मंडी, 1 अप्रैल। बिंद्रावणी डंपिंग साईट में पिछले तीन महीनों में 9000 टन लेगेसी कचरे का निस्तारण किया गया है और शेष कचरे का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जा रहा है। यह जानकारी अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ मदन कुमार मंडी ने एनजीटी और माननीय उच्च न्यायालय हिमाचल प्रदेश द्वारा पारित आदेशों की अनुपालना के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने बताया कि बिंद्रावनी डंपिंग साईट पर अभी 59000 टन वेस्ट मौजूद है। जिसका आउटसोर्स आधार पर निस्तारण किया जा रहा है। पिछले तीन महीनों में मंडी नगर निगम द्वारा 2168 टन प्लास्टिक वेस्ट पावर प्लांट को तथा 112 टन सीमेंट प्लांट को भेजा गया है। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को बरसात से पहले साइट पर मौजूद लेगेसी वेस्ट का निस्तारण करने का निर्देश दिया ताकि बरसात में यहां से दूषित होकर पानी अन्य जल स्रोतों में न मिले।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में नगर निगम मंडी में रोजाना 17.64 टन कचरा एकत्रित किया जा रहा है। जिसमें से सूखा कचरा 7.06 टन, गीला कचरा 9.70 टन तथा सैनेटरी वेस्ट 0.02 टन है और इसका वैज्ञानिक तरीके से निपटारा किया जा रहा है। मंडी नगर निगम द्वारा कचरे से 88.32 टन कंपोस्ट खाद भी तैयार की गई है।
बैठक में शहरी निकायों नगर निगम मंडी, नगर पंचायत करसोग, सुंदरनगर, नेरचौक, जोगिन्द्रनगर, सरकाघाट, रिवालसर में ठोस कचरा प्रबंधन के निस्तांतरण करने में की गई प्रगति की समीक्षा की गई। एडीएम ने बताया कि नगर पंचायत नेरचौक में रोजाना एकत्रित 4 टन कचरे में में 4 टन का, सरकाघाट में 2 टन कचरे में से 1.5 टन का, जोगिन्द्रनगर मे एक टन में से एक टन का, रिवालसर में एकत्रित एक टन कचरे में से एक टन का निपटारा, करसोग में एकत्रित एक टन में 0.5 टन का निस्तारण किया जा रहा है।
उन्होंने इस दौरान डोर-टू-डोर कुड़ा एकत्रित करने, पलास्टिक बेस्ट के लिए श्रेडर मशीनों की स्थापना, कचरा एकत्रित करने के लिए एमआरएफ केन्द्र की स्थापना, प्लास्टिक बेेस्ट प्रबंधन, कचरा प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम, ई-वेस्ट, सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर चालान करने, घरेलू अपशिष्ट प्रबंधन, बायो मेडिकल बेस्ट, घरों को सिवरेज प्रणाली से जोड़ने के कार्यों की समीक्षा भी की।
बैठक में बताया गया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय मंडी द्वारा पिछले एक महीने में 115 निरीक्षण कर 38 मामले प्लास्टिक इस्तेमाल के 38 मामले पाएं गए। जिसमें 55,000 रुपये का चालान करके 8.400 किग्रा प्लास्टिक जब्त किया गया। शिवरात्रि मेले में 200 किलो प्लास्टिक तथा 25 किलो ई-वेस्ट इकट्ठा किया गया।
बैठक में आयुक्त नगर निगम एचएस राणा, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी गिरीश समरा, जिला पर्यटन अधिकारी असीम सूद, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश ठाकुर सहित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय, आयुष, खनन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पशुपालन, शिक्षा और विभिन्न शहरी निकायों के अधिकारी उपस्थित रहे।