चंडीगढ़, 9 मार्च - हरियाणा के महामहिम राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि समाज के निर्माण में स्वामी दयानंद सरस्वती की बहुत बड़ी देन है। हमें आर्य समाज के मूल्यों को घर-घर तक पहुंचना है और इसके लिए जन-जन में क्रांति लानी है। सभ्य समाज और राष्ट्र के निर्माण में आर्य समाज की बहुत बड़ी सार्थक भूमिका होगी।
राज्यपाल श्री दत्तात्रेय रविवार को स्थानीय दयानंद मठ, रोहतक में स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती और आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष में आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के तत्वावधान में आयोजित आर्य महासम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। आर्य महासम्मेलन की अध्यक्षता गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य श्री देवव्रत ने की। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। हरियाणा के राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने आर्य सभा को 31 लाख रुपए, गुजरात के महामहिम राज्यपाल श्री देवव्रत और शिक्षा मंत्री श्री ढांडा ने 21-21 लाख रुपए देने की घोषणा की।
अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ देशवासियों को प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं, जो कि बहुत ही सराहनीय है। उनके इन कार्यों की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के लिए कार्य किया। हमें उनको मिलकर आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में युवाओं में संस्कार भरने हैं ताकि उनके सही व्यक्तित्व का निर्माण हो सके। इसके साथ ही उन्होंने विशेष कर महिलाओं और युवाओं में महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों के प्रति जागरूक करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इंसान के अंदर दया भाव, शांति और क्षमा का भाव होना चाहिए, जो संदेश स्वामी दयानंद ने मानव जीवन के मूल्यों के प्रति दिया था। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से युवाओं को नशे से बचाने का भी आह्वान किया। श्री दत्तात्रेय ने कहा कि देश में लागू हो रही नई शिक्षा नीति देश की युवा पीढ़ी को गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा देने के साथ-साथ सही दिशा देने का काम करेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की इस दूरगामी सोच के बहुत ही सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।