धर्मशाला, 20 नवंबर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव आशीष सिंहमार ने कांगड़ा जिला के दुर्गम क्षेत्रों सुपैड़ तथा घड़गू आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया तथा बच्चों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा भी लिया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सचिव आशीष सिंहमार ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली, पानी और अन्य आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं ताकि शालापूर्वक बच्चों की आंगनबाड़ी केंद्र में ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति हो सके। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में 53 आंगनबाड़ी केंद्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों के रूप में विकसित करने के लिए भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की गई है, प्रति आंगनबाड़ी केंद्र में भवन निर्माण के लिए 12-12 लाख की राशि व्यय की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रत्येक माह के पोषण दिवस आयोजित किया जा रहा है इसमें कुपोषित तथा कम वजन वाले बच्चों की स्वास्थ्य उपकेंद्रों में स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जा रही है इस के लिए सभी स्वास्थ्य विभाग तथा समेकित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पौषहार का सही उपयोग किया जाए इस के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग करने निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुपोषित और कम वजन वाले बच्चों पर विशेष फोक्स किया जाएगा तथा उनकी नियमित तौर पर माॅनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कुपोषित तथा कम वजन वाले बच्चों के घर माह में दो बार आवश्यक विजिट करने के निर्देश भी दिए गए हैं तथा इसकी रिपोर्ट भी भेजने के लिए कहा गया है ताकि कुपोषित बच्चों की माॅनिटरिंग सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि 0 से पांच वर्ष के कुपोषित बच्चों के लिए पौषाहार के लिए आवश्यक सूची भी तैयार करने के लिए कहा गया है ताकि उन बच्चों की डाइट में पौषाहार शामिल किया जा सके। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक शर्मा सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।