आईटीआई में दिया एड्स जागरुकता का संदेश
पोस्टर प्रतियोगिता में शिवानी और भाषण में प्रियंका रही अव्वल
हमीरपुर 03 दिसंबर। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हमीरपुर में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर मंगलवार को एक विशेष जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य एचआईवी-एड्स के बारे में जागरुकता फैलाना और संक्रमण को रोकने के उपायों के बारे में जानकारी प्रदान करना था। जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी डॉ. सुनील वर्मा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर एचआईवी-एड्स पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें संस्थान के प्रशिक्षणार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। पोस्टर प्रतियोगिता में शिवानी प्रथम, स्मृति द्वितीय और सारिका तृतीय रही। भाषण
प्रतियोगिता में प्रियंका ने पहला, किरण ने दूसरा और नेहा राणा ने तीसरा स्थान हासिल किया। इन सभी विजेताओं को डॉ. सुनील वर्मा ने पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. सुनील वर्मा ने कहा कि एचआईवी-एड्स को केवल जागरुकता से ही नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने एड्स की रोकथाम, उपचार और समाज में इसके प्रति संवेदनशीलता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एचआईवी संक्रमण को रोकने के लिए सुरक्षित जीवनशैली अपनाना और समय पर जांच करवाना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही उन्होंने युवाओं को जागरुक रहने और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया।
संस्थान के प्रधानाचार्य सुभाष चंद ने कहा कि विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य एचआईवी-एड्स के बारे में जागरुकता बढ़ाना और संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए जिला एड्स कार्यक्रम अधिकारी का धन्यवाद किया और सभी प्रतिभागियों एवं विजेताओं को बधाई दी।
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महान कहानीकार और उपन्यासकार थे यशपाल : डॉ. पंकज ललित
यशपाल जयंती पर भाषा एवं संस्कृति विभाग ने हमीरपुर कालेज में आयोजित किया राज्य स्तरीय कार्यक्रम
हमीरपुर 03 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश के महान क्रांतिकारी एवं साहित्यकार यशपाल की जयंती के उपलक्ष्य पर भाषा एवं संस्कृति विभाग ने मंगलवार को यहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्मारक राजकीय महाविद्यालय के सभागार में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन और महान क्रांतिकारी एवं साहित्यकार यशपाल को पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया।
इस अवसर पर सभी वक्ताओं, अन्य अतिथियों, साहित्यकारों और साहित्यप्रेमियों का स्वागत करते हुए निदेशक डॉ. पंकज ललित ने कहा कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी यशपाल एक बेहतरीन कहानीकार के साथ-साथ उम्दा उपन्यासकार भी थे। उनकी कहानियों और उपन्यासों के अनुवाद मराठी, गुजराती, तेलगु, मलयालम, अंग्रेजी, रूसी और फ्रेंच भाषाओं में भी प्रकाशित हुए हैं। इनके 50 से अधिक कहानी संग्रह, उपन्यास, लेख संग्रह, नाटक व जेल संस्मरण प्रकाशित हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी ये अमूल्य धरोहर हमारी आने वाली पीढ़ियों तक भी पहुंचनी चाहिए।
डॉ. पंकज ललित ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश की महान विभूतियों की जयंती और उनसे संबंधित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से कर रहा है, ताकि उनके द्वारा समाज के पथ प्रदर्शक की दिशा में किए गए कार्यों का समाज व आने वाली पीढ़ी को स्मरण रहे तथा वे उनका अनुसरण करें।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के भूतपूर्व प्रोफेसर चमन लाल ने मुख्य वक्ता के रूप में ‘क्रांतिकारी साहित्यकार यशपाल के जीवन में क्रांति और साहित्य का सामंजस्य’ विषय पर शोधपत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि हिंदी साहित्य में उपन्यास के क्षेत्र में प्रेमचंद के बाद यशपाल का स्थान है। इसके बाद साहित्यकार विजय विशाल, डॉ. ओपी शर्मा, डॉ. प्रकाश चंद ठाकुर, त्रिलोक मेहरा, राजेंद्र राजन, रत्न चंद रत्नाकर और अन्य साहित्यकारों ने यशपाल से संबंधित विषयों पर विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुशील कुमार फुल्ल ने अपने वक्तव्य में यशपाल से संबंधित प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यशपाल की कहानियां पाठकों के अंतःकरण को झकझोर देते हुए अपनी छाप छोड़ती हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. हेमराज कौशिक ने कहा कि यशपाल हमीरपुर से लेकर सोलन सहित समूचे हिमाचल के हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित यशपाल के सुपुत्र आनंद यशपाल ने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग वर्ष 1977 से निरंतर प्रति वर्ष यशपाल जयंती का आयोजन कर रहा है जो हिमाचल का यशपाल के प्रति अपार स्नेह है। उन्होंने बताया कि यशपाल पर भारत के साथ-साथ विदेशों में भी शोध हो रहे हैं। कार्यक्रम में पद्मश्री करतार सिंह सौंखले भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दूसरे सत्र में रूपी सिराज कला मंच, कुल्लू द्वारा यशपाल जी की कहानियों पर आधारित नाटक का मंचन किया गया।
