विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर उपायुक्त चंबा की अध्यक्षता में सम्मान समारोह आयोजित,
टीवी उन्मूलन अभियान की सफलता में पंचायत प्रतिनिधियों व स्वयं सेवी संस्थाओं का अहम योगदान-मुकेश रेपसवाल
चंबा 24 मार्च 2025,विश्व क्षय रोग दिवस के उपलक्ष में बचत भवन चंबा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में टीबी उन्मूलन अभियान को सफल बनाने में अहम योगदान देने वाली ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों व प्रतिनिधियों तथा बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा आशा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में उपायुक्त ने कहा कि जिला चंबा में स्वास्थ्य विभाग पंचायत प्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं तथा जमीन स्तर पर कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों तथा आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से क्षय रोग उन्मूलन की दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है जिसके परिणाम स्वरूप जिला जिला चंबा में 7 दिसंबर 2024 से 17 मार्च 2025 तक चलाए गए 100 दिवसीय टीबी मुक्त भारत अभियान के दौरान प्रत्येक चिकित्सा खंड में टीबी रोग से संबंधित संवेदनशील आवादी की गहन जांच की गई तथा इस बारे में लोगों को जागरुक भी किया। उन्होंने जिला वासियों से अपील की कि वे टीबी रोगियों को पौष्टिक आहार प्रदान करने के लिए निक्षय मित्र योजना में ज्यादा से ज्यादा भागीदार बने ताकि सही उपचार तथा पौष्टिक आहार के द्वारा टीबी मुक्त अभियान के शत-प्रतिशत लक्ष्यों को हासिल किया जा सके। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने पंचायत प्रतिनिधियों व स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्रों में नशा मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वारे भी अपील की। उन्होंने कहा कि नशे का बढ़ता प्रचलन शहरों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपने पांव पसार रहा है, जिसकी रोकथाम के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं तथा आम नागरिकों को भी अपना योगदान देना होगा।
इसे पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बिपन ठाकुर ने मुख्य अतिथि सहित कार्यक्रम में उपस्थित सभी पंचायत प्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य कर्मियों तथा मीडिया कर्मियों का स्वागत किया तथा आयोजन के उद्देश्य के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सही समय पर जांच व इलाज के द्वारा टीबी रोग का उपचार संभव है उन्होंने मीडिया सहित उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि वे अपने स्तर पर भी टीबी रोग बारे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें ताकि सरकार के दिशा निर्देशानुसार वर्ष 2025 के अंत तक जिला चंबा को भी पूर्णतया टीबी रोग मुक्त बनाया जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी दी की जिला में चलाए गए 100 दिवसीय टीवी मुक्त भारत अभियान के दौरान जिला के सभी 7 चिकित्सा खंडों में 79800 की आबादी को टीबी रोग की दृष्टि से संवेदनशील जनसंख्या के रूप में चिन्हित किया गया था तथा इस दौरान चिन्हित जनसंख्या की शत प्रतिशत जांच की गई। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान 5756 व्यक्तियों के बलगम की जांच की गई, 13712 व्यक्तियों की पोर्टेबल हैंडहेल्ड एक्स-रे मशीन द्वारा एक्स-रे जांच की गई तथा इस अभियान के दौरान टीबी रोग से संबंधित 42 नए मामले पाए गए। डॉ बिपन ठाकुर ने बताया कि अभियान के दौरान 34 नए निश्चय मित्र बनाए गए जिनके द्वारा 108 टीबी रोगियों को गोद लिया गया। निक्षय मित्र योजना के तहत योग मानव विकास ट्रस्ट बनीखेत द्वारा सबसे अधिक 50 टीबी रोगी गोद लिए गए। समारोह में कुल 28 टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया इनमें से चार ग्राम पंचायतों को लगातार दूसरी बार तथा 24 ग्राम पंचायत को पहली बार टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के रूप में सम्मानित किया गया। इसके अलावा निक्षय मित्रों, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों तथा स्वास्थ्य कर्मियों को भी टीबी उन्मूलन अभियान में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम सिंह भारद्वाज ने मुख्य अतिथि सहित सभी उपस्थित लोगों का टीबी उन्मूलन अभियान का हिस्सा बनने तथा विश्व क्षय रोग दिवस समारोह के आयोजन में सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बिपन ठाकुर, जिला आयुष अधिकारी डॉ सुरेंद्र सुमन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम सिंह भारद्वाज, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ हरित पुरी सहित विभिन्न पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी व प्रतिनिधि गण तथा बड़ी संख्या में जिला के विभिन्न हिस्सों से आए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी उपस्थित थे।
