‘परख’ को गंभीरता से लें सभी शिक्षक : जतिन लाल
जिला ऊना के 100 स्कूलों में 4 दिसंबर को होगी मुख्य परीक्षा
इस राष्ट्रव्यापी परीक्षा के लिए किसी भी स्कूल का हो सकता है चयन


ऊना 03 दिसंबर, । उपायुक्त जतिन लाल ने जिला के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे शिक्षा की गुणवत्ता के आकलन के लिए आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 ‘परख’ (समग्र विकास के लिए प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा और ज्ञान का विश्लेषण) के प्रति गंभीरता दिखाएं और सभी विद्यार्थियों को इसके लिए तैयार करें।
‘परख’ की तैयारियों के संबंध में मंगलवार को शिक्षा विभाग के जिला एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों तथा शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक ने कहा कि इस राष्ट्रीय सर्वेक्षण के आधार पर ही जिला और राज्य की रैंकिंग तय की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि ‘परख’ के तहत राष्ट्रीय स्तर की मुख्य परीक्षा 4 दिसंबर को जिला के 100 स्कूलों में होगी और इन स्कूलों का चयन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा रैंडम आधार पर किया जाएगा। यानि इसके लिए किसी भी सरकारी या गैर सरकारी स्कूल का चयन हो सकता है। इनमें 55 स्कूल हिंदी माध्यम और 45 स्कूल अंग्रेजी माध्यम के हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि तीसरी, छठी और नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए आयोजित होने वाली इस परीक्षा की तैयारी हेतु तीन मॉक टेस्ट पहले ही करवाए जा चुके हैं। परीक्षा की निगरानी के लिए फील्ड पर्यवेक्षकों के साथ-साथ सीबीएसई की ओर से विशेष ऑब्जर्वर भी नजर रखेंगे।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों और स्कूल प्रमुखों को शुभकामनाएं देते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस बार के सर्वेक्षण में जिला और प्रदेश की रैंकिंग तथा विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में उल्लेखनीय सुधार के लिए सभी समर्पण भाव से कार्य करें ताकि हिमाचल प्रदेश के रैंक में सुधार हो सके।
'परख' राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 के नोडल अधिकारी सुधीर भाटिया ने 'परख' राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों के लिए स्कूलों में आयोजित की जा रही परख गतिविधियों प्रगति की निगरानी के लिए जिला ऊना के विभिन्न स्कूलों का दौरा किया व तीसरी, छठी व नौवीं कक्षा के छात्रों से बातचीत की।
बैठक के दौरान जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) के प्रधानाचार्य राकेश अरोड़ा, क्षेत्रीय नोडल अधिकारी सुधीर भाटिया, जिला समन्वयक ललित मोहन और मुख्य प्रशिक्षक प्रितपाल ने ‘परख’ की तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक राजेंदर कौशल, ब्लॉक स्तर के अधिकारियों और स्कूल प्रमुखों ने भी वर्चुअल माध्यम से बैठक में भाग लिया।

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उपायुक्त ने की सैनिक कल्याण बोर्ड की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता

ऊना, 3 दिसंबर। उपायुक्त जतिन लाल की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला सैनिक कल्याण बोर्ड की त्रैमासिक बैठक उनके कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में भूतपूर्व सैनिक लीग ऊना और दौलतपुर के सदस्यों के अलावा विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की सेवा और सुविधा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई,

उपायुक्त ने बैठक के दौरान भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और उनकी सेवा में लगातार सुधार के लिए दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने ब्रह्मपुर में निर्माणाधीन सामुदायिक भवन के लिए 3 लाख रुपये की राशि की स्वीकृति दी, जिससे सैनिकों और उनके परिवारों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। इसके अलावा, उन्होंने आगामी बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने की हिदायत दी।

बैठक में जिला सैनिक कल्याण विभाग के उपनिदेशक ले. कर्नल (से.नि.) एस.के. कालिया ने सभी का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।

बैठक के बाद उपायुक्त ने ई.सी.एच.एस. (पूर्व सैनिक स्वास्थ्य योजना) का दौरा किया, जहां उन्होंने योजना की उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। ओ.आई.सी. ई.सी.एच.एस., कर्नल सुशील कुमार ने उपायुक्त को इस योजना के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। उपायुक्त ने ई.सी.एच.एस. के दंत चिकित्सा शाखा का निरीक्षण भी किया और डेंटल चेयर के लिए अतिरिक्त फंड स्वीकृत किया।

