एनडीआरएफ की टीम ने क्रीमिका फूड पार्क लिमिटेड सिंघा का किया दौरा
ऊना, 4 दिसम्बर। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीम ने बुधवार को क्रीमिका फूड पार्क लिमिटेड सिंघा का दौरा किया और स्थानीय प्रबंधन अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने फैक्टरी के उत्पादन प्रक्रियाओं, संरचनात्मक विशेषताओं, सुरक्षा उपायों और आपातकालीन प्रबंधन प्रणालियों का निरीक्षण भी किया। टीम द्वारा फैक्टरी प्रबंधन और कर्मचारियों के साथ संवाद करके उनकी तैयारियों और सुरक्षा जागरूकता का मूल्यांकन भी किया गया। यह जानकारी उपायुक्त जतिन लाल ने दी। उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य फैक्टरी की संभावित कमजोरियों और खतरों की प्रोफाइल के बारे में जानकारी जुटाना था जोकि आपदा की स्थिति में महत्वपूर्ण हो सकती है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा एनडीआरएफ की टीम ने गतदिवस मंगलवार को इस मानसून सीजन में बाथू-बाथड़ी इंडस्ट्रियल एरिया में अचानक आई बाढ़ से जुड़ी जानकारी भी एकत्रित की। बाढ़ से सड़कों, पुलों, बिजली लाइनों, जलापूर्ति योजना, सड़क, पुल, आवासीय घरों, दुकानों, पेट्रोल पंप, कृषि भूमि, औद्योगिक इकाइयों आदि सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचा था। प्रभावित क्षेत्र में जलभराव के साथ-साथ अन्य सार्वजनिक आवश्यक सेवाएँ बाधित हो गईं थी। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की संवेदनशीलता की जानकारी एकत्र करना था ताकि भविष्य में प्रभावी रोकथाम और शमन उपाय किए जा सकें। टीम ने क्षेत्र के भौगोलिक, सामाजिक और पर्यावरणीय पहलुओं का अध्ययन किया और संभावित खतरों का आकलन किया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से संवाद करके उनकी समस्याओं और अनुभवों को भी समझा। उन्होंने बताया कि प्राप्त जानकारी के आधार पर एनडीआरएफ आगामी समय में बेहतर तैयारी, आपदा प्रबंधन योजनाओं को आवश्यकता के अनुसार लागू करने के लिए तत्पर रहेगी।
उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि 14वीं बटालियन की राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीम 14 दिसम्बर तक जिला के प्रवास पर है। इस दौरान टीम द्वारा प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से बचाव व राहत कार्यों बारे लोगों को जागरूक करने के लिए जिला के विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक अभ्यास आयोजित करेगी।
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जिला स्तरीय अधिकारियों के लिए निवेशक शिक्षा पर विशेष सत्र आयोजित
ऊना, 4 दिसंबर। जिला प्रशासन ऊना ने वित्तीय निर्णय लेने की क्षमता बढ़ाने और आम निवेश संबंधी नुकसानों से बचाव को लेकर जागरूकता के उद्देश्य से बुधवार को डीआरडीए सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के लिए निवेशक शिक्षा पर एक सत्र आयोजित किया। इस दौरान भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को भारतीय प्रतिभूति बाजार की विभिन्न अवधारणाओं, निवेश तकनीकों और जोखिम प्रबंधन की बारीकियों पर विस्तृत और ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान की।
सत्र में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के उप प्रबंधक शिवम जिंदल ने प्रतिभूति बाजार के प्राथमिक और द्वितीयक बाजार (स्टॉक ट्रेडिंग) की अवधारणाओं के साथ-साथ सक्रिय आय, जो निरंतर मेहनत से अर्जित होती है, और निष्क्रिय आय, जो निवेश से उत्पन्न होती है, के बीच के अंतर को स्पष्ट किया। उन्होंने ट्रेडिंग के लिए आवश्यक ट्रेडिंग अकाउंट, डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट की भूमिका पर जोर देते हुए केवल सेबी के साथ पंजीकृत ब्रोकर्स के माध्यम से ट्रेडिंग करने की सलाह दी। ब्रोकर नियुक्त करने से पहले उनके क्रेडेंशियल्स की जांच और जोखिम प्रबंधन नीतियों को पढ़ने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेडिंग के साथ-साथ यूनिक क्लाइंट कोड और इससे जुड़े नियमों की जानकारी दी ताकि अज्ञानता के कारण उत्पन्न होने वाले जोखिमों से बचा जा सके।