कार्यक्रम में विभाग के संयुक्त निदेशक मनजीत शर्मा, सहायक निदेशक सुरेश राणा, सुनीला ठाकुर एवं मोहन कुमार, अनुसंधान सहायक संतोष कुमार एवं दीपा, देवेंद्र, साहित्यकार गंगा राम राजी, दिलीप सिंह ठाकुर, केहर सिंह मित्र, होशियार सिंह, अशोक सोनी, कार्तिक, दिनाक्षी तथा महाविद्यालय के उपप्राचार्य सहित आयोजन समिति के सदस्य संजय शर्मा इत्यादि उपस्थित रहे। इस अवसर पर भाषा एवं संस्कृति विभाग की अभिलेखागार शाखा द्वारा हिमाचल के ऐतिहासिक एवं दुर्लभ अभिलेखों की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
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सामूहिक प्रयासों से ही खत्म होगी नशे की समस्या: एसपी
आईएचएम के प्रशिक्षुओं को दिलाई नशा मुक्ति की शपथ
हमीरपुर 03 दिसंबर। होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) में मंगलवार को ‘नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तनाव प्रबंधन’ पर एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें एसपी भगत सिंह ठाकुर ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाना, नशे की समस्या के उन्मूलन में युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना और युवावस्था में तनाव प्रबंधन के प्रभावी तरीकों की जानकारी देना था।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए एसपी भगत सिंह ठाकुर ने कहा कि युवा पीढ़ी बड़ी तेजी से नशे के जाल में फंसती जा रही है। इसको रोकने के लिए समाज में जागरुकता और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नशे के उन्मूलन के लिए प्रत्येक नागरिक को आगे आना होगा। एसपी ने बताया कि नशे के खात्मे के लिए जिला पुलिस ने एक विशेष अभियान आरंभ किया है। इसमें समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अजय अत्री ने नशे के दुष्प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि भांग, अफीम, गांजा और अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। डॉ. अजय अत्री ने बताया कि नशीले पदार्थों के दुरुपयोग से सिर्फ शारीरिक और मानसिक ही नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से भी कई दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि नशे के आदी लोगों के उपचार के लिए पुनर्वास केंद्रों की स्थापना की गई है। अगर कोई व्यक्ति किन्हीं कारणों से नशे की चपेट में आ जाता है तो तुरंत उसके उपचार एवं पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए।
इस अवसर पर संस्थान के विभागाध्यक्ष पुनीत बंटा ने भी प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन किया और उन्हें नशे से दूर रहने का संदेश दिया। प्रशिक्षुओं को तनाव से मुक्त रहने के लिए योग, ध्यान और स्वस्थ जीवन शैली के महत्व से भी अवगत करवाया गया। उन्हें नशामुक्त समाज के निर्माण में योगदान देने की शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में संस्थान के लगभग 250 विद्यार्थियों और स्टाफ के लगभग 60 सदस्यों ने भी भाग लिया।
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छत्तर में अवैध निर्माण पर 2 लोगों को टीसीपी का दोबारा नोटिस
हमीरपुर 03 दिसंबर। जिला मुख्यालय के निकटवर्ती राजस्व मुहाल छत्तर में अवैध निर्माण का कड़ा संज्ञान लेते हुए नगर एवं ग्राम नियोजन (टीसीपी) विभाग ने दो लोगों को एक बार फिर नोटिस जारी किए हैं।
विभाग के मंडलीय कार्यालय हमीरपुर के नियोजन अधिकारी की ओर से हिमाचल प्रदेश नगर एवं ग्राम नियोजन अधिनियम 1977 की धारा-39 की उपधारा-2 के तहत जारी नोटिस में उक्त निर्माण कार्य को तुरंत रोकने और जमीन पर पूर्व की स्थिति बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं। उक्त निर्माण कार्य के संबंध मंे विभाग ने 23 अक्तूबर को भी हिमाचल प्रदेश नगर एवं ग्राम नियोजन नियमावली 2014 के नियम 28 के तहत नोटिस जारी किया था, लेकिन इसकी अनुपालना न होने पर अब दोबारा नोटिस जारी किए गए हैं।
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10 तक बिजली बिल जमा करवा दें लंबलू के उपभोक्ता
हमीरपुर 03 दिसंबर। विद्युत उपमंडल लंबलू के उपभोक्ताओं को बिजली के बिल जमा करवाने के लिए 10 दिसंबर तक का समय दिया गया है। सहायक अभियंता ज्ञान चंद भाटिया ने कहा कि उपमंडल के जिन विद्युत उपभोक्ताओं ने अभी तक अपने बिलों का भुगतान नहीं किया है, वे इनका भुगतान 10 दिसंबर तक उपमंडल कार्यालय के काउंटर पर या ऑनलाइन माध्यम से कर दें।
उन्होंने बताया कि इस तिथि तक बिल जमा न करवाने वाले उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन पूर्व सूचना के बगैर ही काट दिए जाएंगे। सहायक अभियंता ने उपमंडल के सभी उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
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13 तक बंद रहेगी अणु-मोहीं-बड़ू सड़क
हमीरपुर 03 दिसंबर। जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव मोहीं के पास सड़क की आवश्यक मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य के चलते अणु-मोहीं-बड़ू सड़क पर यातायात 13 दिसंबर तक बंद कर दिया गया है।
इस संबंध में आदेश जारी करते हुए जिलाधीश अमरजीत सिंह ने बताया कि मरम्मत एवं सुदृढ़ीकरण कार्य को सुचारू रूप से जारी रखने तथा इसे अतिशीघ्र पूरा करने के लिए अणु-मोहीं-बड़ू सड़क पर वाहनों की आवाजाही 13 दिसंबर तक बंद की गई है। इस दौरान क्षेत्र के वाहन चालक दोसड़का से होकर आवाजाही कर सकते हैं। उन्होंने सभी वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है।