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उपायुक्त ने सर्दियों और सूखे से निपटने की तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक
ऊना, 3 दिसंबर। उपायुक्त जतिन लाल ने मंगलवार को जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर ऊना जिले में सर्दियों और सूखे से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से निपटने की तैयारियों का व्यापक जायजा लिया। बैठक में उपायुक्त ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे सर्दियों के मौसम में कमजोर वर्गों विशेषकर बेघर, बुजुर्ग और बच्चों को आवश्यक सहायता सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेष रूप से अत्यधिक ठंड वाले क्षेत्रों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि कोहरे वाले क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के लिए परावर्तक चिह्न और चेतावनी संकेत लगाएं। साथ ही, तीव्र मोड़ों पर सोलर पावर्ड ब्लिंकिंग लाइट्स लगाने को कहा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हर परिस्थिति में लोगों के साथ है। सर्दियों के दौरान सड़क सुरक्षा और जनकल्याण हमारी प्राथमिकता है। सभी विभाग इस दिशा में समन्वित प्रयास करें और नागरिकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करें।
बैठक में अस्थायी रात्रि आश्रय स्थलों की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया। उपायुक्त ने एनजीओ और स्थानीय संगठनों के सहयोग से हीटर, कंबल और अन्य आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित आश्रय स्थल स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ठंड से संबंधित बीमारियों के लिए आवश्यक दवाइयों और उपकरणों का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करें। जल शक्ति विभाग और बिजली विभाग को भी पानी और बिजली की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय मीडिया के माध्यम से नागरिकों को ठंड से बचने के उपायों के प्रति जागरूक किया जाए। उन्होंने जिलावासियों से मौसमानुकूल उचित परिधान पहनने और हीटिंग उपकरणों का सुरक्षित उपयोग करने की अपील की।
बैठक में बारिश न होने के कारण सूखे जैसी स्थिति और उससे कृषि व पेयजल संसाधनों पर पड़ने वाले असर पर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि कृषि विभाग और जल शक्ति विभाग ऐसे समाधान तैयार करें, जो किसानों और नागरिकों को राहत प्रदान कर सकें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह सहित जिले के संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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दिव्यांगों हेतु नेशनल कॅरियर सर्विस सेंटर ऊना में मनाया गया विश्व दिव्यांगता दिवस

ऊना 3 दिसम्बर: भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन दिव्यांगों हेतु नेशनल कॅरियर सर्विस सेंटर ऊना, में विश्व दिव्यांगता दिवस मनाया गया। इसमें दिव्यांगजनों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि कई प्रकार की गतिविधियां आयोजित की गईं। इसमें सभी दिव्यांगजनों को उनकी योग्यता के अनुसार विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी बनाया गया। इस आयोजन पर समार्टियन डेंटकेयर प्रा. लि. देहरा ने सभी दिव्यांगजनों को अपनी कम्पनी में निर्मित लाइफ केयर उत्पाद उपहार का वितरण व जलपान की व्यवस्था की।
इस मौके पर एस. बी. आई लाइफ इंशोरेंस ऊना के प्रमुख मोनू कुमार शर्मा व आर. सेटी. के निदेशक पारुल विरदी ने दिव्यांगजनों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। इस दौरान आश्रय स्कूल देहलां से सुरेश ऐरी ने दिव्यांगजनों को विश्व दिव्यांगता दिवस की शुभकामना व सभी संस्थानों को एकजुट होकर दिव्यांगजनों के हित में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दिवस पर दिव्यांगजनों को बैशाखी व ट्राईसाईकिल के अलावा रूई ज्योति बनाने की मशीन केंद्र के ड्रेस मेकिंग सेक्शन को प्रदान की। इसमें पहल कैंटीन के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। यहां पर 6 दिव्यांगजन स्व-रोजगार से जुड़कर अपने परिवार को चला रहे है।
केंद्र के सहायक निदेशक रजंन चकांकटी ने इस सभी आतिथियों का अभिवादन किया व आग्रह किया कि दिव्यांगजनों को अपनी कम्पनियों में रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके दे ताकि दिव्यांगजन आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने 28 दिव्यांगजनों को हाल ही में रोजगार देने के लिए टी. वी. एस. मोटर्स प्रा. कम्पनी नालागढ का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर इस केंद्र से उपेंद्र सिंह, संजीव कुमार, शशी कुमार, नरेश कुमार, कुलदीप सिंह, गौरव कुमार, हरदीप सिंह, राज कुमार व आर. सेटी से आकाश कुमार उपस्थित रहे।

