हमीरपुर 18 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश में नशे के खिलाफ अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड ने भी सक्रिय पहल की है।
बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने वीरवार को यहां बोर्ड मुख्यालय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ प्रदेश भर में बोर्ड के कार्यालयों के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चिट्टा (हेरोइन) का विरोध करने की शपथ दिलाई। इस दौरान बोर्ड के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने नशे से बचने और समाज में इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। नरदेव सिंह कंवर की अध्यक्षता में बोर्ड का यह कदम न केवल अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक प्रेरणा बन सकता है।
इस अवसर पर नरदेव सिंह कंवर ने कहा कि हमारे जनप्रिय मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का लक्ष्य है कि हिमाचल प्रदेश को चिट्टे और नशे से पूरी तरह मुक्त किया जाए। चिट्टे के खिलाफ अभियान, उनकी जनप्रियता का एक और उदाहरण है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आरंभ किए गए ‘चिट्टा मुक्त हिमाचल’ अभियान की सराहना करते हुए नरदेव सिंह कंवर ने कहा कि हमें नशे के खिलाफ यह लड़ाई जीतनी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि हिमाचल प्रदेश को चिट्टे (हेरोइन) और अन्य नशे से मुक्त किया जाए, ताकि हमारे युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा युवाओं के भविष्य के लिए चिंतित रहते हैं और उनका युवाओं से गहरा लगाव है। यही कारण है कि उन्होंने चिट्टे के खिलाफ अभियान शुरू किया, ताकि युवाओं को चिट्टे की लत से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार शिमला, धर्मशाला और हमीरपुर में आयोजित चिट्टा विरोधी वॉकथॉन में उमड़ी हजारों लोगों की भारी भीड़ ने यह साबित कर दिया है कि लोग न सिर्फ सरकार के फैसलों को सराहते हैं, बल्कि वे चिट्टे के खिलाफ अभियान में सरकार के साथ खड़े हैं।
नरदेव सिंह कंवर ने कहा कि यह हम सभी का कर्तव्य है कि प्रदेश को चिट्टे और अन्य नशे के पदार्थों से पूरी तरह मुक्त करना है। चिट्टे के खिलाफ लड़ाई में हम सबका योगदान जरूरी है। हम नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाएं और इसे समाज से खत्म करने के लिए पूरी मेहनत और ईमानदारी से काम करें। ‘चिट्टा मुक्त हिमाचल’ अभियान न केवल एक प्रशासनिक पहल है, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है। भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड इस मुहिम में पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से शामिल होगा। निर्माण श्रमिकों में चिट्टे के खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए बोर्ड की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।