पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने चुनावी घोषणाओं के अलावा किसानों के लिए कृषि बजट की घोषणा की

किसानों की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए गठबंधन सरकार बनने पर कृषि बजट बनाया जाएगा: चौ. ओम प्रकाश चौटाला

सबसे पहले जननायक चौ. देवीलाल ने किसानों के दुख दर्द को समझते हुए प्राकृतिक आपदा के कारण खराब हुई फसल के लिए मुआवजा देने और कृषि कर्ज माफ करने जैसे किसान हितैषी निर्णय लिए थे

चंडीगढ़, 1 अक्टूबर। मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं इनेलो सुप्रीमो चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने इनेलो बसपा गठबंधन द्वारा की गई चुनावी घोषणाओं के अलावा किसानों के लिए विशेष रूप से कृषि बजट की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी राजनीतिक पार्टी ने किसानों की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए अपने चुनावी वादों में कृषि को प्राथमिकता देते हुए सरकार बनने पर कृषि बजट बनाया जाएगा। सबसे पहले जननायक चौ. देवीलाल ने किसानों के दुख दर्द को समझते हुए प्राकृतिक आपदा के कारण खराब हुई फसल के लिए मुआवजा देने की शुरुआत की और कृषि कर्ज माफ करने जैसे किसान हितैषी निर्णय लिए थे। उसी तर्ज पर जननायक देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाते हुए चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने किसानों के उत्थान के लिए इनेलो बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर पहली कलम से प्रदेश के किसानों के कर्जे माफ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इनेलो बसपा गठबंधन की पहली प्राथमिकता फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने और एमएसपी की कानूनी गारंटी देने की होगी ताकि किसानों को उसकी फसल का उचित मूल्य मिल सके और किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो सके।
कृषि बजट में किए गए वादे इस प्रकार हैं:
1. सभी फसलों पर एमएसपी, 2. उर्वरक पर सब्सिडी, 3. कृषि के लिए बिजली की खपत पर सब्सिडी, 4. सौर उपकरणों पर सब्सिडी, 5. बीज पर सब्सिडी, 6. कृषि उत्पादन पर शोध के लिए समर्पित बजट, 7. आपदा राहत के लिए समर्पित बजट, 8. पशु चारा और दवाओं पर सब्सिडी, 9. कृषि मशीनों पर राज्य कर छूट, 10. कृषि भंडारण पर सब्सिडी, 11. किसानों की तकनीकी शिक्षा के लिए बजट, 12. कृषि गतिविधियों के लिए रियायती ब्याज दरों के साथ ऋण सुविधा।