जिला बिलासपुर का कोल डैम भी पर्यटन की दृष्टि से देश के मानचित्र पर उभरेगा

बिलासपुर 7 सितंबर 2024-जिला बिलासपुर का कोल डैम भी पर्यटन की दृष्टि से देश के मानचित्र पर उभरेगा। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को विधानसभा से किया। उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से ऐसा विकसित शहर बनाया जाएगा जहां लोग कई दिनों तक रहना पसंद करेंगे।

उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने बताया की कोल डैम में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ज़िला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद कोल डैम में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया अंतिम दौर में है। इसके अतिरिक्त इस पूरे क्षेत्र में कोल डैम से लेकर तातापानी तक अन्य पर्यटन की संभावनाओं को भी तलाश आ जा रहा है ताकि जिला बिलासपुर पर्यटन का हब बन सके।
कोल डैम से तत्तापानी तक क्रूज चलने से शिमला जाने वाले पर्यटकों को भी आकर्षित किया जाएगा। चंडीगढ़ से कुल्लू मनाली जाने वाले पर्यटक कोल डैम से क्रूज लेकर शिमला की ओर जा सकते हैं जबकि शिमला से आने वाले पर्यटक क्रम के माध्यम से कुल्लू मनाली की ओर जा सकेंगे।

उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि जिला बिलासपुर में पर्यटन की गतिविधियां बढ़ने से जिला के युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा इसके अतिरिक्त यहां के दुकानदारों की आमदनी बढ़ेगी और महिला मंडलों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की स्थानीय उत्पादों को भी बहुत बड़ा बाजार उपलब्ध होगा। इस क्षेत्र का विकास भी कुल्लू मनाली के तर्ज पर होगा। इस क्षेत्र में बड़े स्तर पर पर्यटन गतिविधियां बढ़ने से बड़े-बड़े होटल और रेस्टोरेंट विकसित होंगे जिससे जिला बिलासपुर सहित अन्य जिला के युवाओं को भी रोजगार उपलब्ध होगा।

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राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग खंड झडूता के सूचना शिक्षा एवं संप्रेषण ब्यूरो द्वारा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाडे का आयोजन सायर डोबा पंचायत में कार्यकम आयोजित किया गया

BILASPUR,07.09.24-इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त बीपीओ इंद्र सिह द्वारा की गई। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षक दीप कुमार व कमल कुमार ने उपस्थित लोगों को बताया कि एक व्यक्ति द्वारा नेत्रदान करने से दो कॉर्निया दृष्टिहीन व्यक्तियों को दृष्टि मिल सकती है। यह दिवस राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आयोजित किया जाता है। नेत्रदान किसी भी उम्र या लिंग का कोई भी व्यक्ति आंख दान कर सकता है यहां तक की मोतियाबिंद, ऑपरेशन करा चुका, चश्मा पहनने वाले, बीपी या डायबिटीज के मरीज भी नेत्रदान कर सकते हैं। नेत्रदान केवल कैंसर,हेपेटाइटिस,एडस, रेबीज टेटनस आदि से पीड़ित लोग ही नेत्रदान नहीं कर सकते। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षाक दीप कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा 1985 से आरंभ किया गया।


नेत्रदान की पखवाडे का उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के महत्व के बारे में शिक्षित करना,शंकाओं को दूर करना, और लोगों को मृत्यु के बाद अपनी आख दान करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसलिए हर साल केंद्र सरकार नेत्रदान के महत्व को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाती है।नेत्रदान में आंखों का कार्निया ही दान किया जाता है। इसलिए इस दिवस का थीम "आई कैन सी क्लीयरली नाऊ"। रखा गया है। कॉर्निया हमें दिखाई देने वाली आंख के सामने की बाहरी पारदर्शी परत होती है कॉर्निया के जरिए ही पुतली को देखा जा सकता है कॉर्निया प्रकाश को रेटिना पर भेजता है, वहां से उसकी तस्वीर मस्तिष्क को भेजी जाती है और इस प्रकार हम सभी चीज देखते और पहचान पाते हैं।कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार मृत्यु के बाद व्यक्ति को अपना कॉर्निया दान करना चाहता तो आई बैंक के किसी अस्पताल से संपर्क कर सकते हैं कॉर्निया अधिकतम 6 घंटे के अंदर डॉक्टर की टीम द्वारा निकाला जाना चाहिए और कॉर्निया को 7 दिन के अंदर किसी न किसी को ट्रांसप्लांट करना ही होता है जितना जल्दी कॉर्निया प्रत्यारोपित किया जाए उतना ही रिजल्ट अच्छा मिलता है।


