धर्मशाला, 1 दिसम्बर -शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज धौलाधार हाइट्स होटल में आयोजित एक विशेष समारोह में टोंग-लेन चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संवाद पद्धति (Dialectics) पर आधारित हिंदी अनुवादित पुस्तक 'युक्ति मार्ग' का विमोचन किया।
शिक्षा मंत्री ने टोंग-लेन ट्रस्ट की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि संवाद पद्धति भारतीय बौद्धिक विरासत की अनमोल देन है, जो विद्यार्थियों में आलोचनात्मक चिंतन, तार्किक विवेचना और करुणामय दृष्टिकोण विकसित करती है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ऐसी पहलें शिक्षा क्षेत्र में नवाचार और भारतीय ज्ञान परंपरा के समन्वय को और अधिक सुदृढ़ करेंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि टोंग-लेन ट्रस्ट की यह पुस्तक तीन वर्षों के शिक्षण अनुभव, तिब्बती परंपरा में संरक्षित तर्कशास्त्रीय संवाद, तथा अंग्रेज़ी व तिब्बती संदर्भों से समृद्ध है, जो इसे शिक्षकों, विद्यार्थियों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए अत्यंत उपयोगी बनाती है।
कार्यक्रम में ट्रस्ट के निदेशक जेमयांग ने मुख्य अतिथि व वशिष्ठ अतिथियों का स्वागत किया, जिनकी उपस्थिति और समर्थन ने इस कार्यक्रम को विशेष महत्व प्रदान किया। इसके अतिरिक्त पुस्तक के लेखक सोनम दोर्जे ने भी पुस्तक के विषय-वस्तु और संवाद पद्धति के महत्त्व पर अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर निदेशक शिक्षा आशीष कोहली, विशिष्ट अतिथि सचिव परमपावन दलाई लामा कार्यालय चेमें रिगजिन, सचिव, दलाई लामा ट्रस्ट जाम्फेल लुंधुप, सचिव, तिब्बती सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन चोग्या धाग्याप ला,
सहित ट्रस्ट के अधिकारी और ट्रस्ट के स्कूल के विद्यार्थी मौजूद रहे।