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पीएम आदर्श ग्राम योजना में 23 गांवों के विकास पर खर्चे जा रहे 3.59 करोड़ - एडीसी
ऊना, 3 दिसम्बर। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (पीएमएजीवाई) के ज़िला ऊना में चयनित 23 गांवों के लिए 3 करोड़ 59 लाख 20 हजार की राशि जारी की गई है। इसमें से अब तक 2 करोड़ 16 लाख 87 रुपये की राशि विभिन्न विकासकार्यों पर व्यय की जा चुकी है। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) महेन्द्र पाल गुर्जर ने मंगलवार को पीएमएजीवाई के अन्तर्गत आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
एडीसी ने कहा कि इस योजना के तहत चयनित गांवों में सर्वसुविधायुक्त पुस्तकालय स्थापित किये जाएं जहां अत्याधुनिक ज्ञान-विज्ञान की पुस्तकों के अलावा बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवश्यक पुस्तकें भी उपलब्ध हों। उन्होंने निर्देश दिये कि योजना के तहत सोलर लाइट, रास्ता निर्माण, वाटर कूलर, स्मार्ट क्लास रूम, तालाब जैसे लघु कार्याें को चिन्हित किया जाए ताकि इन्हें पूरा करने के लिए किसी प्रकार की अड़चन या विवाद उत्पन्न न हो।
उन्होंने बताया कि अधिकांश पंचायतों में इस योजना के तहत हो रहा विकासकार्य संतोषजनक है जबकि कुछ पंचायतों के विकास कार्य विवादों के कारण शुरू नहीं हो पाए हैं। अतः इनके स्थान पर नए काम शामिल किये जाएं ताकि योजना के लक्ष्यों को समय पर हासिल किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि योजना के अधीन पूर्ण हो चुके कार्याें का ब्यौरा फोटो सहित पीएमएजीवाई के पोर्टल पर तुरन्त अपलोड करना सुनिश्चित करें । जिन पंचायतों में सर्वेक्षण का कार्य पूरा नहीं हुआ है, वहां ग्राम पंचायत प्रधान एवं पंचायत सचिव के साथ समन्वय स्थापित कर 15 दिन के भीतर पूरा करके तहसील कल्याण अधिकारी को रिपोर्ट करें। इसके अतिरिक्त जिन पंचायतों में प्रथम किश्त की राशि व्यय हो चुकी है लेकिन कार्य पूरे नहीं हुए हैं, वे पंचायत सचिव संबंधित औपचारिकताएं पूरा करके ज़िला एवं तहसील कार्यालयों में रिपोर्ट दें, ताकि दूसरी किश्त जारी की जा सके।
ये हैं पीएम आदर्श ग्राम योजना के 23 गांव
ऊना जिले में पीएम आदर्श ग्राम योजना 23 गांवों में गगरेट अप्पर, गोदरी सिद्ध, बसोली अप्पर, कंगरूही, लडोली, कैलाशनगर, कुंगड़थ, खड्ड खास, दुलैहड़, सासन, चतेहड़ बुहल, डबाली, खरोह, परोइयां कलां, बॉल, मोहखास, त्यार, पनसाई, सकोहन, चौकी, जोल, सलोई और बड़ुई शामिल हैं।
योजना में 13 अतिरिक्त गांव हुए शामिल
एडीसी ने जानकारी दी कि पीएमएजीवाई योजना के तहत ऊना जिले में 23 के अलावा 13 अतिरिक्त गांव चयनित किये गये हैं, जिनमें बहडाला, भदसाली थोलियां, चलेट उपरला, डंगोह खास, धमांदरी, घंघरेट, गांेदपुर बनेहड़ा उपरला, जखेड़ा, कुनेरन निचला, कुरियाला, मैड़ा खास, पिरथीपुर निचला तथा सलोह उपरला शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 9 गांवों में गांव विकास योजना तैयार का कार्य कर ली है जबकि शेष पचायतों का सर्वेक्षण दोबारा किया जाना है।
ये रहे उपस्थित
बैठक में ज़िला कल्याण अधिकारी अनीता शर्मा, सीएमओ डॉ. संजीव वर्मा, ज़िला खाद्य एवं आपूर्ति नियत्रक राजीव शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी अम्ब, हरोली, गगरेट व बंगाणा तथा सम्बन्धित ग्राम पंचायत प्रधान व सचिव विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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सिक्योरिटी गार्ड्स व सुपरवाइज़र 100 पदों की भर्ती 7 दिसम्बर से
ऊना 3 दिसम्बर: एसआईएस इंडिया लिमिटेड के रीजनल ट्रेनिंग सेंटर शाहतलाई, बिलासपुर द्वारा पुरुष वर्ग में सिक्योरिटी गार्ड और सिक्योरिटी सुपरवाइजर के 100 (नियमित) पदों को भरने के लिए जिला ऊना में भर्ती शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए एसआईएस कंपनी के भर्ती अधिकारी मनीष कुमार ने बतायाकि ये शिविर 6 दिसम्बर को बीडीओ कार्यालय अम्ब, 7 दिसम्बर को बीडीओ बंगाणा तथा 9 दिसम्बर को बीडीओ हरोली में लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए आयु सीमा 19-40 वर्ष निर्धारित की है, जबकि शैक्षणिक योग्यता कम से कम 10वीं या इससे अधिक होनी अनिवार्य है। उम्मीदवार की शारीरिक ऊंचाई कम से कम 168 सेमी और वजन 55-95 किलोग्राम होना चाहिए। उन्होंने बताया कि चयनित उम्मीदवारों को भर्तीस्थल पर ही कॉल लेटर दिए जाएंगे। तत्पश्चात 26 दिन के प्रशिक्षण के बाद हिमाचल व चण्डीगढ़ में पोस्ट किया जाएगा। इस पद के लिए मासिक वेतन 17500-19500 दिया जाएगा। इसके अलावा पेंशन, ग्रेच्युटी, मेडिकल, इंश्योरेंस, इपीएफ, ईएसआईसी, बोनस जैसी अन्य सुविधाएँ भी दी जाएगी।
इच्छुक उम्मीदवार निर्धारित तिथि को सुबह 10ः30 बजे अपने सभी मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्रों और दो पासपोर्ट साइज फोटो सहित भर्तीस्थल पर पहुँचना सुनिश्चित करें। अधिक जानकारी के लिए भर्ती अधिकारी मनीष कुमार के मोबाइल नम्बर 8351890071 पर कॉल या व्हाट्सऐप के माध्यम से संपर्क कर सकते है।