इसके विपरीत भारत में हर साल 10 लाख लोग कॉर्निया ब्लाइंडनेस से जूझ रहे हैं। भारत तीसरे स्थान पर रीना कुमारी। में 25 से 30 हजार लोगों को हर साल कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया जाता है लेकिन भारत में कॉर्निया दान करने की प्रवृत्ति बहुत कम है। इस कार्यक्रम में गांव की महिलाओं ने चार्ट और स्लोगन मेकिंग के माध्यम से गांव के लोगों को जागरूक किया। इस कार्यक्रम में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता सोनू कुमारी और आशा सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थिति रही। सभी प्रतिभागियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरस्कृत किया गया।भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर गुंजन कुमारी,दूसरे स्थान पर सिंपल कुमारी, तीसरे स्थान पर रीना कुमारी, चार्ट प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर राहुल, दूसरे स्थान पर प्रियंका और तीसरे स्थान पर दिव्यांश सभी प्रतिभागियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुष्कृत किया गया।

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आज दिनांक 7 सितंबर 2024 को अभिषेक गर्ग (भा प्र से ) उपमंडल अधिकारी एवं अध्यक्ष, उपमंडलाधिकारी सदर जिला बिलासपुर की अध्यक्षता में “स्पर्श” कार्यक्रम के तहत दिव्यांगऔर वृद्ध जनों को सहायक उपकरण उपलब्ध करवाने हेतु अडिप और व्योश्री योजना के तहत होने वाले परीक्षण शिविरों की व्यवस्था के लिए बैठक का आयोजन किया

BILASPUR, 07.09.24-आज दिनांक 7 सितंबर 2024 को अभिषेक गर्ग (भा प्र से ) उपमंडल अधिकारी एवं अध्यक्ष, उपमंडलाधिकारी सदर जिला बिलासपुर की अध्यक्षता में “स्पर्श” कार्यक्रम के तहत दिव्यांगऔर वृद्ध जनों को सहायक उपकरण उपलब्ध करवाने हेतु अडिप और व्योश्री योजना के तहत होने वाले परीक्षण शिविरों की व्यवस्था के लिए बैठक का आयोजन किया बैठक में सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों द्वारा उपस्थिति दर्ज करवाई गईl बैठक में सभी विभागों को वृद्ध और दिव्यांग जनों को किसान भवन और राजकीय प्राथमिक पाठशाला जुखाला में 23 और 24 सितम्बर को आयोजित होने वाले परीक्षण शिविरों में भेजने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए I पंचायत प्रतिनिधि, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता . पटवारी और जिला पार्षद को सामूहिक रूप से प्रयास करने के लिए आग्रह किया गया ताकि कोई भी जरूरतमंद पात्र व्यक्ति छूट ना जाये I
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दोनों स्थानों पर दिव्यांगजन और वृद्ध जन अपनी सुविधा अनुसार जांच करवा सकेंगे ताकि ज्यादातर लोग इस का लाभ उठा सके और मेडिकल बोर्ड दोनों जगह पर उपलब्ध रहेगा इसके साथ उपमंडल स्तर पर रेड क्रॉस कि गतिविधियाँ बढ़ाने और सदस्यता अभियान को तेज करने पर भी चर्चा हुई I बैठक में सुनील चंदेल सीडीपीओ सदर, वनिता बंसल टी०डब्लू०ओ० सदर, दिनेश कुमार नगर परिषद बिलासपुर, अमित कुमार सचिव रेड क्रॉस , प्रेरणा शर्मा वालंटियर रेड क्रॉस, राजेंद्र कुमार नायब तहसीलदार, जसवीर सिंह विकासखंड सदर , अखिलेश वशिष्ठ इंस्पेक्टर सहकारी सभा समिति बैठक में उपस्थित रहे I