राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान इनेलो विधायक दल के नेता अदित्य देवीलाल और अर्जुन चौटाला ने डीएपी कालाबाजारी, लचर स्वास्थ्य सेवा और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बीजेपी को घेरा

गांव के अंदर किसान जो है वो कर्जे में नहीं डूबा, वो सरकार के कागजों में डूबा हुआ है: अदित्य देवीलाल

कहा - जिन बच्चों को स्कूल और कॉलेज में शिक्षा के लिए जाना चाहिए था वो बच्चे अपनी पढ़ाई छोडक़र और जिन बुजुर्गों को घर पर आराम करना चाहिए वो बुजुर्ग भी लाइन में लगे हुए हैं

चंडीगढ़, 13 नवंबर। विधानसभा सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सदन में इनेलो विधायक दल के नेता अदित्य देवीलाल ने धान खरीद में नमी के नाम पर हो रही लूट, डीएपी खाद की किल्लत और खाद की कालाबजारी, लचर स्वास्थ्य एवं चिक्तिसा सेवाएं, मैडिकल कॉलेज न बनने, गिरते लिंगानुपात, 67 प्रतिशत लोग बीपीएल में आने, सरकारी नौकरियों में खेल आरक्षण, खिलाडिय़ों की बुरी स्थिती, पोर्टल के कारण परेशान जनता और बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार पर खुल कर बोले।
आदित्य देवीलाल ने कहा कि पहली दफा विधायक के रूप में जब वे खुद के गांव चौटाला की अनाज मंडी में धान की खरीद का जायजा लेने पहुंचे तो यह देख कर हैरान रह गए कि सरकारी एजेंसियों द्वारा धान में नमी के नाम पर 5 से 7 प्रतिशत के बड़े अंतर पर किसानों को सरेआम लूटा जा रहा है। जब मंडी से बाहर आए तो देखा कि किसान के साथ साथ हमारी बहन बेटी और बुजुर्ग डीएपी खाद के लिए लाइन में लगे हुए हंै। जिन बच्चों को स्कूल और कॉलेज में शिक्षा के लिए जाना चाहिए था वो बच्चे अपनी पढ़ाई छोडक़र और जिन बुजुर्गों को घर पर आराम करना चाहिए वो बुजुर्ग भी लाइन में लगे हुए हैं।
अभिभाषण में स्वास्थ्य सेवाओं का जिक्र किया गया कि बहुत अच्छे मैडिकल कॉलेज खोले हैं। फ्री इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड जैसी योजनाएं लेकर आए हैं। लेकिन सिरसा के मेडिकल कॉलेज का तीन बार उद्घाटन किया गया और तीन बार लड्डू खाने के बाद भी जिला के लोगों को विश्वास नहीं है कि वो कॉलेज खुलेगा या नहीं खुलेगा। जितने भी सरकारी चिकित्सालय हैं उनमें डॉक्टरों की कमी है। जब भी कोई महिला सरकारी अस्पताल में बच्चे की डिलिवरी के लिए जाती है तब उसे यह कह कर लोटा दिया जाता है कि उसमें खून की कमी हैं जिसके कारण उस गरीब को मजबूरन प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ता है। आज हरियाणा जो पूरे देश में अग्रणी राज्य था उसके 67 प्रतिशत लोग बीपीएल की श्रेणी में आ गए हैं। 2005 के बाद जबसे कांग्रेस और बीजेपी की सरकार बनी है केवल आंकड़ों से खेला गया। आंकड़ा दिया जा रहा है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का लेकिन लिंग अनुपात लगातार घटता जा रहा है।
अदित्य ने कहा कि मैंने पहली बार देखा कि सडक़ बन गई और सडक़ के बीच में पेड़ खड़े हैं। और जब पूछा जाए तो कहते हैं कि इसके लिए प्रमिशन लेनी पड़ेगी। खेलों में खिलाडिय़ों के लिए स्वर्गीय चौ. देवीलाल और चौ. ओम प्रकाश चौटाला की सरकार में सबसे पहले खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन देने के लिए 3 प्रतिशत आरक्षण देने और ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने पर 1 करोड़ की राशि देने का ऐलान किया गया जिसकी बादौलत हरियाणा के खिलाड़ी अंतरर्राष्ट्रीय खेलों में पदक लाने लगे जिसका एक अच्छा संदेश पूरे देश में गया लेकिन धीरे धीरे उस खेल नीति में कटौती की गई और आज खिलाडिय़ों के उपर इतना दबाव है कि उन्हें अपनी बात रखने के लिए भी दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रर्दशन करना पड़ता है। गांव के अंदर किसान जो है वो कर्जे में नहीं डूबा, वो सरकार के कागजों में डूबा हुआ है। पोर्टल शुरू कर दिए गए जिससे पूरे हरियाणा के लोग परेशान हैं। सब चीजों के अंदर देखें तो कहीं न कहीं बहुत बड़ी खामियां हैं जिसको दुरूस्त किए जाने की आवश्यकता है। पूरे अभिभाषण में सिर्फ सरकार का बखान किया गया। पिछले पांच सालों में हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार हुआ है।

