तहसील धर्मपुर के संधोल क्षेत्र में राहेरा नाले के स्थिर पानी में फंसी लगभग 50 हजार मछलियों के बच्चों (फिश फ्राई) को सुरक्षित बचाया। स्थानीय लोगों से सूचना मिलते ही महशीर फार्म मच्छयाल के उप निरीक्षक मत्स्य के नेतृत्व में विभागीय टीम तुरंत मौके पर पहुंची और फंसी हुई मछलियों को सावधानीपूर्वक पास के ताजे बहते जल स्रोत में स्थानांतरित किया।
सहायक निदेशक मत्स्य नीतू सिंह ने बताया कि त्वरित कार्रवाई के चलते हजारों मछलियों के बच्चों को बचाना संभव हो सका। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयास न केवल मत्स्य संसाधनों के संरक्षण में सहायक होते हैं, बल्कि प्राकृतिक जलीय पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि समय पर दी गई सूचना एवं सक्रिय भागीदारी से यह कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो पाया।