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कुपोषण से लड़ाई में आंगनबाड़ी केंद्र बने बदलाव की धुरी
ऊना, 3 दिसंबर. ऊना जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र कुपोषण से लड़ाई और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधारने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। जिले के 1364 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से हर महीने की पहली तारीख को लाभार्थियों को पोषाहार वितरित किया जाता है, यह महत्वपूर्ण पहल न केवल पोषण के स्तर को सुधारने बल्कि समुदाय को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रही है।
पोषाहार वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और समुदाय की भागीदारी को प्राथमिकता देने के लिए हर केंद्र पर 10 सदस्यीय आंगनबाड़ी स्तरीय मॉनिटरिंग और सपोर्ट कमेटी की देखरेख में यह कार्य किया जाता है। कमेटी की अध्यक्षता वार्ड पंच करते हैं, जबकि इसमें स्वंय सहायता समूह, महिला मंडल, सेवानिवृत्त व्यक्ति, प्राथमिक पाठशाला के अध्यापक, आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जैसे स्थानीय प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है।
पारदर्शी व्यवस्था- आंगनबाड़ी केंद्रों में लगाई जाती है पोषाहार की विस्तृत सूची
महिला एवं बाल विकास विभाग ऊना के के जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र कुमार बताते हैं कि जिले में हर आंगनबाड़ी केंद्र में पोषाहार, खाद्यान्न, और उनकी मात्रा की विस्तृत सूची सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित की जाती है। यह कदम लाभार्थियों को दी जाने वाली सेवाओं के बारे में जागरूकता, व्यवस्था में पारदर्शिता और विश्वास बढ़ाने को समर्पित है।
दिसंबर में 24471 को दिया लाभ
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस पहल के तहत 6 माह से 3 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं को पोषाहार वितरित किया जाता है। कुपोषित और अति-कुपोषित बच्चों को विशेष रूप से दुगना पोषाहार प्रदान किया जाता है। दिसंबर माह के आंकड़ों के अनुसार, 3147 गर्भवती महिलाएं, 3010 धात्री माताएं और 18314 बच्चे पोषाहार से लाभान्वित हुए हैं।
वहीं अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर का कहना है कि ऊना जिले में आंगनबाड़ी केंद्र स्थानीय समुदाय को न केवल पोषण सेवाएं दे रहे हैं, बल्कि उन्हें स्वच्छता, स्वास्थ्य, और बाल अधिकारों के प्रति भी जागरूक कर रहे हैं।
इस पहल को सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से और भी प्रभावी बनाया गया है। उपायुक्त जतिन लाल का कहना है कि कुपोषण से लड़ने और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को सुधारने की यह पहल एक बड़ी उपलब्धि है। नियमित वितरण प्रणाली और सामुदायिक भागीदारी के साथ जिला ऊना स्वस्थ और सशक्त समाज की ओर तेजी से अग्रसर है।