जैसे किसानों पर पराली जलाने पर 2 साल का बैन लगाया गया है वैसे ही प्रदूषण फैलाने पर उद्योगों पर भी 2 साल का बैन लगाया जाए: अर्जुन चौटाला

इनेलो पार्टी ने जब मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने थे तब कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की एक चार्जशीट सौंपी थी, उस चार्जशीट पर भी बीजेपी सरकार को कार्रवाई करके एक मिसाल कायम करनी चाहिए

अर्जुन चौटाला ने अपने संबोधन पर कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण की चर्चा में कई विरोधाभास बातें कही गई हैं सबसे पहले पारा 6 माननीय राज्यपाल महोदय ने एंटी करप्शन पॉलिसी का जिक्र किया और पारा 8 में नीति, नीयत, निष्ठा और निर्णय के बारे में जिक्र किया। लेकिन क्या भ्रष्टाचार मुक्त सरकार चलाने के लिए पुरानी जो सरकारें थी उनके कार्यकाल में किए गए भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है? इनेलो पार्टी ने जब मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने थे तब कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की एक चार्जशीट सौंपी थी। उस चार्जशीट पर भी बीजेपी सरकार को कार्रवाई करके एक मिसाल कायम करनी चाहिए। अर्जुन चौटाला ने कहा कि अशोक अरोड़ा भी उनकी बात से जरूर सहमत होंगे क्योंकि उस चार्जशीट को बनाने वाले भी अशोक अरोड़ा ही थे जिसमें कांग्रेस के भ्रष्टाचार का पूरा ब्यौरा दिया गया था। जब कार्रवाई करनी है तो पिछले बीस साल में जितना भ्रष्टाचार हुआ हुआ है उन सभी पर कार्रवाई की जानी चाहिए। यह सीएजी की रिपोर्ट में भी खुलासा किया गया था कि कांग्रेस के समय स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी को जो जमीन अलॉट की गई थी उस पर रास्ता भी नहीं था। रातों रात रास्ता बनाया गया जिससे उसके दाम बेतहाशा बढ़ गए और हरियाणा सरकार को 44 करोड़ का नुकसान हुआ था।
अर्जुन चौटाला ने रानियां हलके में पीने के पानी का अहम मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में पीने के पानी की बहुत कमी है और 38 से ज्यादा गांव हैं जहां पीने का पानी नहीं है और वहां ट्यूबवेल के माध्यम से पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है और ट्यूबवेल का पानी लगभग जहरीला हो चुका है जिसकी वजह से कैंसर के केस भी बहुत बढ़ गए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण औद्योगिक प्रदूषण है। जैसे सरकार ने किसानों पर पराली जलाने पर 2 साल का बैन लगाया गया है वैसे ही औद्योगिक प्रदूषण फैलाने पर उद्योगों पर भी 2 साल का बैन लगाया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि रानियां हलके में नहरी पानी का प्रबंध किया जाए।