सेबी स्मार्ट के ट्रेनर नरेंद्र सिंह जामवाल ने डमी ट्रेडिंग ऐप्स, अनचाहे ईमेल और व्हाट्सएप टिप्स जैसे डिजिटल जोखिमों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने वास्तविक जीवन के केस स्टडीज के माध्यम से यह समझाया कि कैसे लापरवाही वित्तीय नुकसानों का कारण बन सकती है और इसके बचाव के लिए स्मार्ट निवेश की रणनीतियां अपनाई जा सकती हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को वित्तीय बाजारों की व्यापक समझ प्रदान करने के साथ-साथ स्मार्ट निवेश के लिए सावधानियों की जानकारी दी।
कार्यक्रम की सराहना करते हुए सहायक आयुक्त वरिंद्र शर्मा ने इसे समय की मांग और भविष्य को सुरक्षित करने का बेहतर उपाय बताया। उन्होंने सेबी और एनएसई के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि जिले में इस प्रकार के और सत्र आयोजित किए जाएं ताकि अधिक से अधिक लोग वित्तीय जागरूकता और स्मार्ट निवेश की तकनीकों को समझ सकें।
इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी, सहायक आयुक्त वरिंद्र शर्मा, बीडीओ ऊना केएल वर्मा, उप निदेशक कुलभूषण धीमान, उप निदेशक पशुपालन विभाग डॉ. विनय, और एसडीएम हरोली विशाल शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न
मंडी, 04 दिसम्बर। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम मंडी में नाबार्ड द्वारा प्रायोजित कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन हो गया। इस अवसर पर जिला नाबार्ड अधिकारी राकेश वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस अवसर पर राकेश वर्मा ने बताया कि एनएसआईसी मंडी द्वारा बहुत ही प्रभावी रूप से गांव की महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने महिलाओं को अपने स्वयं सहायता समूहों से संबंधित कार्य कर अब उन्हें अच्छे लघु उद्योगों में परिवर्तित करने को कहा।
कार्यक्रम में एनएसआईसी के प्रबंधक लोकेश भाटिया ने बताया कि एनएसआईसी मंडी द्वारा वर्ष 2024-25 में नाबार्ड परियोजना के तहत बल्ह, सदर, बालीचौकी तथा सुन्दरनगर खंड के अलग-अलग गांव तथा प्रशिक्षण केंद्र मंडी में 25-25 महिलाओं के समूहों को दिए गए प्रशिक्षण की विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
फर्नीचर एसोसिएशन के अशोक सेठी ने नाबार्ड की इस योजना को महिला सशक्तिकरण की ओर उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताया।
कार्यक्रम में प्रशिक्षण के बाद आत्मनिर्भर बनी महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों के फोटो व विडियो भी दिखाए गए।
इस अवसर पर 15 लाभार्थियों ने प्रशिक्षण के बारे तथा प्रशिक्षण के उपरांत आजीविका बढ़ाने के अपने अनुभव साझा किये।
कार्यक्रम में सभी लाभार्थियों को एनएसआईसी द्वारा प्रेरणा सम्मान से सम्मानित किया गया।
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विद्युत उपभोक्ता अपने विद्युत मीटर की ई-केवाईसी जल्द करवाएं
मंडी, 04 दिसम्बर। सहायक अभियंता, विद्युत उपमंडल साईगलू हुकम चंद ने आज यहां बताया कि उपमंडल के तहत आने वाले सभी घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं की आधार ई-केवाईसी करवाने की प्रकिया जारी है, जिसके लिए विद्युत बिल वितरकों को एप के माध्यम से बिल वितरण के समय ही ई-केवाईसी करने के लिए अधिकृत किया गया है। जिसके लिए उपभोक्ता जिसके नाम मीटर हैं स्वयं या परिवार का कोई भी सदस्य ई-केवाईसी करवा सकता है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त विद्युत अनुभाग में भी ई-केवाईसी का कार्य किया जायेगा। यह कार्य विद्युत अनुभाग कोटली में 6 व 16 दिसम्बर को, भरगांव में 7 व 17 दिसम्बर को, गोखड़ा में 9 व 18 दिसम्बर, बीर में 10 व 19 दिसम्बर तथा कड़कोह में 11 व 20 दिसम्बर को किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा किसी भी कार्य दिवस पर विद्युत मंडल साईगलू में भी सुबह 10 से सायं 5 बजे तक ई-केवाईसी का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने सभी विद्युत उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वह अपने विद्युत मीटर की ई-केवाईसी अवश्य करवाएं ताकि उन्हें सरकारी सुविधाओं से वंचित न होना पड़े।