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वन अधिकार अधिनियम बारे जिला स्तरीय कमेटी की बैठक आयोजित ,
उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने की बैठक की अध्यक्षता,
चंबा 24 मार्च 2025,जिला मुख्यालय चंबा में वन अधिकार अधिनियम-2006 से संबंधित जिला स्तरीय कमेटी की बैठक आयोजित की गई। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में जिला चंबा के विभिन्न क्षेत्रों में वन अधिकार अधिनियम से संबंधित व्यक्तिगत तथा सामुदायिक मामलों को लागू करने वारे विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं बारे विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में उपायुक्त ने सभी उपमंडल अधिकारीयों (ना) व वन मंडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन अधिकार अधिनियम के तहत व्यक्तिगत तथा सामूहिक मामलों को नियम के अंतर्गत निर्धारित प्रक्रिया द्वारा न्यूनतम समय अवधि में स्वीकृति प्रदान करें तथा ऐसे मामलों को स्वीकृति प्रदान करने संबंधी प्रक्रिया के दौरान सदैव सकारात्मक व सहयोगात्मक रवैया अपनाएं।
इस अवसर जिला परिषद की अध्यक्ष डॉ नीलम, चांजू वार्ड से जिला परिषद सदस्य अंजू देवी, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा, जिला राजस्व अधिकारी विक्रमजीत सिंह, जिला विकास अधिकारी ओम प्रकाश ठाकुर, डीएफओ डलहौजी रजनीश महाजन , डीएफओ चुराह सुशील कुमार, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग दिनेश कुमार, अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग गौरव ठाकुर,आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुशील कुमार, रेंज ऑफिसर लोअर चंबा सुनील कुमार, सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।
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सभी प्रकार के वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट होना अनिवार्य- आरटीओ चंबा,
चंबा 24 मार्च 2025,प्रदेश में अब ई-डिटेक्शन सिस्टम लागू करने की तैयारी शुरू हो गई है जिसके लिए सभी प्रकार के निजी व वाणिज्यिक वाहनों हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एच.एस.आर.पी) लगी होना अनिवार्य है। यह जानकारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी चंबा राम प्रकाश ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि जिन वाहनों पर एच.एस.आर.पी नहीं लगी होगी उनके वाहनों का केंद्रीय मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 192 के अंतर्गत चालान हो सकता है। यही नहीं बिना हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट वाले वाहनों से संबंधित कोई भी कार्य नहीं किया जा सकेगा। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की सहायता से सी.सी.टी.वी कैमरों और अन्य तकनीकी उपकरणों का उपयोग करके टोल प्लाजा पर गुजरने वाली हर गाड़ी के दस्तावेजों की जांच की जाती है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी चंबा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2011-12 से सभी वाहनों में एच.एस.आर.पी लगाना अनिवार्य हो गई थी। एच.एस.आर.पी की विशेषता यह है कि यह उच्च गुणवता वाले एल्यूमीनियम से बनी होती है, जिसमें एक लेजर कोड और एक स्थायी पहचान संख्या और पंजीकरण चिन्ह शामिल होता हैं प्लेट में रिफलेक्टिव शीट का उपयोग होता है। जो रात में और कम रोशनी की स्थिति में दृश्यता सुनिश्चित करती है। ये सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत उपयोगी है। जिससे त्वरित दृश्य पहचान में मदद मिलती है। एच.एस.आर.पी प्लेट वाहन पंजीकरण में एकरूपता सुनिश्चित करती है जिससे राज्य भर में एक सुसंगत मानक बनाए रखने में मदद मिलती है। एच.एस.आर.पी. लगे वाहन चोरी और धोखाधड़ी को कम करने में योगदान करते है। राम प्रकाश ने कहा कि जिन वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट नहीं लगी है उनके मालिक तुरन्त ही अपने वाहनों में इसे लगाना सुनिश्चित करें अन्यथा चालान होंगे। बिना एच.एस.आर.पी वाले वाहन मालिक संबंधित वाहन कंपनी के किसी नजदीक डीलर से निर्धारित फीस जमा करवा कर एच.एस.आर.पी बनवाकर गाड़ी में लगाना सुनिश्वित करें ताकि इस बाबत होने वाले चालानों से बचा जा सके।