शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में इनेलो के विधायक अर्जुन चौटाला ने पुलिस विभाग में बड़ी तादाद में रिक्त पड़े पदों को लेकर पूछा सवाल

सदन में चुनाव सुधार चर्चा पर अर्जुन चौटाला चुनावों का आधुनिकीकरण बेहद जरूरी है

अगर बीजेपी सरकार की मंशा सही है तो सभी बूथों और वीवीपैट को मतदाता के फिंगर प्रिंट से जोड़ा जाए: अर्जुन चौटाला

मतदाता के फिंगर प्रिंट को जोडऩे से प्रत्येक मतदाता को यह पता चलेगा कि उसका वोट सही जगह गया है या नहीं, अगर फर्जी वोट भी डला तो उसे पता चल जाएगा कि उसका वोट किसको डला

चंडीगढ़, 22 दिसंबर। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन इनेलो के विधायक अर्जुन चौटाला ने प्रश्नकाल के दौरान सरकार से सवाल किया कि (क)राज्य के पुलिस विभाग में स्वीकृत पदों की कुल संख्या कितनी है? और वर्तमान में रिक्त पदों की संख्या कितनी है तथा विभिन्न श्रेणियों/रैंकवार सभी जिलों में उसका ब्यौरा क्या है? (ख) इन रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार के पास क्या कोई प्रस्ताव विचाराधीन है और इन पदों को कब तक भरे जाने की संभावना है? (ग) बड़ी संख्या में पुलिस विभाग में रिक्त पड़े पदों के कारण राज्य में कानून व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े क्या इसके लिए सरकार द्वारा कोई अंतरिम या वैकल्पिक व्यवस्था की गई है?

सदन में चुनावी सुधार पर चर्चा के दौरान इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला ने कहा कि आज जहां चुनाव सुधार की बहुत बड़ी जरूरत है वहीं चुनाव प्रक्रिया को आधुनिकीकरण करना भी बहुत जरूरी है। तभी हम देश की जनता को यह साबित करने का काम कर सकते हैं कि हमारी चुनावी प्रक्रिया कितनी सही है। आज चुनावी सुधार क्यों जरूरी हैं? चुनावी सुधार देश और प्रदेश के अंदर एक चलती प्रक्रिया है। सरकार के उपर बड़े आरोप लगे हैं और आम आदमी भी सरकार से सवाल पूछने लगा है कि क्या ये चुनाव की प्रक्रिया है वो सही है? आज सरकार सदन में यह बताने का काम करें कि आप की मंशा क्या है। अगर सरकार की मंशा सही है तो आज हर मतदाता का आधार कार्ड बना हुआ है जो उसके फिंगर प्रिंट के साथ लिंक है। इस चुनाव सुधार में प्रत्येक मतदाता को उसके फिंगर प्रिंट के साथ जोडऩे का काम सरकार करे। ताकि प्रत्येक मतदाता को यह पता चले कि उसका वोट सही जगह गया है या नहीं। अगर फर्जी वोट भी डला तो उसे पता चल जाएगा कि उसका वोट किसको डला है। अगर चुनावों में सुधार लाना है तो जो अधिकारी हैं उन्हें और ज्यादा सुविधाएं देने की जरूरत है। चुनावी बजट को बढाया जाए। अगर आज एक मोबाइल का सिम कार्ड भी खरीदना पड़े तो उसके लिए फिंगर प्रिंट देना पड़ता है। अगर हर बूथ को और वीवीपैट को मतदाता के फिंगर प्रिंट के साथ जोड़ दिया जाए तो यह चुनावी प्रक्रिया और पारदर्शी होगी। यदि आज सरकार ने इस चुनावी सुधार की चर्चा पर स्पष्टीकरण नहीं दिया तो प्रदेश की जनता को यह विश्वास हो जाएगा की सरकार की मंशा ठीक नहीं है और बीजेपी और कांग्रेस की जो हमेशा से जुगलबंदी और मिलीभगत रही है वो आज भी चल रही है।
वोट चोरी पर अर्जुन चौटाला ने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहेगी कि चुनावी सुधार हों क्योंकि वोट चोरी की शुरुआत कांग्रेस ने की है। राज्यसभा चुनाव में स्याही कांड करके बीजेपी समर्थित उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को जितवाया। स्वर्गीय जननायक चौधरी देवीलाल को वोट की चोरी करके लोकसभा के चुनाव हरवाए। उनके स्वयं के चुनाव पर कई साथियों ने सवाल उठाए और उस समय कोर्ट के आदेशों पर हमारी विधानसभा की वीवीपैट की वेरिफिकेशन की गई। हालांकि वे जीते हुए उम्मीदवार थे और उन्हें जाने की जरूरत नहीं थी लेकिन फिर भी वे गए और हैरानी की बात है कि जिस कांग्रेस के उम्मीदवार जिसने सवाल खड़े किए थे और उस समय उनका वहां उपस्थित होना जरूरी था तब वो वहां से गायब थे।