प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जिला स्तरीय अभिसरण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित
बिलासपुर 25 मार्च-जिला स्तरीय अभिसरण समिति की समीक्षा बैठक आज उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (PMAGY) के अंतर्गत चयनित गांवों में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने बताया कि PMAGY का मुख्य उद्देश्य चयनित गांवों का समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास सुनिश्चित करना है। इस योजना के तहत जिले के 25 गांवों को चयनित किया गया है। प्रत्येक गांव के विकास के लाइव 20 लाख रुपये गैप फिलिंग कंपोनेंट के तहत बुनियादी ढांचे और आवश्यक सेवाओं के विकास के लिए प्रदान किए जाते हैं ।
इस योजना के अंतर्गत चयनित गांवों में लोगों को पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण सड़कें, विद्युत, स्वच्छ ईंधन, कृषि प्रणालियां, वित्तीय समावेशन, डिजिटलीकरण जीवन यापन और कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे में सुधार किया जा रहा है।
बैठक में चयनित गांवों में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को कार्यों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें, जिससे योजना के लक्ष्यों को प्रभावी रूप से प्राप्त किया जा सके।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गांवों में जनभागीदारी को बढ़ावा दिया जाए और योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के माध्यम से चयनित गांवों का तेजी से विकास सुनिश्चित किया जाए ताकि ग्रामीणों को मूलभूत सुविधा उपलब्ध हो सके।
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स्पर्श कार्यक्रम के तहत जरूरतमंदों को मिलेगी विशेष सहायता
बिलासपुर, [तारीख] – जिला प्रशासन एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के संयुक्त प्रयास से स्पर्श कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य जिले के दूर-दराज के गांवों में रहने वाले वंचित एवं जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करना है। इस पहल के अंतर्गत दिव्यांगजन, वृद्ध नागरिक, अनाथ बच्चे एवं लाइलाज बीमारियों से पीड़ित लोगों को लाभ पहुंचाया जाएगा।
इस कार्यक्रम के तहत 68 पंचायतों को 19 क्लस्टरों में विभाजित किया गया है, जहां जरूरतमंदों की पहचान कर उन्हें सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग प्रदान करने हेतु परीक्षण कैंपों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही, दिव्यांग एवं वृद्धजनों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जाएगा और उन्हें आजीविका मिशन के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया जाएगा।
जिला प्रशासन एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा सामाजिक जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे, जिससे समाज में व्याप्त विभिन्न सामाजिक बुराइयों को दूर करने में मदद मिलेगी। स्थानीय वालंटियर्स और विभागीय कर्मचारियों के माध्यम से सर्वेक्षण किया जा रहा है, ताकि वास्तविक जरूरतमंदों को चिन्हित कर आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके।