हिसार, 01.12.25-- अग्रोहा धाम में श्री मद् भागवत कथा अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग के नेतृत्व हुई। जिसमें आज वामन अवतार के बारे में बताया गया। इस अवसर पर अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने भागवत कथा सांसारिक दुखों को भूलकर परमात्मा के प्रति समर्पण सिखाती है। भागवत कथा भगवान श्री कृष्ण जी के जीवन और अवतारों का वर्णन है। भगवत गीता के नियमित पाठ करने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है और जीवन की हर परेशानियों से भी मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मकता दूर होने लगती है। गीता के हर रोज पाठ से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। जिससे व्यक्ति जीवन में सफलता हासिल कर सकता है।

महाराज त्रिलोकी जी ने बताया कि मरने वाले व्यक्ति को मरने से पहले सत्य कर्म करके पितरों के रिऋ से मुक्त होकर तथा गौ सेवा, संत सेवा व ब्राह्मण सेवा जो हम पांच पाप रोजाना करते हैं व गौ ग्रास देने से नष्ट हो जाते हैं। विराट भगवान की कथा सुनाइए, विदुर जी की कथा सती चरित्र सुनकर भक्तों को रसमय बना दिया तथा अन्य कथाओं को कहकर शाम को वामन अवतार की दिव्या छटा के दर्शन करके भक्तों ने खूब सम्मान किया व पूजन किया। भजनों पर भक्तजन झूम उठे। अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने वामन अवतार की पूजा की व अन्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर अनन्त अग्रवाल, चूड़ियां राम गोयल, संदीप कुमार, कथा संयोजक सुभाष चंद्र गर्ग, पवन गर्ग,पवन गोयल, बजरंग बंसल, प्रेम बंसल, अमन गर्ग,महेश अग्रवाल, सुनीता बंसल, ललित बंसल आदि प्रतिनिधि भारी संख्या में कथा में भाग लिया।