बिलासपुर 30 दिसंबर– हिमाचल प्रदेश सरकार के नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री राजेश धर्मानी ने सोमवार को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) बरठीं का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षण सुविधाओं, पाठ्यक्रमों और विद्यार्थियों की आवश्यकताओं का विस्तृत निरीक्षण किया ।
मंत्री ने ड्रेस मेकिंग वयवसाय में प्रशिक्षण ले रही महिला प्रशिक्षुओं से बातचीत की और उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को देखा । उन्होंने सुझाव दिया कि ये उत्पाद मल्टीनेशनल कंपनियों की तर्ज पर तैयार किए जाएं, ताकि उनकी गुणवत्ता में सुधार हो और बाजार में उनकी मांग बढ़ सके । मंत्री ने प्रशिक्षुओं को उद्यमिता और बाजार की बदलती जरूरतों के अनुरूप प्रशिक्षण लेने का भी परामर्श दिया ।
इसके बाद, मंत्री ने इलेक्ट्रिकल ट्रेड के प्रशिक्षण का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना । इसके अतिरिक्त उन्होंने कोपा, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक , वेल्डिंग ट्रेडों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रों को तकनीकी कौशल को निखारने और रोजगारोन्मुखी बनने के लिए प्रेरित किया ।
उन्होंने संस्थान के इस प्रयास की सराहना की और प्रशिक्षनार्थियों को नौकरी के साथ-साथ अपने व्यवसाय शुरू करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए अपनी क्षमताओं का उपयोग करना और उद्यमिता में कदम रखना आवश्यक है।
उन्होंने संस्थान के अनुदेशकों को मार्गदर्शन देते हुए सुझाव दिया कि प्रशिक्षनार्थियों को अधिक व्यवहारिक और आत्मनिर्भर बनाने के लिए संस्थान बाहरी संगठनों के साथ साझेदारी कर सकता है। इस पहल के तहत, संस्थान अपने व्यवसाय के अनुसार वस्तुएं तैयार कर सकता है, जिससे संस्थान के लिए आय के स्त्रोत उत्पन्न होंगे। यह न केवल प्रशिक्षनार्थियों को आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि उन्हें व्यावसायिक कौशल में भी निपुण बनाएगा।
संस्थान के प्रधानाचार्य सचिन शर्मा ने जानकारी दी कि इस संस्थान के तीन व्यवसायों के प्रशिक्षनार्थी वर्तमान में मोहाली, चंडीगढ़ में ऑन-जॉब ट्रेनिंग कर रहे हैं। इस दौरान कंपनी द्वारा उन्हें 13 हजार रुपये प्रति माह का भत्ता भी प्रदान किया जा रहा है।
मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि संस्थान का यह प्रयास युवाओं को सशक्त बनाने और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।