विश्व क्षय रोग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित, निक्षय शिविर 100 डेज कैंपेन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली पंचायतें सम्मानित
ऊना, 24 मार्च। विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर सोमवार को जिला परिषद हॉल ऊना में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। उपायुक्त जतिन लाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निक्षय शिविर 100 डेज कैंपेन में बेहतरीन कार्य करने वाली 105 पंचायतों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि इस अभियान में ऊना जिले ने पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कैंपेन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले जिला अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया तथा स्वास्थ्य विभाग की इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम को बधाई देते हुए उनके प्रयासों की सराहना की।
टीबी उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक
उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि टीबी उन्मूलन एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती है, जिसने लाखों लोगों को सामाजिक और आर्थिक रूप से प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम और विभिन्न जागरूकता अभियानों के माध्यम से पिछले दशक में टीबी मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने सभी हितधारकों, पंचायत प्रतिनिधियों, स्वास्थ्य कर्मियों और नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही भारत को टीबी मुक्त बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि निक्षय शिविर 100 डेज कैंपेन आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य टीबी की शीघ्र पहचान, समय पर उपचार और इसके उन्मूलन की गति को तेज करना था।
उन्होंने बताया कि विश्व क्षयरोग दिवस 2025 की थीम - हां हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं। प्रतिबद्ध हों, निवेश करें, परिणाम दें, है। यह विषय इस बात पर जोर देता है कि टीबी उन्मूलन के लिए संगठित और समर्पित वैश्विक प्रयास आवश्यक हैं।
उपायुक्त ने बताया कि टीबी उन्मूलन के लिए विभिन्न योजनाएं और अभियान चलाए जा रहे हैं। निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। साथ ही, समुदाय-आधारित भागीदारी को बढ़ावा देकर रोग की पहचान और उपचार को अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है।
सार्वजनिक सहयोग से ही संभव होगा टीबी उन्मूलन
उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि टीबी से जुड़े लक्षणों को अनदेखा न करें और समय पर जांच एवं उपचार करवाएं। उन्होंने कहा कि यदि हम संगठित प्रयासों के साथ आगे बढ़ें, तो टीबी उन्मूलन का लक्ष्य जल्द ही प्राप्त किया जा सकता है।
टीबी जागरूकता और जांच के लिए विशेष शिविर आयोजित
इस अभियान के तहत जिले भर में विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष निक्षय शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में लोगों को टीबी जांच की सुविधाएं, जैसे एक्स-रे, बलगम परीक्षण और आवश्यक परामर्श उपलब्ध कराया गया।
84,285 व्यक्तियों की हुई जांच, 70 पाए गए टीबी संक्रमित
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव वर्मा ने बताया कि निक्षय शिविर 100 डेज कैंपेन के तहत कुल 84,285 व्यक्तियों की जांच की गई। उन्होंने बताया कि ब्लॉक अंब में 13,970, ब्लॉक बसदेहड़ा में 27,895, ब्लॉक गगरेट में 8,122, ब्लॉक हरोली में 20,492 और ब्लॉक थानाकलां में 6,692 व्यक्तियों की टीबी जांच की गई। इस दौरान 7,741 व्यक्तियों में टीबी संभावित लक्षण पाए गए, जिनकी पूरी जांच प्रक्रिया पूरी करने के बाद 70 व्यक्तियों में टीबी संक्रमण की पुष्टि हुई।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव वर्मा, जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विशाल ठाकुर, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ किरण शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक संजय मनकोटिया, बीडीओ ऊना केएल वर्मा, बीडीओ अंब ओमपाल डोगरा, बीडीओ हरोली राजेश्वर भाटिया, बीडीओ गगरेट सुरेंद्र कुमार, बीडीओ बंगाणा सुशील कुमार, समस्त बीएमओ, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राकेश अग्निहोत्री, केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान मनीश चड्डा सहित विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।